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चुनाव चक्र
यह भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की लहर का ही असर है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) का कुनबा बढ़ने लगा है। जिन मोदी की आड़ लेकर 12 वर्ष पहले रामविलास पासवान राजग से अलग हुए थे वे अब राजग में शामिल हो चुके हैं और मोदी का गुणगान भी करने लगे हैं। उधर सुदूर दक्षिण में करुणानिधि भी मोदी को लेकर सकारात्मक रुख दिखाने लगे हैं। अनेक छोटे-बड़े राजनीतिक दलों के नेता भाजपा में शामिल होने के लिए दौड़-भाग कर रहे हैं। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह, मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह,वंचित समाज के नेता उदितराज जैसे लोग भाजपा में शामिल हो चुके हैं। राजग के प्रति बढ़ती स्वीकार्यता से कांग्रेस में रात-दिन एक भय सा व्याप्त रहने लगा है। दबी जुबान में कांग्रेसी आगे के समय की सोचकर युवराज की लफ्फाजी पर कुनमुना रहे हैं।
राजग को मिले नए साथी, दिखे शुभ संकेत
देश में बह रही भाजपा की लहर से जहां कुछ पार्टियों के दिलों की धड़कन बंद हो रही है तो कुछ स्वयं ही उसके सामने नतमस्तक हो रहे हैं। एक तरफ जहां संप्रग के कुनबे में दरार और भागमभाग मची हुई है, वहीं राजग का कुनबा लगातार बढ़ता चला जा रहा है। लोकसभा चुनाव में हवा के रुख को भांपते हुए लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने बीते दिनों अपने 12 साल के वनवास के बाद राजग में वापसी कर साफ कर दिया है कि बिहार में भी लोग मोदी को पसंद कर रहे हैं और उन्हें प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। गुजरात दंगों के बाद से अलग हुए पासवान ने न्यायालय द्वारा ह्यक्लीनचिटह्ण मिलने पर साफ किया कि जब न्यायालय ने श्री मोदी को बरी कर दिया है तो अब किसी भी सवाल का औचित्य ही नहीं बनता है।
संप्रग में अपमानित किया गया
– रामविलास पासवान
बिहार में बनते नए समीकरणों को देखते हुए गत 2 मार्च को मुजफ्फरपुर जिले में हंुकार रैली का आयोजन किया गया था। हुंकार रैली में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने संप्रग सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज,जो देश की स्थिति है वह इसी सरकार की देन है। महंगाई व भ्रष्टाचार आसमान छू रहे हैं, लेकिन उसे रोकने के बजाए कांग्रेस के नेता उस पर परदा डालने में लगे हुए हैं। देश आज उनकी हकीकत से परिचित हो गया है और यह खेल अब नहीं चलने वाला है। श्री मोदी ने तीसरे मोर्चे में शामिल नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह लोग चुनाव के खिलाड़ी हैं, जो चुनाव का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने तीसरे मोर्चे से सवाल करते हुए कहा कि ह्यक्या इसने कभी किसी का भला किया है।ह्ण इसमें वहीं दल शामिल हैं, जिन्होंने कांग्रेस को बचाने का काम किया है। कभी यह लालच से काम करते हैं तो कभी सीबीआई के डर से । साथ ही इन दलों ने जनता से वायदों तो बहुत किये पर उन वायदों को कितना निभाया है यह आमजन से अच्छा कौन जान सकता है। उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां की सरकार को किसानों की कोई परवाह नहीं है। उद्योग-धंधे बंद पडे़ हुए हैं। मखाना उद्योग जो यहां की पहचान है वह बंद होने के कगार पर है। बिहार में 2012 में साढ़े आठ लाख युवकों ने रोजगार दफ्तर में अपना नाम पंजीकृत करवाया था ,पर विकास के दावे करने वाली सरकार ने उनमें से केवल दो हजार को ही रोजगार दिया है। श्री मोदी ने बिहार की जनता से एक अपील करते हुए कहा कि इस बार के चुनाव में आप देशहित और विकास के मुद्दों का ध्यान रखें न कि जात-पात का। इस अवसर पर रामविलास पासवान ने कहा कि भाजपा गठबंधन का जितना धर्म निभाती है, उतना कोई भी पार्टी नहीं निभाती है। आज पूरे देश में भाजपा की लहर है और लोग उसे पसंद कर रहे हैं। बिहार सरकार पर को घेरते हुए उन्होंेने कहा कि यहां की सरकार कहती है कि हम विकास कर रहे हैं, लेकि न मुझे कहीं भी विकास दिखाई नहीं देता है।
ह्यमायावती ने सदैव वंचित समाज को ठगाह्ण
हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए इंडियन जस्टिस पार्टी के नेता उदित राज ने एक संवाददाता सम्मेलन में बसपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसने कभी भी उत्तर प्रदेश में वंचितों के हितों की रक्षा नहीं की । जिस पार्टी का प्रमुख ध्येय ही वंचितों के हितों का हो,उसके द्वारा उनको ठगा जाना वंचित वर्ग के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती ने सदैव वंचित समाज को ठग कर अपना स्वार्थ सिद्ध किया है। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तीन बार रह चुकीं मायावती ने ऐसा कोई भी काम नहीं किया, जिससे प्रदेश के वंचितों की स्थिति में सुधार हो। आज भी वंचित समाज की हालत प्रदेश में खस्ताहाल है। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है,जो सभी वर्गों को समान दृष्टि से देखती है और उनका विकास करती है। इसलिए वंचित समाज को इस बार सच का साथ देना है न की झूठ का।
ह्यमोदी पर बही द्रमुक प्रमुख की करुणाह्ण
ह्यनरेन्द्र मोदी एक परिश्रमी व्यक्ति हैं और वह हमारे एक अच्छे दोस्त भी हैं।ह्ण यह बात किसी भाजपा नेता ने नहीं बल्कि द्रमुक अध्यक्ष एम.करुणानिधि ने कही है। उन्होंने एक तमिल दैनिक समाचार पत्र को दिए अपने साक्षात्कार में कहा कि जिस प्रकार उनका तूफानी चुनाव अभियान पूरे देश में चल रहा है उससे स्पष्ट होता है कि वे एक जुझारू और परिश्रमी व्यक्ति हैं। एक सवाल के जवाब में उनसे पूछा गया कि वे नरेन्द्र मोदी के बारे में क्या सोचते हैं तो उन्होंने कहा कि मोदी और हमारे बीच मित्रवत संबंध हैं साथ ही, उन्होंेने यह भी कहा कि कैसे कहा जा सकता है कि भाजपा एक सांप्रदायिक पार्टी है।
उल्लेखनीय है कि द्रमुक संप्रग की सहयोगी घटक रह चुकी है । 2004 और 2009 का चुनाव द्रमुक ने तमिलनाडु में गठबंधन करके लड़ा था। लेकिन कुछ दिनों पहले उसका कांग्रेस के साथ गठबंधन टूट चुका है ऐसे में एम.करुणानिधि का इस समय यह बयान आना कांग्रेसी खेमे में हलचल मचा रहा है तो दूसरी ओर भाजपा के लिए यह एक शुभ संकेत ही है।
बजी चुनावी रणभेरी
दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में लोकतंत्र के महापर्व की रणभेरी बज चुकी है। इस महापर्व का सबको इन्तजार था। गत पांच मार्च को मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने 16वीं लोकसभा के चुनावों का ऐलान कर दिया है। आम चुनाव कुल 9 चरणों में संपन्न होंगे। पहले चरण का मतदान 7 अप्रैल और अन्तिम चरण का मतदान 12 मई को समाप%E
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