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आवरण कथा 'अच्छी बातें, अच्छे लोग' में श्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं अण्णा हजारे जैसी विभूतियों के असाधारण कार्यों को जानने का अवसर मिला। दुनिया में अटल जी जैसा व्यक्ति शायद ही दूसरा कोई हो, क्योंकि वह ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका किसी भी क्षेत्र में मुकाबला नहीं किया जा सकता। उनके अन्दर वह अभूतपूर्व शक्ति विराजमान है जो शायद ही किसी राजनेता के अन्दर मौजूद हो। तत्काल निर्णय लेने की बात हो या फिर किसी भी विषम परिस्थिति का मुकाबला करते हुए कैसे आगे बढ़ना, यह अटल जी से सीखा जा सकता है। विकास की बात की जाए तो अपने प्रधानमंत्री पद पर रहते उन्होंने जो भी विकास के कार्य किये हैं, वे आज भी लोगों के लिएउदाहरण हैं।
-स्वामी कल्याण चन्द्र
श्री वाराणसी वाटिका
विराटनगर (जयपुर-राज़)
० जिस हिम्मत के साथ अटल जी रक्षा के संबंध मंे दुनिया के समक्ष चट्टानी दृढ़ता के साथ खड़े हो जाते थे,उसी हिम्मत के साथ वे लीक से हटकर फंैसले करने में भी माहिर थे। उनके अन्दर वह कला थी जो शायद ही किसी राजनेता के अन्दर मौजूद हो। पूरे देश के लिए अटल जी प्रेरणास्रोत हैं।
-हरिहर सिंह चौहान
जंबरी बाग, नसिया, इन्दौर (म़ प्ऱ)
० श्री अटल बिहारी वाजपेयी एक ऐसा नाम है, जिसके बारे जितना लिखा और पढ़ा जाए वह कम ही है। पक्ष-विपक्ष से ऊपर उठकर राष्ट्र की राजनीति को सही मायने में अटल जी ने जिया, जो भारतीय राजनीति के लिए अनुकरणीय है। उनके बात कहने का जादुई अन्दाज और कटाक्ष करने की संजीदा अदा इतनी बेमिसाल थी कि उनके विरोधी भी उनकी इस अदा पर कायल हो जाते थे। राष्ट्र प्रेमी,कवि,कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में उनका जीवन एक खुली किताब है।
-हरिओम जोशी
चतुर्वेदी नगर,भिण्ड (म़ प्ऱ)
० एक छोटे से कार्यकर्ता से देश के प्रधानमंत्री पद तक के सफर में उन्होंने पूरे देश और दुनिया को एक संदेश दिया है, कि एक छोटा व्यक्ति अगर मन,वचन,कर्म से लगनपूर्वक अपने कार्य को करता है तो उसके लिए कोई भी कार्य असम्भव नहीं है।
-राममोहन चन्द्रवंशी
विट्ठल नगर,स्टेशन रोड
टिमरनी,जिला-हरदा (म़ ़प्ऱ)
० अटल जी और अण्णा हजारे, दोनों ही देश के लिए महत्वपूर्ण हैं। दोनों महापुरुषों ने देश के लिए अपना सब कुछ त्याग कर पूरे मन से भारत माता के चरणों में अपने को समर्पित कर दिया । इन लोगों का जीवन हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा के रूप में है। उस संघर्ष पूर्ण जीवन से सीख कर हम अपने देश और समाज में फैली तमाम कुरीतियों व भ्रष्टाचार के विरुद्व आवाज को बुलन्द कर उससे लड़ सकते हैंे।
– शशिभूषण
रायपुर (छत्तीसगढ़)
० देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी पर न केवल भाजपा को गर्व है,बल्कि पूरे देश को गर्व है। सार्वजनिक जीवन में नैतिकता,त्याग और शुचिता के सर्वोच्च मापदंडों को स्पर्श करते हुए अटल जी ने भारतवासियों के दिलों पर राज किया है । राजनीति के लम्बे सफर में विवादों से ऊपर उठकर जो स्वीकार्यता उन्हें प्राप्त हुई,वह शायद विरले लोगों को ही मिली है। राष्ट्र की सनातन संस्कृति के प्रति उनकी गहरी निष्ठा और समर्पण ने उनको विलक्षण कद प्रदान किया है । अटल जी जैसा दूसरा कोई व्यक्तित्व शायद ही देश और दुनिया में कोई हो।
-मनोहर मंजुल
पिपल्या-बुजुर्ग, प. ़निमाड (म.प्ऱ)
