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.गत दिनों रायपुर में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् छत्तीसगढ़ प्रांत की ओर से हिन्दू नववर्ष पर वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता और पूर्व सांसद श्री गोपाल व्यास ने कहा कि हिन्दू नववर्ष का स्मरण करना ही बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि एक बार वे रूस गए थे। मास्को में कुछ रूसी विद्वानों को रामायण और महाभारत पर विशद् चर्चा करते हुए देखा तो बड़ा आश्चर्य हुआ। साम्यवादी एवं ईश्वर को न मानने वाले इस देश में हिन्दू संस्कृति पर चर्चा होते देखकर बड़ा गर्व का अनुभव हुआ। लेकिन दुर्भाग्य से अपने ही देश में कुछ लोग सेकुलरवाद की आड़ में हिन्दू संस्कृति पर निराधार लांछन लगा रहे हैं। राज्यसभा सांसद एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री नंदकुमार साय ने कहा कि हिन्दू नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को भगवान विष्णु ने मतस्य अवतार लेकर पृथ्वी को प्रलय के विनाश से बचाया था। हमारी संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है,लेकिन आज टीवी पर जिस प्रकार के विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं उससे हमारी संस्कृति पर बहुत ही बुरा असर हो रहा है। इससे उबारने का कार्य केवल साहित्य कर सकता है। वरिष्ठ साहित्यकार श्री गिरीश पंकज ने कहा कि भारतीय संस्कृति विशाल सागर है, जिसमें विश्व की विभिन्न संस्कृतियां नदियों के रूप में समाहित हैं। कार्यक्रम में साहित्य, खेल, राजनीति, सामाजिक, सेवा, धार्मिक जागरण, वकालत, आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए प्रशांत वाजपेयी, अवधेश द्विेवेदी, मनोज वर्मा, डीएस मिश्रा, रामेश्वर शर्मा, ललित मिश्रा, सुरेश सोनझरा,अशोक राजपूत सहित 11 लोगों को श्रीफल और शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् छत्तीसगढ़ प्रांत के अध्यक्ष प्रभात मिश्र ने कार्यक्रम की भूमिका रखी। ल्ल हिन्दुस्थान समाचार, रायपुर
लघु उद्योग भारती की आम सभा सम्पन्न
27 अप्रैल को नई दिल्ली स्थित दीनदयाल शोध संस्थान के सभागार में लघु उद्योग भारती, दिल्ली प्रान्त की आम सभा हुई। इसके मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दिल्ली प्रान्त के संघचालक श्री कुलभूषण आहूजा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अंतत: आपके उत्पाद की गुणवत्ता ही विकास का मूल मंत्र सिद्ध होती है। मुख्य वक्ता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर क्षेत्र के सह कार्यवाह श्री विजय कुमार ने लघु उद्यमियों का आह्वान किया कि वे अपने कुल एवं मूल संगठन की प्रेरणा का सदैव स्मरण रखते हुए लघु उद्योग भारती को सुदृढ़ बनाने हेतु सदैव सक्रिय रहें। मात्र स्वयं की सदस्यता पर्याप्त नहीं,अपितु संगठन की सुदृढ़ता में सबका योगदान आवश्यक है। सुदृढ़ संगठन के माध्यम से ही आप देश के विशाल लघु उद्यम परिवार की भलाई कर सकते हंै। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय महासचिव श्री ओमप्रकाश मित्तल ने बताया कि इस समय हम लघु उद्योगांे के लिए सस्ता ऋण, पृथक श्रम कानून तथा मनरेगा योजना को उद्योग व कृषि से जोड़ने के लिए प्रयासरत हैं। इस अवसर पर लघु उद्योग भारती,दिल्ली प्रदेश की नई कार्यकारिणी गठित हुई। श्री सम्पत तोषनीवाल को अध्यक्ष, श्री वीरेन्द्र नागपाल को महासचिव, श्री सुनील बहल को कोषाध्यक्ष एवं श्री रविन्द्र बंसल को संरक्षक का दायित्व सौंपा गया।
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