विविध : आखिर मन्दिर ही क्यों तोड़े जाते हैं?
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विविध : आखिर मन्दिर ही क्यों तोड़े जाते हैं?

by
Aug 5, 2014, 12:00 am IST
in Archive
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दिंनाक: 05 Aug 2014 12:52:44

पिछले कुछ वर्षों में राजधानी दिल्ली में अवैध निर्माण के नाम पर अनेक मन्दिर तोड़े गए हैं। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में अवैध मस्जिदें और मजारें बड़ी संख्या में बन रही हैं। उनको कोई नहीं रोकता है। ऐसा क्यों हो रहा है? यह सवाल दिल्ली के हिन्दुओं के मन में घूमता रहता है। 28 जुलाई को यह सवाल फिर एक बार पूछा गया। उस दिन दक्षिणी दिल्ली के पुष्प विहार, सेक्टर-3 स्थित दुर्गा शिव शक्ति मंदिर को तोड़ने के लिए केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के कारिन्दे पहंुचे थे। हालांकि विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के विरोध के कारण सरकारी कारिन्दे मन्दिर नहीं तोड़ पाए।


'मार्क्स, मुल्ला और मैकाले के मानसपुत्रों से सावधान'
'विश्व में भारत की सनातन परम्परा ही एक ऐसी परम्परा है, जो जियो और जीने दो तथा वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास करती आई है। यह सिर्फ कहने भर की बात नहीं, अपितु विश्व के किसी भी भूभाग में सताए हुए लोगांे को इसी पवित्र भूमि ने संरक्षण दिया और उसे निरन्तर विकास का मौका भी यहां मिला। किन्तु 1948 के बाद इस देश में मार्क्स, मुल्ला और मैकाले के मानसपुत्रों ने जिस जमात को आगे बढ़ाया वह भारत के सनातन संस्कार और संस्कृति की विरोधी रही। सेकुलरवाद की आड़ में हिन्दुत्व को लांछित करने का घृणित प्रयास किया, किन्तु जो सनातन संस्कृति शकों, हूणों, तुकोंर्, मुगलों और ईसाइयों की तलवार से भी नही मिट सकी, उसका भला मार्क्स, मुल्ला और मैकाले के मानसपुत्र क्या बिगाड़ सकेंगे?'

ये विचार हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य और हिन्दू जागरण मंच के मार्गदर्शक श्री इन्द्रेश कुमार के। श्री कुमार 24 जुलाई को झारखंड के जमशेदपुर में 'वैश्विक आतंकवाद और भारत' विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे।

श्री कुमार ने आगे कहा कि आज भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व को यदि किसी से खतरा है तो वह है सेकुलरों की जमात और इसी जमात की शह से तैयार आतंकवादी। आज पश्चिम एशिया में आतंकवादी जो कर रहे हैं वह मानवता के लिए चिन्ता का विषय है। इस आतंकवाद से भारत भी अछूता नहीं है। कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक आतंकवाद ने सिर उठा लिया है। भारत को हर हाल में उस नीति का प्रयोग करना होगा, जो इस्रायल ने हमास के विरुद्ध अपनाई है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता ड़ॉ. ़के़ अखौरी तथा मंच संचालन हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री देवव्रत सिंह ने किया। इस अवसर पर हिन्दू जागरण मंच के क्षेत्र संगठन मंत्री श्री सुमन कुमार, झारखण्ड प्रांत के प्रान्त प्रचारक श्री अनिल कुमार आदि उपस्थित थे।

– संजय कुमार आजाद


 

जोधपुर में कारगिल के वीरों को श्रद्धांजलि


कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बजरंग दल
, जोधपुर महानगर द्वारा 26 जुलाई को शहीद स्मारक पर विजय दिवस कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर 1100 दीपक जला कर फूलमाला से स्मारक को सजाया। कार्यकर्ताआंे ने ढोल–नगाड़े बजाते हुए आतिशबाजी कर अपनी खुशी का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के पूर्व कार्यकर्ताआंेे ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम का शुभारम्भ महानगर अध्यक्ष जुगल किशोर व रामप्रताप अग्रवाल ने शहीद स्मारक पर दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को बजरंग दल के महानगर संयोजक महेन्द्रसिंह राजपुरोहित, सह संयोजक विक्रान्त अग्रवाल, अनिल चोपडा, महेन्द्र उपाध्याय आदि ने सम्बोधित करते हुए कारगिल युद्ध की विस्तृत जानकारी दी। उन्हांेने भारतीय जांबाजांे की वीरता की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय वीरों ने अपने प्राणांे को न्योछावर कर मातृभूमि की रक्षा की। इस अवसर पर कई संगठनों के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।

देश के अन्य भागों में कारगिल में शहीद हुए वीर जवानों की याद में कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में आम लोगों ने उपस्थित होकर शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि दी। इन वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए सेना की ओर से कारगिल के द्रास सेक्टर में भी एक बड़ा आयोजन हुआ। उल्लेखनीय है कि द्रास में कारगिल के शहीदों की स्मृति में एक स्मारक बनाया गया है। इस पर शहीद हुए वीरों के नाम अंकित हैं।

– प्रतिनिधि

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