|
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री अनंत रामचंद्र गोखले का निधन 25 मई को लखनऊ में हो गया। श्री गोखले 96 वर्ष के थे। उनका जन्म 23 सितम्बर,1918 को खंडवा (म.प्र.)में हुआ था। गोखले जी उन स्वयंसेवकों में एक थे,जिन्हें डॉ़ हेडगेवार और श्रीगुरुजी का सान्निध्य मिला था। श्रीगुरुजी के आह्वान पर 1941-42 में नागपुर में 18 कार्यकर्ता प्रचारक बने थे। गोखले जी उनमें से एक थे। उन्होंने एल़ एल़ बी़ प्रथम वर्ष की परीक्षा दे दी थी, पर गुरुजी ने कहा,'पढ़ाई बहुत हो गई, अब प्रचारक बनो।' बस उस दिन के बाद गोखले जी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
गोखले जी को 1942 में सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश में कानपुर भेजा गया। वहां के तत्कालीन संघचालक ने भाऊराव जी से एक प्रचारक की मांग की थी। यह भी कहा था कि उनका व्यय वे वहन करेंगे। शाखा खोलने के लिए श्री गोखले उरई, उन्नाव, कन्नौज, फर्रुखाबाद, बांदा आदि भी जाते थे। गोखले जी 1942 से 1951 तक कानपुर, फिर 1954 तक लखनऊ ,1955 से 58 तक कटक (उड़ीसा), 1959-73 तक दिल्ली में रहे। 1974-75 के प्रतिबंध काल में उनका केन्द्र नागपुर रहा। 1978 में उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का सह प्रांत प्रचारक का दायित्व दिया गया। वे तत्कालीन पंजाब प्रान्त के प्रचारक भी रहे थे।ं प्रवास सम्बंधी कठिनाइयां होने पर उन्हें लोकहित प्रकाशन, लखनऊ के माध्यम से पुस्तक प्रकाशन का कार्य दिया गया। 2002 तक उन्होंने यह काम संभाला। 2002 में स्वास्थ्य संबंधी कारणों से सब दायित्वों से मुक्ति लेकर वे लखनऊ में 'भारती भवन' वाले कार्यालय में रहने लगे। 1991 में उनके परिवार की पुश्तैनी सम्पत्ति का बंटवारा हुआ। उनके हिस्से में स्टेशन के पास की डेढ़ एकड़ जमीन आई। गोखले जी ने वह संघ को दे दी। तब उसका सरकारी मूल्य 47,20,500 रु़ था। वहां संघ कार्यालय बने, यह सबकी इच्छा थी; पर पैसा नहीं था। कुछ साल बाद प्रशासन ने वहां पुल बनाने का निर्णय लिया। उसमें जमीन का 40 प्रतिशत भाग अधिग्रहीत कर उसका 19 लाख रु़ मुआवजा दिया गया। उस पैसे से संघ कार्यालय बनाया गया। उसका नाम रखा गया है 'शिवनेरी'। शिवनेरी पुणे के पास उस दुर्ग का नाम है, जहां शिवाजी का जन्म हुआ था।
25 मई को ही लखनऊ में उनका अन्तिम संस्कार सम्पन्न हुआ। कार्यालय प्रमुख श्री संग्राम सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। श्री गोखले के प्रति श्रद्धाञ्जलि व्यक्त करते हूए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य श्री मधुभाई कुलकर्णी ने कहा कि एक प्रचारक का आदर्श जीवन कैसा होना चाहिए, उनके जीवन से परिलक्षित होता था। अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख श्री हस्तीमल ने कहा कि संघ को आगे बढ़ाने के लिए गोखले जी जैसे अनेक प्रचारकों ने अपना पूरा जीवन खफा दिया। इस अवसर पर अखिल भारतीय व्यवस्था प्रमुख श्री बाल जी, किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री रमाशीष,पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक श्री शिवनारायण, प्रान्त प्रचारक श्री संजय कुमार, प्रान्त कार्यवाह श्री अनिल मिश्र, सह प्रान्त संघचालक डॉ़ हरमेश चौहान, वरिष्ठ पत्रकार श्री आनन्द मिश्र 'अभय' आदि उपस्थित थे।
शोक सन्देश भेजने के लिए पता :
श्री विनायक गोखले
46/डी, फ्लैट नं़ 9, शेवाले चैम्बर, पुष्कर कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी, औंद रोड, खड़की, पुणे-411020
सम्पर्क : 020-24817312, मो़ : 09922132823
टिप्पणियाँ