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स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय परिषद् की बैठक 31 मई से 1 जून तक पानीपत (हरियाणा) में सम्पन्न हुई। बैठक में स्वदेशी जागरण मंच के सांगठनिक विषयों के अतिरिक्त चीन के विरुद्ध अभियान की प्रगति का आकलन किया गया। 22 प्रांतों से मंच के संयोजक, सह-संयोजक और अन्य प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में मंच के संयोजक श्री अरुण ओझा, सह-संयोजक प्रो़ भगवती प्रकाश शर्मा, डॉ़ अश्विनी महाजन, श्री सरोज मित्र एवं डॉ़ धनपत अग्रवाल, अखिल भारतीय संगठक श्री कश्मीरी लाल सहित मंच के केन्द्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति और संप्रग सरकार की जन विरोधी आर्थिक नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था पर संकट के संदर्भ में व्यापक चर्चा हुई। बैठक में भारत में विदेशी निवेश, आर्थिक चुनौतियां और समाधान और जीएम फसलों के खुले परीक्षण से संभावित खतरों पर प्रस्ताव पारित किए गए। विदेशी निवेश पर पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि अमरीका और यूरोप के आर्थिक तंत्र का खोखलापन उजागर हो चुका है। वर्ष 2012-13 में देश को मात्र 26 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ। पर विदेशी निवेशक 31़ 7 अरब डॉलर रॉयल्टी, ब्याज, लाभांश और वेतन के नाम पर देश से बाहर लेकर चले गए। इसलिए विदेशी निवेश पर निर्भरता की बजाय अपने संसाधनों का ठीक प्रकार से समायोजन करना चाहिए। एक अन्य प्रस्ताव में स्वदेशी जागरण मंच ने पिछली सरकार की जन विरोधी आर्थिक नीतियों के कारण बेरोजगारी, भुखमरी, रुपए की बदहाली, महंगाई और भ्रष्टाचार एवं देश पर कसते विदेशी शिकंजे के बारे में आगाह करते हुए कृषि पर अधिक ध्यान देने की बात कही गई है।
एक अन्य प्रस्ताव में मांग की गई है कि जी़ एम. फसलों के परीक्षण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। इस दौरान 31 मई को एक जनसभा हुई। इसकी अध्यक्षता पानीपत के प्रसिद्ध उद्योगपति श्री सुखमाल जैन ने की। मंच के संगठक श्री कश्मीरी लाल ने कहा कि देश में नई सरकार का गठन हो चुका है और देश को इस सरकार से अपार अपेक्षाएं हैं। हमें दुनिया और देश में बदलती हुई आर्थिक परिस्थितियों के मद्देनजर जागरूक रहने की जरूरत है। मंच के सह-संयोजक डॉ़ धनपत अग्रवाल ने देश में आर्थिक संकटों के मद्देनजर विशेष प्रयास करने पर बल दिया। मुख्य अतिथि और पानीपत के सांसद श्री अश्वनी चोपड़ा ने कहा कि देश में प्रौद्योगिकी विकास की विशेष आवश्यकता है और कठिन परिस्थितियों में अपने देश की प्रौद्योगिकी ही समाधान दे सकती है।
– प्रतिनिधि
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