० संसद में जब श्री अटल बिहारी वाजपेयी बोलते थे तो न केवल सदन, बल्कि पूरा देश उनके भाषण को सुनता था। पूर्वाग्रह और कटुता से कोसो दूर उन्होंने देश की राजनीति में सहजता और सरलता के जो मापदंड बनाये शायद ही किसी राजनेता ने बनाये हों । उनके द्वारा किये गए कार्य आज भी लोगों के दिलों में बसे हुये हैं। उन्होंने कभी किसी व्यक्ति और संगठन को तरजीह न देते हुए सभी निर्णय देश हित में किए। अटल जी स्वस्थ हों यही कामना है।
-सूर्यप्रताप सिंह ह्यसोनगराह्य
कांडरवासा (म़ प्र)
० अटल जी और अण्णा हजारे ने जो राष्ट्रभक्ति व समाज सेवा का संकल्प लिया उसे वे आज तक निभा रहे हैं। इन लोगों ने कभी भी अपने सिद्घान्तों के साथ कोई समझौता नहीं किया। श्री अटल जी ने अपने प्रधानमंत्री रहते हुए देश के आम जनमानस को ग्रामीण सड़क योजना, स्वच्छ जलापूर्ति, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं स्वास्थ्य सुधार की अनेक ऐसी योजनाएं दीं जो लोगों के लिए महत्वपूर्ण थीं। आज भी लोग इन योजनाओं का नाम लेते ही अटल जी को याद करने लगते हैं।
-लक्ष्मी चन्द्र
ग्राम-बांध कसौली, जिला-सोलन (हि.प्र.)
० श्री अटल बिहारी वाजपेयी प्रखर बुद्घि के धनी, ओजस्वी वक्ता, कुशल राजनेता व विश्व में एक साफ छवि के नेता हैं। अटल जी का एक कविता संग्रह ह्यमेरी इक्यावन कवितायंेह्ण समाज के लिए एक आदर्श के रूप में हैं । ये कवितायें किसी भी व्यक्ति को विषम से विषम परिस्थितियों में हौसला कायम रखने की प्रेरणा देती हैं। अटल जी ने भी अपना जीवन इन्हीं कविताओं के सार के अनुसार ही जिया। अटल जी की बातें और उनके कार्य समाज के लिए प्रेरणा स्वरूप हैं।
-उमेदु लाल
ग्राम-पटूडी, जिला-टिहरी गढ़वाल (उत्तराखण्ड)
मुम्बई में मोदी गर्जना
मुम्बई में श्री मोदी की महागर्जना रैली को मुम्बई की जनता, खासकर युवा वर्ग का मिला समर्थनअविस्मरणीय है। मुम्बई में मोदी के भाषण में शोधपरक ज्ञान के साथ यथार्थपरक जानकारी ने जनता की आशा व आस्था को एक नया विश्वास दिया है। जनता ने इस रैली में मोदी के नाम की गर्जना में जो स्वर उच्चारित किये हैं उनका संदेश स्पष्ट है, कि उन्हें भ्रष्टाचार और घोटालों वाली न केन्द्र सरकार चाहिए और न ही राज्य सरकार।
-हरेन्द्र प्रसाद साहा
नयाटोला,कटिहार (बिहार)
भ्रष्टाचार का बोलबाला
सरकारी कार्यालय आज भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये हैं । प्रत्येक स्थान पर अपना कार्य करवाने के लिए घूस देनी पड़ती है ताकि कार्य जल्दी हो जाए। भ्रष्टाचार को रोकना अति आवश्यक है, इसके लिए हमें नैतिक मूल्यों का पालन करना पड़ेगा। हमें प्रतिज्ञा करनी होगी कि न हम घूस लेंगे और न ही देंगे। तब ही यह भ्रष्टाचार समाप्त हो पायेगा।
-संजय राज हिराणी
34/13 काशी चैट्टी स्ट्रीट,चेन्नै-79
प्रधानमंत्री की बौखलाहट
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल ही में संवाददाता सम्मेलन में मोदी का नाम आते ही जिस तरह अपनी पूरी खीज उतारी उससे लगता है कि मनमोहन सिंह पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। मोदी का रथ जिस प्रकार विजय की ओर बढ़ रहा है उससे वह भयाक्रान्त ही नहीं मानसिक रूप से परेशान भी हैं। देश में बढ़ती बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, घोटाले, महंगाई पर मुंह बंद रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी का नाम आते ही उन पर अपने शब्दभेदी बाणों से हमला करने लगते हंै। लेकिन वह समाज व देशहित के मुद्दों पर क्यों चुप्पी साधे रखते हैं ?
