पड़ोस : पकिस्तान में हक की लड़ाई, दिल में हिन्दुस्थान
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

पड़ोस : पकिस्तान में हक की लड़ाई, दिल में हिन्दुस्थान

by
Jun 9, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 09 Jun 2014 16:07:34

राजधानी में अल्ताफ हुसैन से दिल्ली में 2004 में मुलाकात हुई थी। वे एक मीडिया संस्थान की तरफ से आयोजित सम्मेलन में भाग लेने आए थे। उनकी वह पहली यात्रा थी। उसके बाद वे कभी भारत नहीं आए। उनके साथ उनके बहुत से साथी भी आए थे। सम्मेलन का फोकस भारत-पाक रिश्ते था। काला चश्मा पहने हुए अल्ताफ हुसैन खासमखास लोगों के बीच में भी कुछ हटकर लग रहे थे। हम तुरंत उनके पास पहुंचे,अपना परिचय दिया। बड़ी ही गर्मजोशी से उन्होंने हमें अपने पास बैठने के लिए कहा। गुफ्तुगू का सिलसिला चालू होने से पहले उन्होंने बैंसन एंड हेजेस सिगरेट का पैकेट जेब से निकाला। बातचीत शुरू होते कहने लगे, यार, मैं आपसे दूर कहां हूं। यूपी वाला हूं। आगरा से हूं। मेरे ना मालूम कितने पुरखे-अपने करीबी आगरा की मिट्टी में दफन हैं। वालिद साहब रेलवे में थे। राजा की मंडी में घर था। शायद ही कोई दिन गुजरता हो जब यूपी या आगरा का घर में जिक्र ना होता हो। अभी 50-60 साल पहले तो सरहद के उस पार चले गए थे। इतने कम समय में आपको लगता है कि मैं अपने पुरखों की जड़ों से दूर हो जाऊंगा। दादा मोहम्मद रमजान आगरा के प्रमुख मुफ्ती थे।
1980 में अल्ताफ ने पाकिस्तान में एमक्यएम पार्टी की स्थापना की। पार्टी का कराची के शहरी इलाके के साथ ही सिंध और हैदराबाद इलाके में मजबूत जनमत है। पाकिस्ताीन की नेशनल एसेंबली में एमक्यू एम चौथी बड़ी पार्टी है। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पार्टी कई वजहों से देश में बदनाम भी है। मसलन पार्टी पर यह आरोप लगते रहे हैं कि उसके कई नेता नशीली दवाओं का धंधा करते हैं और जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा भी करते हैं। इतना ही नहीं अवैध हथियारों की तस्करी में भी पार्टी का नाम आता रहा है। कहा जाता है कि एमक्यू एम पार्टी कराची में ड्रग इकोनमी चलाती है। अपने ऊपर लगने वाले आरोपों के जवाब में उन्होंने कहा था कि एक तो पंजाबी और सिंधी मुसलमान हमें मारते हैं और जरूरत पड़ने पर हमारे ऊपर गंभीर आरोप भी लगाने से बाज नहीं आते।
अल्ताफ हुसैन पर अपनी ही पार्टी के एक नेता इमरान फारूक की हत्या में शामिल होने का आरोप भी है। उन पर यह आरोप भी लगता रहा है कि वो फोन के जरिए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लंदन से संबोधित करते रहते हैं और कराची शहर में उनकी मजबूती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लंदन में गिरफ्तारी की खबर आते ही कराची में बंद की घोषणा कर दी गई।
बहरहाल,उनके पास भी है भारत-पाक के संबंधों को सुधारने का नुक्शा। हमने उनसे पूछा कैसे सुधरे भारत-पाक के संबंध ?अल्ताफ साहब बताने लगे कि मेरा तो फोकस रहेगा कि दोनों मुल्कों के आम अवाम को सरहद के आर-पार आवाजाही के लिए दिक्कत ना हो। वे एक-दूसरे के मुल्क में मजे-मजे में आ जा सकें। अगर हम यह कर पाए तो भारत-पाकिस्तान अमन से रह सकेंगे। वे बोलते जा रहे थे। मैं जब दोनों देशों के अवाम के इधर-उधर आवाजाही को आसान करने की बात कर रहा हूं तो मैं बात कर रहा हूं इंडिया के पार्टिशन की वजह से बंटे खानदानों की। उन्हें बंटवारे ने कहीं का नहीं छोड़ा। वे बंटवारे की वजह से नुकसान में रहे। हम मुहाजिरों को पाकिस्तान में दोयम दर्जे का इंसान माना जाता है। अब उनका अंदर का नेता जाग चुका था। वे तकरीर करने के अंदाज में बोल रहे थे। उनकी आवाज तेज हो गई थी। हमने पूछ लिया,' क्या बंटवारा नहीं होना चाहिए था?' अल्ताफ कहने लगे, बिल्कुल नहीं। बंटवारा ना होता तो मुसलमानों की भारत में हैसियत बेहतर होती।
पाकिस्तान के किसी नेता का इस तरह से बातें करना-बताना अच्छा लग रहा था। अब अल्ताफ हुसैन की सिगरेट अपने अंतिम मुकाम पर थी। हमने उनसे आग्रह किया कि लंच के साथ भी इंसाफ कर लेते हैं। तब बात करने का मजा बढ़ जाएगा। उन्हें हमारा प्रस्ताव पसंद आया। हम दोनों अपनी प्लेट्स में पसंदीदा डिशेज रखने लगे। उन्हें दाल दिखी। अरे, ये कौन सी दाल है,उन्होंने होटल स्टाफ से पूछा। उसने बताया, अरहर की दाल है। यह सुनते ही अल्ताफ के चेहरे पर खुशी के भाव आ गए।अरहर की दाल पसंद करता हूं। लंदन में अरहर की दाल खाता हूं। देखते हैं यहां की अरहर की दाल का स्वाद कैसा है।
चलते-चलते उन्होंने बताया था कि उनके परिवार के बहुत से सदस्य 1965 की जंग से पहले कराची आए हुए थे। उनमें दो चाचा-चाचियाँ और उनके बच्चे भी थे। जंग के कारण उनका भारत वापस आना नामुमकिन हो गया। नतीजा यह हुआ कि उनके बहुत से संबंधी चाहकर भी पाकिस्तान में बसने के लिए मजबूर हुए।

– विवेक शुक्ला

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies