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पिछले दिनों जयपुर में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा ह्यशाश्वत जीवन मूल्यह्ण विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसके मुख्य अतिथि थे राजस्थान के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गुलाब चन्द कटारिया। मुख्य वक्ता थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तर क्षेत्र के संघचालक डॉ. बजरंग लाल गुप्त। संगोष्ठी की अध्यक्षता अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ़ विमल प्रसाद अग्रवाल ने की। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए श्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में शाश्वत जीवन मूल्यों की नितान्त आवश्यकता है। बिना जीवन मूल्यों के समाज चल नहीं सकता। मुख्य वक्ता डॉ. बजरंग लाल गुप्त ने कहा कि व्यक्ति की सृष्टि के प्रति जीवन दृष्टि कैसी है उसी से जीवन मूल्य निकलते हैं। उन्होंने अमरीकी संस्कृति की भारतीय संस्कृति से तुलना करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति हर तरह से समृद्ध एवं महान है। डॉ़ विमल प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि भारतीय समाज सदा-सर्वदा सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित जीवन धारा पर चलता आया है। इस अवसर पर तीन पुस्तकोंं का लोकार्पण भी किया गया। ये पुस्तकें हैं- ह्यशिक्षा : दृष्टिकोण और दिशाह्ण, ह्यअद्वैत की वैज्ञानिकता और स्वामी विवेकानन्दह्ण और ह्यशाश्वत जीवन मूल्यह्ण। ल्ल प्रतिनिधि
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