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.विश्व हिन्दू परिषद् के संरक्षक श्री अशोक सिंहल ने 28 अप्रैल को राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी को एक पत्र लिखकर भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी श्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। पत्र में लिखा है कि देश की जनता उन पर किसी आक्रमण की संभावना से चिंतित है। आई. बी. ने श्री मोदी पर संभावित आत्मघाती आक्रमण की संभावना को देखते हुए सावधान किया है। इसके अनुसार उन पर आत्मघाती हमला पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की हत्या की तरह हो सकता है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि इंडियन मुजाहिदीन, पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आई.़एस़ आई. और दाऊद इब्राहिम,जो अभी पाकिस्तान में छिपा हुआ है, ये सब मिलकर श्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की योजना बना रहे हैं। यह खतरा तब से बहुत बढ़ गया है, जबसे श्री नरेन्द्र मोदी ने दाऊद इब्राहिम को भारत वापस लाने का संकल्प व्यक्त किया है। पत्र में आगे लिखा गया है कि हमारे देश में आतंकवाद पिछले बहुत समय से सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। सरकार को इस चुनौती का सामना अवश्य करना चाहिए और आतंकवादियों और हत्यारों को निष्क्रिय करने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनानी चाहिए और उनके संजाल, समर्थकों और देश में कार्यरत उनके छिपे हुए अड्डों को समाप्त करने के लिए जोरदार अभियान चलाना चाहिए और वर्तमान प्रसंग में प्रभावी खोजबीन की जानी चाहिए और श्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सब आवश्यक कदम उठाने चाहिए। ल्ल प्रतिनिधि
ह्यदेशहित में मतदान जरूर करेंह्ण
विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय महामंत्री श्री चम्पत राय से विहिप की स्वर्ण जयन्ती, आम चुनाव आदि के सन्दर्भ में की गई बातचीत के प्रमुख अंश-
ल्ल केन्द्र में आने वाली नई सरकार से अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के निर्माण को लेकर क्या अपेक्षाएं हैं?
अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मन्दिर बने, भला इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है। स्वाभिमान-सम्पन्न राजसत्ता ही गुलामी के चिह्नों को हटा सकती है। मैं इतना जरूर कहता हूं कि देश सबसे पहले है, क्योंकि यदि देश ही नहीं होगा तो सारी बातें गौण हो जाएंगी।
ल्ल मुगलों के बाद भारत आए अंग्रेजों ने भी अपने प्रतीक चिन्ह बनवाए, जो आज भी हैं। इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है ?
देश मेंे गुलामी के प्रतीकों को समय-समय पर हटाया और बदला जाता रहा है। दिल्ली में जॉर्ज पंचम की मूर्ति को इंडिया गेट से हटा दिया गया। वेलिंग्टन अस्पताल का नाम बदलकर डॉ़ राममनोहर लोहिया अस्पताल कर दिया गया। जब अन्य गुलामी के प्रतीकों को हटाने का समय आएगा तो उन्हें भी हटाया लाएगा।
ल्ल क्या इस लोकसभा चुनाव में विहिप की तरफ से भाजपा को वोट दिलाने हेतु कोई योजना बनाई गई है?
विश्व हिन्दू परिषद् एक सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन है। इस वर्ष की जन्माष्टमी को विहिप की स्थापना के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। अत: विहिप के कार्यकर्ता अपने निर्धारित लक्ष्यानुसार गांव-गांव पहुंच रहे हैं। लोगों को विहिप की स्वर्ण जयन्ती के बारे में बता रहे हैं और जहां जरूरत होती है वहां लोगों से देशहित में मतदान करने की अपील भी कर रहे हैं। प्रतिनिधि
क्या कश्मीर से हिन्दुओं को भगाना ही सेकुलरवाद है!
विश्व हिन्दू परिषद् दिल्ली ने केन्द्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला के उस बयान की तीखी निन्दा की है,जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर भारत सेकुलर नहीं रहता है तो कश्मीर भारत के साथ नहीं रहेगा। विहिप दिल्ली के महामंत्री श्री रामकृष्ण श्रीवास्तव ने कहा है कि सेकुलरवाद का ढकोसला करने वाले दूसरों पर उंगली उठाने से पहले अपने अंदर झांक कर बताएं कि क्या पांच लाख कश्मीरी हिन्दुओं को शरणार्थी शिविरों में जीने को मजबूर करना ही सेकुलरवाद है? अब्दुल्ला परिवार के कारण ही कश्मीर नासूर बन गया है। कश्मीर के अलगाव की कल्पना करने से पहले फारुख स्वयं जान लें कि भारत का प्रत्येक नागरिक अपनी भारत माता के इस मुकुट के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा है कि देश की राष्ट्रभक्त जनता तो ऐसे नेताओं को वोट के माध्यम से सबक सिखाएगी ही, चुनाव आयोग तथा ऐसे नेताओं का साथ देने वाले दल भी भारत की संप्रभुता पर हमला करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई अवश्य करें। प्रतिनिधि
श्रीकान्त जोशी स्मृति व्याख्यानमाला सम्पन्न
मध्य प्रदेश के सिरमौर में पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्व. श्रीकान्त जोशी की स्मृति में दो दिवसीय व्याख्यानमाला आयोजित हुई। इसमें विभिन्न सत्रों में अनेक विषयों पर गहन चर्चा हुई। व्याख्यानमाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए नव स्वदेश के प्रधान संपादक और मुख्य वक्ता डॉ. शिव बरूआ ने कहा कि आज संचार के साधन तेजी से बढ़ रहे हैं। उनके साथ हमें कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और हिन्दुस्थान समाचार के केन्द्रीय मार्गदर्शक श्री लक्ष्मीनारायण भाला ने कहा कि किसी समाज को आगे बढ़ाने के लिए सामाजिक समरसता मुख्य तत्व है।
ह्यसामाजिक समरसता और चुनौतियांह्ण विषय पर हुई परिचर्चा की अध्यक्षता करते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रीवा विभाग के संघचालक श्री राजकुमार शर्मा ने कहा कि समरसता की संकल्पना इन तथ्यों से प्रमाणित है कि उसका न्यायपालिका में सर्वोपरि स्थान है। प्रारम्भ में कार्यक्रम के आयोजक पत्रकार धर्मेन्द्र पाण्डेय ने स्वागत संबोधन में व्याख्यानमाला के आयोजन के बारे में बताया और कहा कि किसी कार्यकर्ता के जीवन की सफलता इसी में है कि वह अपने पीछे अनेक प्रेरित मन छोड़ जाए। व्याख्यानमाला समिति के संयोजक एसजी गड़कर ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भंेट किया। प्रतिनिधि
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