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गत 1 फरवरी को आगरा में संस्कार भारती ने दो दिवसीय साहित्यकार सम्मेलन आयोजित किया। इसमें पूरे देश से लगभग सवा दो सौ साहित्यकारों ने भाग लिया। इन सबने वैश्वीकरण का अभिप्राय और साहित्य की दशा पर गंभीर चिन्तन-मनन किया। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता थे अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय,भोपाल के कुलपति श्री एम.एल.छीपा। विशिष्ट वक्ता के रूप में आकाशवाणी,दिल्ली के उपनिदेशक श्री सोमदत्त शर्मा उपस्थित थे। अध्यक्षता की वरिष्ठ पत्रकार श्री बल्देव भाई शर्मा ने। इस अवसर पर संस्कार भारती के संरक्षक श्री योगेन्द्र सहित अनेक वरिष्ठ लोग उपस्थित थे।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए श्री एम.एल. छीपा ने कहा कि वैश्वीकरण अर्थात् नियमों में उदारता,नियंत्रण में शिथिलता आदि सम्मिलित है। विश्व स्तर पर स्थानीय वस्तुओं का रूपान्तरण भी वैश्वीकरण है। इस वैश्वीकरण से राजनीति,अर्थनीति,साहित्य सब कुछ प्रभावित है। इसलिए हमें जन साधारण की रुचि के अनुसार अपने को ढालना होगा। श्री बल्देव भाई शर्मा ने कहा कि साहित्य मानवीय चेतना को विस्तार देता है,यह मनुष्य और जीवन का सृजन करता है। वैश्वीकरण के सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि यह भारतीय अवधारणा ने भिन्न अर्थ लेकर आया है। श्री सोमदत्त शर्मा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के कारण संवाद तेजी से एक जगह से दूसरी जगह पहुंच जाता है। इस कारण साहित्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर विचार करना आवश्यक है। एक सत्र में पाथेय कण के संपादक श्री कन्हैया लाल चतुर्वेदी, प्रसिद्ध कवि बशीर अहमद आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सायं के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने लोगों को खूब मोहा। समारोह में देवपुत्र के संपादक श्री कृष्ण कुमार अष्ठाना को सम्मानित भी किया गया। ल्ल प्रतिनिधि
उत्तर क्षेत्र का संघ शिक्षा वर्ग संपन्न
देश को छह दशक पहले मिली स्वतंत्रता को बनाए रखना और स्वराज्य को सुराज्य में परिवर्तित करना समाज की मौजूदा पीढ़ी के समक्ष कठिन चुनौती है। त्याग और सेवा के बल पर संगठित हो कर उपक्रम करने से हम मौजूदा चुनौतियों से निपटने में सक्षम हो सकते हैं।ह्ण यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह-प्रचार प्रमुख श्री नंद कुमार ने जालंधर के बाबा बालकनाथ मंदिर में संघ के उत्तर क्षेत्र के सामान्य संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीएवी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री सतीश कपूर, संघ के सह-क्षेत्रीय प्रचारक श्री प्रेम कुमार व वर्गाधिकारी श्री अरुण प्रभाकर सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि श्री सतीश कपूर ने कहा कि हिंदुत्व का मार्ग कल्याण का मार्ग है जो केवल मानव या जीवजंतु मात्र की नहीं, बल्कि पूरी सृष्टि के मंगल की कामना करता है।
5 जनवरी को शुरू हुए इस शिक्षा वर्ग में 105 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। समापन समारोह में शिक्षार्थियों ने दंडयुद्ध, नियुद्ध, पथसंचलन, घोष के अनेक हैरतंगेज प्रदर्शन किए। समारोह में संघ के अनेक प्रांतीय अधिकारी, भारी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य लोग, स्वयंसेवक उपस्थित रहे। ल्ल राकेश सैन
एक स्वयंसेवक की पुत्री प्रधानमंत्री से सम्मानित
गत दिनों नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में सोमैया हेगड़े को प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उन्हें एनसीसी में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दिया गया। सोमैया हेगड़े राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दक्षिण कर्नाटक प्रांत के सह व्यवस्था प्रमुख श्री गणपति हेगड़े की पुत्री हैं। ल्ल
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