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नई दिल्ली में 29 जून को विश्व हिन्दू परिषद्, दिल्ली की अर्द्धवार्षिक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री दिनेश चन्द्र ने कहा कि इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी यानी 17 अगस्त, 2014 को विश्व हिन्दू परिषद् की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। विहिप की पचासवीं वर्षगांठ अर्थात् स्वर्ण जयन्ती की अग्रिम बधाई देते हुए श्री दिनेश चन्द्र ने कहा कि विश्व के प्रत्येक हिन्दू के हितों की रक्षा तथा विहिप की गतिविधियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ता अभी से कार्य में जुट जाएं।
उन्होंने कहा कि सन् 1964 में भगवान श्रीकृष्ण के पावन प्रकटोत्सव पर मुम्बई के सांदीपनि आश्रम में स्थापित विहिप आज विश्व के तीस से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वर्ण जयन्ती वर्ष में अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से विहिप विश्व के अनेक देशों में हिन्दू समाज को एकजुट कर विश्व बन्धुत्व को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
विश्व हिन्दू परिषद् दिल्ली के महामंत्री श्री रामकृष्ण श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि अब शीघ्र ही दिल्ली में विशाल हिन्दू सम्मेलनों व शोभा यात्राओं की गूंज सुनाई देगी। दक्षिणी दिल्ली के नेहरू नगर स्थित सरस्वती बाल मंदिर विद्यालय में पूरे दिन चली इस महत्वपूर्ण बैठक में दिल्ली के लगभग चार सौ पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में विहिप के केन्द्रीय उपाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सिंहल, सह मंत्री श्री कैलाश चंद्र सिंहल व क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री करुण प्रकाश, प्रांत अध्यक्ष श्री रिखब चंद्र जैन व संगठनमंत्री श्री अनिल के अलावा अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। ल्ल प्रतिनिधि
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