|
हर हाथ को काम, हर खेत का पानी, हर घर में दीपक, जनसंघ की निशानी।
इंदिरा हटाओ,देश बचाओ ( आपातकाल के बाद जयप्रकाश नारायण ने दिया इसे।
जिंदा कौंमें पंाच साल इंतजार नहीं करतीं। (समाजवादी आंदोलन से जुड़े इस क्रांतिकारी नारे में एक प्रकार से जनता का आह्वान है कि वे निकम्मी सरकारों को उखाड़ दें)
स्वतंत्र भारत के सबसे बड़े नारे
(1) जय जवान,जय किसान
लाल बहादुर शास्त्री ने सन 1965 में सीमा पर तैनात सैनिकों और खेतों में काम करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस नारे को दिया था। किसानों का आह्वान इसलिए किया गया ताकि वे कृषि उत्पादन बढ़ाएं जिससे कि देश कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो सके। इस नारे ने 1967 में कांग्रेस को फिर से सत्ता दिलवाई थी।
(2) जय जवान, जय किसान,जय विज्ञान
अटल बिहारी वाजपेयी ने 1998 में इस नारे को गढ़ा था। पोकरण धमाके के बाद उन्होंने शास्त्री जी के नारे को आगे बढ़ाते हुए विज्ञान के महत्व को रेखांकित किया था।
(3) जब तक सूरज चांद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा
इंदिरा गांधी की 1984 में हत्या के बाद देश सन्न था। तब कांग्रेस की तरफ से यह नारा आया। इस नारे ने कांग्रेस के हक में अप्रत्याशित माहौल बनाया।
(4) इंडिया शाइनिंग
प्रमोद महाजन ने राजग सरकार को यह साल 2004 में दिया था पर इसका खास असर नहीं हुआ।
(5) जांचा,परखा,खरा
अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में 1996 में आए इस नारे ने भाजपा के हक में जबरदस्त माहौल बनाया था। तब भाजपा की 13 दिनों की सरकार बनी थी।
टिप्पणियाँ