-अरुण सिंह
324 राम नगर (दिल्ली)
० जब भी कांग्रेस पार्टी मौका पाती है तो मोदी को दंगे के नाम पर बदनाम करने लगती है। अक्सर चुप रहने वाले मनमोहन सिंह ने भी पत्रकार सम्मेलन में मोदी का नाम आते ही उन पर शब्दभेदी बाणों की बौछार करनी प्रारम्भ कर दी। दंगों के आरोप लगा कर तरह-तरह की बातें कीं। लेकिन उनको शायद न्यायालय के आदेशों का ज्ञान नहीं है, जिसमें न्यायालय ने मोदी को सभी आरोपों से बरी कर दिया है।
-कुंवर वीरेन्द्र सिंह
ग्वालियर (म़ प्ऱ)
विरोधियों का डर
समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाकर यह कहना कि एक चाय बेचने वाला कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकता,तो उनको जानकारी होनी चाहिए कि जितने भी बड़े कार्य विश्व में हुये हैं वे सभी साधारण लोगों ने ही किये हैं। इस प्रकार के बयान से समाजवादी पार्टी की बौखलाहट यह दर्शाती है कि उनकी पार्टी गरीब,असहाय व समाज के निचले तबके के लोगों को न तो समाज में और न ही राजनीति के क्षेत्र में उच्च पदों पर देखना चाहती है।
-शेख करीम मुंशी
ग्राम व पो़ चपरा
जिला-नदिया (प़ बंगाल)
जनादेश का संदेश
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद जनादेश की जो नई तस्वीर सामने आयी है उससे साफ हो गया है कि कांग्रेस के कुशासन से देश की जनता त्रस्त है। तीन राज्यों में कांग्रेस का सूपड़ा इतनी बुरी तरह साफ होगा, खासकर दिल्ली में, ऐसा किसी कांग्रेसी ने सपने मंे भी सोचा नहीं होगा। चारों राज्यों में हुए चुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में आये हंै उससे साफ हो गया है कि आने वाला समय भाजपा का है। भाजपा 2013 में हुए चुनावों की परीक्षा को पास कर चुकी है । अब उसे 2014 में जीतने का इंतजार है। अर्थात् लोकसभा चुनाव 2014 में भी भाजपा का कमल पूरे देश में खिल सकता है। दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भाजपा के पक्ष में जो जनादेश आया है वह बताता है कि जनता कांग्रेस से ऊ ब चुकी थी, जिसके चलते दिल्ली, राजस्थान में भाजपा को जनता का आपार समर्थन मिला है । मध्य प्रदेश में एक बार फिर जनता ने शिवराज सिंह चौहान को पसन्द किया और उनके कार्यों और नीतियों से वहां की जनता खुश है। इसीलिये वहां जनता ने भाजपा को तीसरी बार सत्ता के सिंहासन पर विराजमान किया है। राजस्थान में भाजपा से सत्ता को लेकर जनता ने कांग्रेस के हाथ में जिस उद्देश्य से सत्ता सौंपी थी उस पर कांग्रेस की सरकार पूरी तरीके से विफल साबित हुई , जनता ने फिर से एक बार भाजपा पर विश्वास जताया है। राजस्थान की जनता ने यह संदेश दे दिया है कि कांग्रेस की सरकार जहां भी होती है,वहां भ्रष्टाचार, बेरोजगारी,महंगाई अपने चरम पर होती है और विकास शून्य के पायदान पर आ जाता है। दिल्ली में भाजपा के खाते में पिछले चुनावों की अपेक्षा जो बढ़ोतरी हुई है,उससे साफ हो गया है कि दिल्ली की जनता चाहती है कि नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनंे। दिल्ली में कांग्रेस के खिलाफ मतदान करके जनता ने यह दिखा दिया कि वह कांग्रेस से पूरी तरीके से परेशान हो चुकी है और अब वह बदलाव चाहती है। दिल्ली का चुनाव इस बार एक नई पार्टी आम ह्यआदमी पार्टी' ने भी रोचक कर दिया,जहां इस पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने जनता से ढेरों वायदे करके अपनी ओर आकर्षित करने के तमाम प्रयास किये और काफी हद तक सफल भी हुए हंै। जनता ने उनको अपना अमूल्य वोट देकर विजयी बनाया और उन पर भरोसा किया है, लेकिन सवाल यहां पर यह है कि क्या अरविन्द केजरीवाल ने चुनाव से पूर्व जितने वायदे किए वे उनको पूरा करेंगे या सभी राजनेताओं की तरह लालीपॉप दिखा देंगे?
-निमित जायसवाल
राम गंगा विहार
फेस -प्रथम,मुरादाबाद,(उ. प्र.)
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