|
जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन को इंग्लैण्ड वापस जाने के लिए 64 हजार रुपए यात्रा और खानपान भत्ते (डी.ए.) के रूप में दिए थे। यह जानकारी केन्द्रीय गृह मंत्रालय की पुरानी फाइलों से मिली है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश पर सभी मंत्रालयों में पुरानी फाइलें खंगालो अभियान चल रहा है। इसी दौरान ये फाइलें बाहर आ रही हैं। इन्हीं फाइलों से यह भी पता चला है कि प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पेंशन और प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री का वेतन सरकार के आपदा कोष में चला गया था,क्योंकि इन दोनों ने उसे लेने से मना कर दिया था। इससे से यह भी पता चलता है कि हमारे पहले के नेता देश के लिए किस प्रकार का त्याग करते थे जबकि अंग्रेज जाते-जाते भी अपने साथ मोटी रकम ले गए। यह उस दौर की बात है जब देश को विकास के लिए अधिक से अधिक धन चाहिए था। शायद इसीलिए डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने पेंशन और शास्त्री जी ने वेतन लेने से मना कर दिया था। ल्ल
टिप्पणियाँ