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पिछले कुछ समय से पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाएं हो रही हैं। शरारती तत्व कभी गुरु ग्रंथ साहिब को आग के हवाले कर दे रहे हैं, तो कभी फाड़कर फेंक दे रहे हैं। इन घटनाओं से पाकिस्तान ही नहीं, भारत के भी सिख गुस्से में हैं। पाकिस्तानी सिखों में गुस्सा किस तरह का है,यह 23 मई को देखने को मिला। इस दिन गुस्साए पाकिस्तानी सिख इस्लामाबाद में संसद के परिसर में घुस गए। वहीं पाकिस्तान सिख परिषद् ने कराची प्रेस क्लब में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि यदि एक हफ्ते के अन्दर दोषियों को पकड़ा नहीं गया तो सिख समुदाय देशव्यापी धरना-प्रदर्शन करेगा। परिषद् के वरिष्ठ सदस्य रमेश सिंह ने पाकिस्तान सरकार से मांग की है कि घटनाओं की जांच के लिए न्यायायिक आयोग बनाया जाए। भारत के सिख भी पाकिस्तान की इन घटनाओं से नाराज हैं। इसी नाराजगी का नतीजा है कि इस वर्ष शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एस.जी.पी.सी.) ने सिख श्रद्धालुओं के जत्थे को पाकिस्तान न भेजने का निर्णय लिया है।
उधर अमरीका में भी एक गुरुद्वारे को लेकर तनाव है। कैलीफोर्निया के सैक्रामैन्टो कंट्री में एक गुरुद्वारा बनाने का विरोध हो रहा है। उल्लेखनीय है कि सैक्रामैन्टो के श्रीगुरु रविदास गुरुद्वारा में 12,000 वर्ग फुट का एक प्रार्थना स्थल है। गुरुद्वारे के संचालक उस जगह पर एक भव्य गुरुद्वारा बनाना चाहते हैं,लेकिन इसका विरोध वहां के स्थानीय लोग कर रहे हैं। पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में भी एक गुरुद्वारे के निर्माण का विरोध किया गया था। बात बिगड़ने पर यह मामला अदालत तक पहंुचा और अदालत ने गुरुद्वारे के निर्माण के पक्ष में निर्णय दिया है।
प्रस्तुति: अरुण कुमार सिंह
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