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स्वयंसेवकों ने फौरन पहुंचाई राहत, रेल मंत्री ने की प्रशंसा
24 और 25 जून की रात को बिहार के छपरा जिले में दिल्ली से असम जा रही राजधानी एक्सप्रेस के इंजन सहित 11 बोगियां पटरी से उतर गईं। इस हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक यात्री घायल हो गए। हादसे के पीछे नक्सली षड्यंत्र से भी इंकार नहीं किया जा रहा है, क्योंकि इसी रात मोतिहारी में नक्सलियों ने मालगाड़ी को उड़ा दिया। सूचना मिलते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक घटनास्थल पर पहंुच गए और इन सभी ने पुलिस या प्रशासन का इंतजार किए बिना ही बोगियों में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया। कुछ स्वयंसेवकों ने घायलों का सामान सुरक्षित स्थान तक पहंुचाया, कुछ ने घायल यात्रियों को अस्पताल में दाखिल कराया,तो कुछ स्वयंसेवकों ने यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था की। साथ ही स्वयंसेवकों ने छपरा के जानेमाने चिकित्सक डॉ. सी. एन. गुप्ता की देखरेख में चिकित्सालय में जाकर घायलों के प्राथमिक उपचार में परस्पर सहयोग किया। स्वयंसेवकों ने भटके परिजनों को एक-दूसरे से मिलाने में भी बड़ी भूमिका निभाई। स्वयंसेवकों ने सेवा का यह कार्य स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य श्री रामदयाल शर्मा, विभाग प्रचारक श्री राजाराम, नगर कार्यवाह श्री सुजीत के नेतृत्व में किया। स्वयंसेवकों ने गंभीर रूप से घायल यात्रियों को उपचार के लिए पटना मेडिकल कॉलेज पहंुचाने में भी मदद की। वहां भी सहयोग के लिए क्षेत्रीय कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह, प्रांत प्रचार प्रमुख श्री राजेश कुमार पांडेय, प्रांत शारीरिक प्रमुख श्री अजीत और श्री अशोक सहित अनेक स्वयंसेवक पहले से उपस्थित थे। स्वयंसेवकों के इन कार्यों से रेल यात्री और स्थानीय लोग बड़े प्रभावित हुए। घटनास्थल पर पहंुचे रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने भी स्वयंसेवकों के सेवा कार्यों की भूरि-भूरि सराहना की।
इस दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दु:ख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपये और रेलवे की ओर से भी मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
जानकारी के अनुसार राजधानी एक्सप्रेस 24 जून की रात करीब दो बजे छपरा जंक्शन से रवाना हुई थी, जो आगे चलकर कुछ ही मिनट बाद पटरी से उतरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और प्रशासन सहायता के लिए घटनास्थल पर पहंुच गया। स्थानीय भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी मौके पर पहंुच गए और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया।
हादसे की जांच मुख्य संरक्षा आयुक्त को सौंप दी गई है। प्राथमिक जांच में घटनास्थल पर रेल ट्रैक की 17 फिश प्लेट खुली पाई गई हैं। दरअसल, नक्सलियों द्वारा 24-25 जून को बंद का आह्वान किए जाने पर खुफिया विभाग ने सोनपुर रेल मंडल को सतर्कता बरतने को कहा था। पुलिस मुख्यालय द्वारा भी छपरा से हाजीपुर और हाजीपुर से मुजफ्फरपुर के बीच रेल को निशाना बनाने की आशंका जताई गई थी। इसके बावजूद डिबू्रगढ़ जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के लिए पायलट इंजन की व्यवस्था नहीं की गई,जबकि राजधानी एक्सप्रेस के गुजरने से आधा घंटा पूर्व पायलट इंजन को जांच के लिए रवाना कर दिया जाता है। ल्ल प्रतिनिधि
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