स्मृति शेष - ...लो श्रद्घांजलि योगपुरुष
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

स्मृति शेष – …लो श्रद्घांजलि योगपुरुष

by
Aug 23, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 23 Aug 2014 15:34:53

…बात 2003 की है। संघ के तृतीय वर्ष में शिक्षक जाने से पहले मुझे बंगलुरू जाना हुआ। वहां राष्ट्रोत्थान परिषद में मै पहली बार योग गुरु बीकेएस आयंगर से परिचित हुआ। वह भी अप्रत्यक्ष रूप से। मैं वहां आयंगर शिष्य और मेरे शिक्षक राघवेंद्र शणें से मिला। उनकी प्रतिभा का कायल हो उठा। हम सबको ऐसा लगा जैसे राघवेंद्र शणें ने खेल-खेल में हम लोगों को योगी बना दिया हो। हफ्ते भर में शरीर पूरी तरह से लोच खाने लगा। ज्यादातर आसनों को शुद्घता से करने का विश्वास जगा। मन ही मन राघवेंद्र शणें को मैंने शिक्षक से ज्यादा मानना शुरू किया। वे दिन भर में भोजन के बाद के तीन घंटे छोड़कर हमें सब सिखाने के लिए तत्पर रहते थे, लेकिन मेरे गुरूजी-मेरे गुरूजी बोलकर वे दिन में कई बार आयंगर जी का स्मरण कर लेते थे। सबसे पहले 12 वर्ष पहले विश्व के इस महान योगी से मेरा परिचय मेरे शिक्षक राघवेंद्र शणें ने करवाया, मैंने गुरूजी से सीधे योग भले न सीखा हो, लेकिन आयंगर ने हठ योग की जिस विधा को अपने शिष्यों के माध्यम से आगे बढ़ाया मैं भी उसी राह का राही बना। हम जहां हैं, जैसे हैं, और जिस हालात में हैं, उसी में योग कर सकते हैं। आयंगर ने हठयोग को अपना आधार बनाया, वे अपने जीवन से भी हठ कर बैठे, बचपन में ही कई बीमारियों का शिकार हुए, लेकिन योग को मजबूत हथियार बनाकर पहले बीमारियों को परास्त किया, फिर पुणे में समाज का विरोध हो, या भुखमरी के हालात, योग ने आयंगर को शक्ति प्रदान की, और इसी शक्ति ने उन्हें विश्वपुरुष बना दिया। लंदन में उन्होंने विक्टोरिया योग सोसायटी की स्थापना की। कभी उन सिद्घांतों से समझौता नहीं किया जो भारतीय योग मनीषा को नुकसान पहुंचाते हों। आयंगर ने योग की एक परंपरा खड़ी कर दी। शिष्यों से लेकर अपने पुत्र पुत्रियों को भी उन्होंने योग में पारंगत किया। उनकी सुपुत्री गीता ने हॉलीवुड योग मॉडल कैमरन के साथ मिलकर चीन में भारत की ओर से सबसे बड़ा योग शिविर लगाया।
आयंगर योग से दीक्षित और वशिंगटन में यूनिटी वुड्स योग सेंटर के महानिदेशक शुमाकर कहते हैं कि 'लोगों के लिए एक्सरसाइज खेल और प्रतिस्पर्द्धा है, ऐसा ही योग के बारे में भी माना जाता है-लेकिन असलियत ये नहीं है। पुरुष नहीं जानते कि योग क्या है। शुमाकर कुछ उन चंद अमरीकी योग शिक्षकों में हैं जिनकी दीक्षा आयंगर के हाथों हुई़ शुमाकर का मानना है कि वे खासियतें, जिनसे कोई शीर्ष एथलीट बनता है, वैसी ही खासियतें योग में उत्कृष्ट बनने के लिए आवश्यक हैं-ये केवल शारीरिक लचक, क्षमता और ताकत नहीं है बल्कि उनमें योग भी शामिल है।
दरअसल आयंगर ने खुद को ऐसे ही ढाल लिया था, बीमार होने से पहले तक वे दिन में 3 घंटे आसन और कम से कम 1 घंटा प्राणायाम के लिए दे रहे थे। उन्होंने अपनी प्रसिद्घ पुस्तक लाइट ऑन प्राणायाम में सिर्फ प्राणायाम के असर का जिक्र किया है, उस असर को जिसे उन्होंने अनुभव किया था, दरअसल यही अनुभव सच्चा ज्ञान था, साधना थी, जिसे गुरूजी ने हर उस व्यक्ति तक पहुंचाया जो उसे पाना चाहता था। भाजपा नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी की पुत्री निवेदिता जोशी के लिए आयंगर ही उनका जीवन थे, जब वह छोटी थीं, चलने में असमर्थ थीं, तब आयंगर ने निवेदिता को उनके पैरों पर न केवल खड़ा किया, बल्कि एक सुधी योग शिक्षक के रूप में दिशा भी दी। निवेदिता आज दिल्ली में अपना एक योग केंद्र चलाती हैं। आधुनिक दौर में योग की इस महिमा को कोई माने या न माने लेकिन निवेदिता जोशी तो अवश्य ही आयंगर योग चिकित्सा पद्घति को ईश्वर का वह प्रसाद मानती हैं, जिसने उन्हें एक नया जीवन प्रदान किया। निवेदिता जो 15 वर्ष की उम्र में स्पोंडिलिसिस का शिकार हो गई थीं। करीब 12 वर्ष तक अस्पतालों के चक्कर काटते-काटते बचपन कब बीत गया पता ही नहीं चला। लेकिन आयंगर योग को अपनाने के केवल तीन साल के भीतर ही निवेदिता को अपनी खोयी हुई जिन्दगी मिल गयी। आज माइक्रोबायोलॉजी विषय में स्नातकोत्तर कर चुकीं निवेदिता अपने ही जैसे 100 बीमार लोगों को आयंगर योग का प्रशिक्षण दे रही हैं। हालांकि विदेश में कुछ लोग योग को हिंदू धर्म का अंग मानकर योग का विरोध करते रहे, लेकिन आयंगर के सामने ऐसा बोलने वाले लोग नहीं थे। पश्चिम के चरमपंथियों ने नवोदित योगियों के शिविरों को अपना निशाना जरूर बनाया लेकिन आयंगर पर उंगली उठाना अब इतना आसान नहीं था। उनके योग की महिमा पश्चिम में सत्ता के केंद्रों तक पहुंच चुकी थी, यही वजह रही कि सांप्रदायिक आधार पर भले ही योग का विरोध हुआ हो, लेकिन सरकारी स्तर पर योग के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई। आयंगर योग के रूप में हमें जो विरासत सौंपकर गए हैं, उसे संभालना, संवारना और आगे बढ़ाना अब हम सबका पुनीत कर्तव्य है।
़.़.़ और मेरा भी।
-रामवीर श्रेष्ठ, टीवी पत्रकार

