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भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार श्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दो ऐतिहासिक रैलियांे को संबोधित किया। पहली रैली 2 फरवरी को उत्तर प्रदेश के मेरठ में और दूसरी 5 फरवरी को कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड मैदान में हुई। इन रैलियों में लाखों लोगों का उत्साह देखते बन रहा था।
कोलकाता की रैली तो अभूतपूर्व रही। पश्चिम बंगाल में तो भाजपा की यह अब तक की सबसे बड़ी रैली थी। बुजुर्ग, युवा, किशोर, प्रौढ़, सहित लाखों लोग मोदी का भाषण सुनने पहुंचे। विशेष बात यह थी कि मोदी की कोलकाता में यह पहली जनसभा थी । रैली में दर्शकों की इतनी बड़ी संख्या का पहुंचना इस बात की ओर इशारा करता है कि वहां की भी जनता मोदी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती है। समाचारों की मानें तो कोलकाता में लाखों लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं जिससे विरोधी दलों में बेचैनी बढ़ गई है। कोलकाता में मंच पर मोदी के साथ प्रदेश के तमाम नेता उपस्थित थे। श्री मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बंगाली भाषा में जनता का अभिनंदन करने के बाद अपने भाषण की शुरुआत तीसरे मोर्चे पर निशाना साधकर की। उन्होंेने कहा कि तीसरे मोर्चे के लोग जरा रैली में आई भीड़ को भी देख लें, उन्हें हवा के रुख का अंदाजा हो जाएगा कि जनता किसे पसंद कर रही है। बंगाल की ऐतिहासिक विरासत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब भारत विश्वगुरु था, तब बंगाल राष्ट्र गुरु था। यदि हम एक बार फिर भारत को विश्वगुरु बनाना चाहते हैं तो बंगाल को राष्ट्रगुरु बनाना होगा। मोदी ने वामपंथी सरकारों के शासन काल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 35 साल तक वामपंथी दलों का शासन रहा लेकिन विकास के बजाय हड़तालें ज्यादा हुईं। पर हाल ही में जिस प्रकार बंगाल की जनता ने सभी मिथकों को तोड़ते हुए परिवर्तन के लिए ममता बनर्जी को चुना उसी प्रकार यहां की जनता केंद्र में परिवर्तन के लिए भाजपा को चुने। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यह पहला चुनाव है, जो राजनीतिक पार्टियां नहीं लड़ रहीं, बल्कि देश की जनता लड़ रही है। उन्होंने सुभाष चंद्र बोस का नारा भी दोहराया और उस आधार पर नारा दिया, तुम मुझे साथ दो, मैं तुम्हें सुराज दूंगा। मोदी ने बिजली, विकास और मूलभूत सुविधाओं की कमी के लिए पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बिजली की कमी के कारण प्रदेश की हालत खस्ता है। मैं हिंदुस्थान के इस क्षेत्र को पिछड़ा देखना नहीं चाहता। ब्ंागाल एक ऐसा प्रदेश है जिस पर किसी समय माता सरस्वती और लक्ष्मी की कृपा रही है। लेकिन, आज यहां बर्बादी का मंजर है। पश्चिम बंगाल विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा है। मैं यहां के जीवन को बदलने का संकल्प लेकर आया हूं। बंगाल हमेशा से देश को दिशा दिखाता आया है। एक बार फिर से बंगाल को देश को दिशा दिखानी होगी। खास बात यह थी कि रैली के लिए सौ रुपए का प्रवेश शुल्क भी रखा गया था।
नाकारा है उत्तर प्रदेश सरकार
वहीं दूसरी ओर मेरठ में मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान कि, कुछ पार्टियां देश में जहर की खेती करती हैं, पर पलटवार करते हुए कहा कि सबसे ज्यादा जहर तो कांग्रेस ने ही चखा है एवं सबसे ज्यादा जहर भी कांग्रेस के पेट में है। उन्होंने कहा कि कि हमें दिल्ली को ह्यग्लोबल सिटीह्ण बनाना है लेकिन मैडम सोनिया की नाक के नीचे अरुणाचल के एक बच्चे की हत्या कर दी जाती है। इससे हमारा सिर शर्म से झुक जाता है। उन्होंने प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी समाजवादी नहीं समाज विरोधी पार्टी है। कानून व्यवस्था की सरेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं।उत्तर प्रदेश की नाकारा समाजवादी पार्टी की सरकार अपनी जेबें भरने में लगी है और उसका प्रदेश में विकास से कुछ लेना-देना नहीं है, यह बात 2 फरवरी को मेरठ में रैली को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कही। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी के लिए सिफारिश की जरूरत नहीं होती। उन्होंने गुजरात का हवाला देते हुए कहा कि वहां कैसे युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो जाता है, क्योंकि आवेदनकर्ताओं को एक योजना के तहत कम्प्यूटर ही उनकी योग्यता के आधार पर चुनता है। उन्होंने कहा कि विरोधी दलों की सरकारों को मोदी से नहीं, बल्कि उनके राज्य में कराए गए विकास कार्यों से मुकाबला करना चाहिए। उत्तर प्रदेश में आज किसानों की दुर्दशा बनी हुई, जहां चौधरी चरण सिंह और महेन्द्र सिंह टिकैत जैसे किसान नेता हुए हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार को किसानों से कोई सहानुभूति नहीं है, जबकि ये लोग राम मनोहर लोहिया के सिद्धातों में विश्वास करने की बात करते हैं। प्रतिनिधि
ह्यचाय पर चर्चाह्ण के माध्यम से देश की जनता से सीधा संवाद करेंगे मोदी
आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व देश की जनता से सीधे संवाद के लिए 12 फरवरी से भाजपा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के साथ ह्यचाय पर चर्चाह्ण अभियान के पहले सत्र की शुरुआत होने जा रही है। प्रत्येक चरण में कम से कम पांच लाख लोग इस अभियान से जुड़ेंगे। आमजन से जुड़ने के लिए यह भाजपा का अभी तक का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है।
पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में इस अभियान का श्रीगणेश करने वाली वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज के अनुसार, देश के 300 शहरों में एक हजार चाय के स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां पर श्री मोदी स्वयं लोगों के बीच उनसे सीधा संवाद करेंगे जिसका टीवी और इंटरनेट पर सीधा प्रसारण होगा। इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग की व्यवस्था रहेगी। आम जनता से सीधे जुड़ने के लिए इस अभियान में सेटेलाइट, डीटीएच, इंटरनेट और मोबाइल तकनीक को भी शामिल किया गया है। चाय पर चर्चा के दौरान तीन चरण रहेंगे जिसमें उपस्थित लोग अपने अनुभव बांटेंगे, सवाल पूछेंगे और सुझाव भी देंगे। यहां उपस्थित वरिष्ठ भाजपा नेता पूछे गए सवालों का जवाब देंगे। 'चाय पर चर्चा' सत्र 300 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में दोपहर में भोजन के वक्त चलेगा।
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