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फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में जर्मनी के हाथों शर्मनाक हार मिलने के बाद पूरे ब्राजील में मातम पसरा हुआ है। फुटबॉल के दीवाने इस तरह आहत हुए हैं कि लोगों को होश मंें लाने के लिए अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ रहा है। अपने ही मैदान में जर्मनी से 7-1 से मिली हार ब्राजील वासियों के लिए ऐसा सदमा है जिससे जल्दी उबरना आसान नहीं लगता। लोग इस तरह रो रहे हैं मानो उनकी दुनिया ही उजड़ गई हो। इस समाचार के लिखने तक पूरा ब्राजील ठहर-सा गया था। लोगों ने दफ्तर जाना छोड़ दिया है,बाजार बन्द हैं, सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। लोग अपने राष्ट्रपति और खिलाडि़यों के विरुद्ध नारे लगा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस प्रतियोगिता की मेजबानी के लिए ब्राजील सरकार ने ग्यारह अरब डॉलर खर्च किए हैं। इस कारण ब्राजील के लोग पहले से ही अपने राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ का विरोध कर रहे थे। इस हार ने उनकी मुसीबतें और बढ़ा दी हैं। ल्ल
इस्रायल और फिलीस्तीन के बीच घमासान
इन दिनों इस्रायल और फिलीस्तीन एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं। कभी इस्रायल के सैनिक हमास के ठिकानों पर गोलीबारी कर रहे हैं, तो कभी हमास के आतंकवादी इस्रायल पर गोले दाग रहे हैं। इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को फिलीस्तीन में घुस कर हमास के आतंकवादियों को मारने का आदेश भी दे दिया है। इस विवाद का बीज जून महीने के शुरू में ही फिलीस्तीन ने रोपा था। उस समय फिलीस्तीन ने पश्चिमी किनारे से तीन इस्रायली युवकों- नफतली रेंकेल, गिलाद शार और इयाल इलफराच का अपहरण कर हत्या कर दी थी। इन तीनों के शव मिलने के बाद ही इस्रायल ने फिलीस्तीन को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। यह भी कहा था कि जानवरों ने हमारे तीन युवकों की बेरहमी से हत्या कर दी है। इसके कुछ दिन बाद ही इस्रायल ने भी एक फिलीस्तीनी युवक की हत्या कर दी थी। ल्ल
भारत और बंगलादेश के बीच समुद्री विवाद सुलझा
भारत और बंगलादेश के बीच वषार्ें पुराना समुद्री विवाद सुलझ गया है। उल्लेखनीय है कि भारत और बंगलादेश के बीच बंगाल की खाड़ी में 25,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को लेकर बराबर तनाव की स्थिति पैदा हो जाती थी। एक ऐसे ही विवाद के बाद बंगलादेश ने 2009 में इस मामले को संयुक्त राष्ट्र संघ के एक न्यायाधिकरण के सामने उठाया था। इस न्यायाधिकरण का गठन सामुद्रिक विवादों को सुलझाने के लिए ही किया गया है। इस न्यायाधिकरण ने विवादित क्षेत्र का लगभग 80 प्रतिशत भाग बंगलादेश को देने का निर्णय लिया है। इसके अनुसार 19,500 किलोमीटर का क्षेत्र बंगलादेश को दिया गया है और लगभग 6000 किलोमीटर का क्षेत्र भारत को दिया गया है। इस निर्णय का भारत और बंगलादेश दोनों ने स्वागत किया है। इस निर्णय से यह भी स्पष्ट हो गया है कि भारत और बंगलादेश के लोग बंगाल की खाड़ी में किस सीमा तक जा सकते हैं। माना जा रहा है कि अब बंगलादेश बंगाल की खाड़ी में अपनी जल सीमा के अन्तर्गत तेल की खोज करेगा। ल्ल
आलोचना पर 50 कोड़े मारने की सजा
ईरान की सरकार ने एक महिला पत्रकार को सिर्फ इस बात पर जेल भेज दिया कि उसने सरकारी योजनाओं की आलोचना में लेख लिखे थे। इसके साथ ही उसे सरेआम 50 कोड़े मारने की सजा सुनाई गई है। इस पत्रकार का नाम है मर्जिए रसौली। रसौली को जनवरी, 2012 में सभा करने और सरकार के विरुद्ध दुष्प्रचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रसौली की सुधारवादी बातों और लेखों को ईरान के कट्टरवादी पचा नहीं पा रहे थे। इन्हीं कट्टरवादियों ने रसौली को लेकर हंगामा भी किया था। ल्ल
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