कहानी:भला करने का फल हमेशा भला होता है
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

कहानी:भला करने का फल हमेशा भला होता है

by
Mar 10, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 10 Mar 2014 15:23:30

एक नगर में एक औरत अपने परिवार के साथ रहती थी, वह अपने परिवार वालों के लिए जब भोजन बनाती तो एक रोटी किसी भूखे आदमी को देने के लिए भी बनाती थी। वह उस रोटी को एक खिड़की के सहारो रख देती थी, वहां से उस रोटी को एक कुबड़ा उठा कर ले जाता, वह बिना कुछ धन्यवाद दिए रोजाना रोटी को ले लेता, बाद में सिर्फ इतना ही बोलता कि ह्यजो बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगाह्ण दिन गुजरते रहे, और यह सिलसिला चलता रहा। वो कुबड़ा रोजाना रोटी लेकर जाता रहा और इन्हीं शब्दों को बार-बार दोहराता रहा। ह्यजो बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगाह्ण वह औरत रोजाना उसकी इस बात को सुनकर तंग हो गई। वह अपने में सोचती कि कितना नाशुक्रा व्यक्ति है, रोटी लेने के बाद धन्यवाद के दो बोल तो बोलने से रहा, और हर बार वही बात बड़बड़ाता हुआ चला जाता है।
एक दिन क्रोधित होकर उसने गुस्से में निर्णय लिया और मन में ह्यसोचा ह्ण ह्यमैं इस कुबड़े को सबक सिखा कर रहूंगीह्ण उसने कुबड़े वाली रोटी में जहर मिला दिया और उसे खिड़की के पास रख दिया। जैसे ही वह पलटी, उसका शरीर कांपने लगा, उसने मन में सोचा, ह्यये मैं क्या करने जा रही हूं, हे भगवान, ये मुझसे कैसा पाप होने जा रहा था?ह्ण उसने तत्काल रोटी को वहां से उठाया, और उसे चूल्हे में जला दिया। उसने दोबारा रोटी बनाई और उसे खिड़की के पास रख दिया। वह कुबड़ा आया और रोटी लेकर यह बोलता हुआ ह्यजो बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगाह्ण वहां से चला गया। कुबड़ा इस बात से बिल्कुल अंजान था कि महिला के दिमाग में क्या चल रहा है। महिला का पुत्र व्यापार के सिलसिले में बाहर गया हुआ था। जब भी महिला खिड़की पर रोटी रखती तो अपने पुत्र की सकुशल वापसी के लिए भगवान से प्रार्थना करती। महीनों से उसके पुत्र का कोई संदेशा नहीं आया था। उसी शाम उसके दरवाजे पर दस्तक होती है, वह दरवाजा खोलकर देखती है सामने उसका बेटा खड़ा हुआ था। वह देखती है, उसका पुत्र काफी दुबला हो गया था। उसके कपड़े फटे हुए थे। बेटे ने जैसे ही अपनी मां को देखा तो कहा कि मां यह चमत्कार है कि मैं यहां हूं, व्यापार में घाटा हो गया था, मैं जब वापस लौट रहा था तो रास्ते में भूख के मारे बेहोश होकर गिर पड़ा। तभी वहां से एक कुबड़ा गुजर रहा था, भूख के मारे मेरे प्राण निकलने को तैयार थे। उस कुबड़ा ने मुझे उठाया, मैंने खाने के लिए उससे कुछ मांगा तो उसने मुझे एक रोटी दी और कहा, ह्य मैं इस रोटी को रोज खाता था पर आज इसकी आवश्यकता मुझसे ज्यादा तुम्हे है ह्ण तुम ये रोटी खा लो। उस रोटी को खाकर मेरे शरीर में कुछ जान आई तो मैं घर तक वापस पहुंचा। जैसे ही महिला ने अपने पुत्र की बात सुनी तो उसका चेहरा पीला पड़ गया। वह सोचने लगी, यदि उस रोटी में वह जहर मिला देती तो … उसे चक्कर आ गए, किसी तरह उसने खुद को संभाला और भगवान को बार बार धन्यवाद देने लगी। उसे अब कुबड़े के शब्दों का अर्थ समझ में आ गया था।
शिक्षा: व्यक्ति को हमेशा दूसरों का भला करने के लिए सोचना चाहिए, अपनी तरफ से कभी किसी का बुरा नहीं करना चाहिए, क्योंकि भगवान अच्छा करने वालों के साथ हमेशा अच्छा करता है और बुरे कर्मों का परिणाम व्यक्ति को जरूर भुगतना पड़ता है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

पीले दांतों से ऐसे पाएं छुटकारा

इन घरेलू उपायों की मदद से पाएं पीले दांतों से छुटकारा

कभी भीख मांगता था हिंदुओं को मुस्लिम बनाने वाला ‘मौलाना छांगुर’

सनातन के पदचिह्न: थाईलैंड में जीवित है हिंदू संस्कृति की विरासत

कुमारी ए.आर. अनघा और कुमारी राजेश्वरी

अनघा और राजेश्वरी ने बढ़ाया कल्याण आश्रम का मान

ऑपरेशन कालनेमि का असर : उत्तराखंड में बंग्लादेशी सहित 25 ढोंगी गिरफ्तार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

पीले दांतों से ऐसे पाएं छुटकारा

इन घरेलू उपायों की मदद से पाएं पीले दांतों से छुटकारा

कभी भीख मांगता था हिंदुओं को मुस्लिम बनाने वाला ‘मौलाना छांगुर’

सनातन के पदचिह्न: थाईलैंड में जीवित है हिंदू संस्कृति की विरासत

कुमारी ए.आर. अनघा और कुमारी राजेश्वरी

अनघा और राजेश्वरी ने बढ़ाया कल्याण आश्रम का मान

ऑपरेशन कालनेमि का असर : उत्तराखंड में बंग्लादेशी सहित 25 ढोंगी गिरफ्तार

Ajit Doval

अजीत डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान के झूठे दावों की बताई सच्चाई

Pushkar Singh Dhami in BMS

कॉर्बेट पार्क में सीएम धामी की सफारी: जिप्सी फिटनेस मामले में ड्राइवर मोहम्मद उमर निलंबित

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार: टिहरी डैम प्रभावितों की सरकारी भूमि पर अवैध मजार, जांच शुरू

Pushkar Singh Dhami ped seva

सीएम धामी की ‘पेड़ सेवा’ मुहिम: वन्यजीवों के लिए फलदार पौधारोपण, सोशल मीडिया पर वायरल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies