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इन दिनों तीर्थराज प्रयाग में संगम की रेती पर माघ मेला चल रहा है। मेले में त्रिवेणी मार्ग स्थित जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज के आश्रम में दो फरवरी को एक विशाल संत सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें सैकड़ों साधु-संतों ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्री अशोक सिंहल ने कहा कि भारत पर खतरा मंडरा रहा है और भारत की सीमाओं पर विदेशियों का कब्जा होने से भारत का नक्शा भी सिकुड़ता जा रहा है। हमारी सीमाएंं सिमटती जा रही हैं। अंग्रेजों के समय से ही पाकिस्तान और बंगलादेश भारत की सीमाओं पर नजरें गड़ाए हुए हैं। आज जिहादी और इस्लामिक शक्तियां खुलकर भारत पर प्रहार कर रही हैंं। अनेक विदेशी शक्तियां सिर उठा रही हैं, लेकिन जिस तरह से शत्रुओं का दमन होना चाहिए उस तरह से नहीं हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आज हमारी गंगा की अविरलता और निर्मलता को प्रदूषित कर हमारी संस्कृति को मिटाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। हिन्दुओं की संख्या निरन्तर घट रही है और यही हाल रहा तो आने वाले 50 वर्षों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो जाएगा। हिन्दुओं के लिए परिवार नियोजन लागू है और हिन्दू एक से ज्यादा शादी नहीं कर सकता, जबकि मुस्लिम पांच विवाह कर सकता है और वह परिवार नियोजन नहीं मानता। आखिर क्यों ? सभी के लिए एक कानून लागू होना चाहिए।
डा़ॅ राम विलास वेदान्ती ने कहा कि देश को न यूपीए की जरूरत है, न एनडीए की। जरूरत है तो केवल नरेन्द्र मोदी की। पिछले दस वर्षों से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैं, इनकी बागडोर सोनिया गांधी के हाथ में है। जिस प्रकार अंग्रेज भारत को लूटते थे, उसी प्रकार सोनिया द्वारा नियंत्रित यह सरकार भारत को लूटकर सारा पैसा विदेशों में जमा कर रही है। पिछले दस वर्षों में इतने घोटाले हुए जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती और वह सब पैसा आखिर कहां गया ?
कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने कहा कि जिस प्रकार से अमावस्या के दिन करोड़ों श्रद्घालुओं का समूह उमड़ पड़ा, उसी प्रकार से गंगा को शुद्घ कराने के लिए लोग सड़क पर उतर आएं तो सरकार हिल जाएगी। अपने आशीर्वाद में जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानन्द सरस्वती एवं नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने भी भारत की अखण्डता एवं संप्रभुता पर खतरा बताते हुए नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए जाने की बात कही। ल्ल हिन्दुस्थान समाचार,प्रयाग
गोशाला की सहायतार्थ श्रीमद्भागवत कथा
गत दिनों राजस्थान में अजमेर जिले के मदनगंज -किशनगढ़ में प ़पू़ माधव गोविज्ञान अनुसंधान संस्थान एवं सेवा भारती के संयुक्त तत्वावधान में माधव गोशाला की सहायतार्थ सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन हुआ। व्यासपीठ पर विराजमान थीं पेन्ड्रा नगर (जिला बिलासपुर, छत्तीसगढ़) से पधारीं बालविदुषी सुश्री विजया उर्मलिया जी। उन्होंने व्यासपीठ से धर्म, संस्कृति, गोसेवा, पर्यावरण, सामाजिक समरसता, भक्ति-ज्ञान आदि अनेक विषयों पर विचार व्यक्त किए।
कथा के विश्राम सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत का पावन सान्निध्य मिला। उन्होंने कहा कि मानवता एवं गोमाता की रक्षा और उनके सम्मान की स्थापना हेतु ही हमारा जीवन होना चाहिए। वस्तुत: गाय भेदभाव रहित और नि:स्वार्थ जीवन जीने का आदर्श है। सामाजिक समरसता का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि पंथ, सम्प्रदाय, जात-पांत, भाषा आदि को न देखते हुए हमें यही मानना है कि इस देश के सभी निवासी मेरे भाई हैं। भगवद् भक्ति हमारे रोम-रोम में बसी हुई है। कथा से हमें परम्परागत ज्ञान में आत्मीयता से व्यवहार करने की शिक्षा मिलती है।
इस आयोजन के मुख्य पे्ररक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख श्री गुणवन्त सिंह कोठारी थे। कथा के प्रथम सत्र को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत सामाजिक समरसता का सेतु है, और भारत माता हमारी उपास्य है। भाईचारा, सौहार्द, शांति व प्रेम की गंगा अध्यात्म से ही प्रवाहित होती है, कानून से नहीं।
कथा के शुभारम्भ दिवस पर निकली भव्य एवं विशाल कलश शोभा यात्रा में शहरी और ग्रामीण अंचल की सभी जाति-बिरादरी के सैकड़ों माताओंे-बहनों, पुरुषों ने भाग लिया। कथा में प्रसंगों के अनुसार आदर्श विद्या मन्दिर एवं माधव विद्यापीठ के छात्र-छात्राओं व गुरुजनों के सहयोग से अतिसुन्दर झांकियों का भी मंचन किया गया।
कथा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक श्री दुर्गादास, क्षेत्रीय कार्यवाह श्री हनुमान सिंह, क्षेत्रीय सेवा प्रमुख श्री मूलचन्द सोनी, क्षेत्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री नन्दलाल, चित्तौड़ प्रांत प्रचारक श्री गजेन्द्र सिंह, राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, जल संसाधन मंत्री श्री सांवरलाल जाट, राज्यसभा सदस्य श्री रामनारायण डूडी आदि शामिल हुए। प्रतिनिधि
बोकारो में धर्मरक्षा समर्पण कार्यक्रम
पिछले दिनों विश्व हिन्दू परिषद्, बोकारो महानगर की ओर से अग्रसेन भवन सेक्टर एक में धर्मरक्षा समर्पण कार्यक्रमका आयेजन क्यिा गया। इसके मुख्य अतिथि थे विश्व हिन्दू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगडि़या। उन्होंने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिन्दुओं को धर्म-संस्कृ ति की रक्षा के लिए संगठित होने की आवश्यकता है । कुछ राज्य सरकारें हिन्दुओं के हितों की अनदेखी कर रही हंै । ऐसे में हमें अपने धर्म के प्रति पूरी तरह समर्पित रहना चाहिए । उन्होंने कहा कि आगामी जन्माष्टमी में विहिप की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने जा रहे हंै । इस अवसर पर सेवाकार्य के तहत स्वास्थ्य, शिक्षा एवं स्वरोजगार को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है । पूरे देश में 60 हजार से अधिक सेवा प्रकल्प हैं । इसके पूर्व विहिप के महानगर अध्यक्ष दिलीप बनर्जी ने आंगुतकों का स्वागत क्यिा । इस अवसर पर विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह प्रांत संघचालक श्री जगन्नाथ शाही, प्रदेश अध्यक्ष श्री पंचम सिह, क्षेत्र संगठन मंत्री श्री राजेन्द्र, घर्म जागरण के श्री राजेन्द्र महतो सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। श्रीमंगल
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