'आधुनिक संसार के महान योग प्रवर्तक का अवसान'
योग भारत द्वारा विश्व को दिया गया एक अमूल्य उपहार है। श्रद्घेय योगाचार्य बी के एस आयंगर जी के देह विलय से हमने आधुनिक संसार के एक महान योग प्रवर्तक को खो दिया है। सार्वजनिक जीवन की इस क्षति तथा रिक्तता से हुआ दु:ख अवर्णनीय है।
हम सर्वशक्तिमान परमेश्वर से दिवंगत आत्मा को चिर-शान्ति प्रदान करने तथा उनके परिवार और विश्व भर में फैले हुए अनुयायियों-हितैषियों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने के लिये शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।
-सुरेश (भैयाजी) जोशी
सरकार्यवाह, रा.स्व.संघ

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

देखिये VIDEO: धराशायी हुआ वामपंथ का झूठ, ASI ने खोजी सरस्वती नदी; मिली 4500 साल पुरानी सभ्यता

VIDEO: कांग्रेस के निशाने पर क्यों हैं दूरदर्शन के ये 2 पत्रकार, उनसे ही सुनिये सच

Voter ID Card: जानें घर बैठे ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड बनवाने का प्रोसेस

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

सावन के महीने में भूलकर भी नहीं खाना चाहिए ये फूड्स

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

देखिये VIDEO: धराशायी हुआ वामपंथ का झूठ, ASI ने खोजी सरस्वती नदी; मिली 4500 साल पुरानी सभ्यता

VIDEO: कांग्रेस के निशाने पर क्यों हैं दूरदर्शन के ये 2 पत्रकार, उनसे ही सुनिये सच

Voter ID Card: जानें घर बैठे ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड बनवाने का प्रोसेस

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

सावन के महीने में भूलकर भी नहीं खाना चाहिए ये फूड्स

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

विश्व हिंदू परिषद ने कहा— कन्वर्जन के विरुद्ध बने कठोर कानून

एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त

Ahmedabad Plane Crash: उड़ान के चंद सेकंड बाद दोनों इंजन बंद, जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

पुलिस की गिरफ्त में अशराफुल

फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला अशराफुल गिरफ्तार

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ : अरविंद नेताम

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies