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गत दिनों गोवा के श्री रामनाथ देवस्थान के विद्याधिराज सभागृह में चार दिवसीय तृतीय अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन आयोजित हुआ। इसमें अनेक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और हिन्दुओं को संगठित और शक्तिशाली कैसे बनाया जाए, इस पर चर्चा की। गोष्ठी के एक स़त्र को 'बंगलादेशी माइनरिटी वॉच' के अध्यक्ष और प्रसिद्ध अधिवक्ता रविन्द्र घोष ने भी सम्बोधित किया। श्री घोष ने बताया कि बंगलादेश में कट्टरवादियों ने गत 6 महीने में 2,900 हिन्दू परिवारों पर हमले किए। 1,690 देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़ी गईं और 3,100 मन्दिर गिराए गए। वर्ष 1947 में बंगलादेश में 39 प्रतिशत हिन्दू थे, अब वहां केवल 9.46 प्रतिशत हिन्दू रह गए हैं। अधिवेशन के अन्तिम दिन अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। इनमें प्रमुख हैं हिन्दू हेल्पलाइन, मुम्बई के पारस राजपूत, हिन्दू जनजागृति समिति के रमेश शिंदे, उत्तर प्रदेश से आए विनोद कुमार सवार्ेदय, हिन्दू जनजागृति समिति, महाराष्ट्र के प्रवक्ता अरविंद पानसरे, शिवसेना के नेता आनंद राजपूत, हिन्दू महासभा, महाराष्ट्र के संगठक गोविंद तिवारी, अधिवक्ता संजीव पुनालेकर और हिन्दू विधिज्ञ परिषद् के राष्ट्रीय सचिव संजीव पुनालेकर। प्रतिनिध
कानपुर में 'अखण्ड भारत' पर कार्यशाला
27 जुलाई को ओंकारेश्वर शिक्षा निकेतन, जवाहर नगर, कानपुर में 'अखण्ड भारत' विषय पर एक कार्यशाला आयोजित हुई। इस कार्यशाला में वक्ताओं ने 'और देश बंट गया' पुस्तक के एक-एक अध्याय पर चर्चा की। चर्चा का निष्कर्ष यह रहा कि भारत का बंटवारा एक साजिश के तहत किया गया और वह साजिश अभी भी चल रही है। कार्यशाला का उद्घाटन हिन्दू जागरण मंच के सुबोध चोपड़ा ने किया। उन्होंने बंटवारे की त्रासदी की जानकारी दी। कार्यशाला का सफल संचालन वीरांगना वाहिनी की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना मिश्रा ने किया। कार्यशाला में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
प्रतिनिधि
याद किए गए स्व. सुरेश वाजपेयी
नई दिल्ली में 24 जुलाई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,उत्तर क्षेत्र के सम्पर्क प्रमुख रहे स्व. सुरेश वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी ने स्व़ सुरेश वाजपेयी को योगी बताते हुए कहा कि उनके जीवन से हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने जीवनभर अपने सिद्धान्तों से समझौता नहीं किया। उन्होंने संघ के स्वयंसेवक और पारिवारिक जीवन की जिम्मेदारियों को निभाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। स्व़ वाजपेयी ने संघ की प्रार्थना और प्रतिज्ञा दोनों को पूरा किया।
स्व़ वाजपेयी के साथ अपने सम्बंधों को याद करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ़ मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि स्व़ वाजपेयी सच्चे अथार्े में 'मानव हितैषी' थे। वह मानव संवेदना के पुंज थे। वह हमेशा दूसरों के बारे में सोचते थे। उनका चरित्र विशाल था। डा. जोशी ने कहा कि स्व़ वाजपेयी से दिल्ली में उनकी मुलाकात श्री अशोक सिंहल ने कराई थी। उसके बाद से वह उनके व्यक्तित्व के कायल हो गए। सच्चे अथार्ें में वह एक तराशे हुए हीरे के समान थे।
हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिरुद्ध शर्मा ने कहा कि स्व़ वाजपेयी ने संघ को अपने परिवार से भी अधिक माना और इस बात का सदैव ध्यान रखा कि कभी कोई उन पर उंगली नही उठा सके कि उन्होंने परिवार की खातिर संगठन के नियम-कायदों की अवहेलना की। इस अवसर पर अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे। प्रतिनिधि
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