भाजपा ने खोली शरद पवार की पोल
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

भाजपा ने खोली शरद पवार की पोल

by
Jan 11, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

विदेशियों का रहस्यमय आगमन

दिंनाक: 11 Jan 2014 13:48:00

सबसे ज्यादा संख्या में बर्मा और पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुस रहे हैं विदेशी
पिछले कुछ वर्षों में करीब पांच हजार लोग जम्मू महानगर के बाहरी क्षेत्र में आकर बस  चुके हैं

जम्मू-कश्मीर में रहस्यमय तरीके से विदेशियों का आगमन जारी है। इनमें सबसे ज्यादा तादात बर्मा, पाकिस्तान और दूसरे देशों से आने वालों की है। पिछले कुछ वर्षों में करीब पांच हजार बर्मा के मुसलमान शरणार्थी जम्मू महानगर के बाहरी क्षेत्रों में आ चुके हैं। ये लोग बर्मा से यहां कैसे पहंुचे यह रहस्य बना हुआ है।
इन विदेशियों के लिए मदरसे खोले गए हैं और केवल इतना ही नहीं जिन बस्तियों में उन्हें ठहराया गया है उनके नाम तक बदल दिए गए हैं। चिंता की बात यह है कि पाक अधिकृत कश्मीर के कई भागों में विशेषकर छम्ब क्षेत्र में भी ऐसे लोगों को बसाया गया है। इसके अलावा सैकड़ों उग्रवादी भी पाकिस्तान तथा अधिकृत कश्मीर से इस राज्य में वापस लौट रहे हैं, जो उस पार प्रशिक्षण तथा शस्त्र लाने गए थे। सरकारी रूप से यह बताया गया है कि गत 2-3 वर्षों में 300 के लगभग उग्रवादी वापस लौटे हैं। वह अपने साथ पाकिस्तानी पत्नी और बच्चे भी लाए हैं। इनकी संख्या 600 के करीब बताई गई है। इनमें केवल पांच महिलाएं अपने 10 बच्चों समेत आई हैं जिनका पति कौन है, इस बारे में किसी को कुछ भी नहीं मालूम है। विचार करने योग्य बात यह है कि इस राज्य के संविधान के अनुसार विदेशी नहीं, बल्कि भारतीय भी यहां के नागरिक नहीं बन सकते हैं।
इस संबंध में उल्लेखनीय है कि 1947 में हुए बंटवारे के कारण हजारांे हिन्दू-परिवार पाकिस्तान के समीपवर्ती क्षेत्रों से आकर यहां बस गए थे, लेकिन उन्हें जम्मू-कश्मीर की नागरिकता प्राप्त नहीं हुई है। सत्ताधारी कांग्रेस तथा नेशनल कांफ्रेंस उस पार से आने वाले तत्वों की नागरिकता संबंधी किसी प्रकार की चर्चा से कतराते हुए चुप्पी साधे हुए हैं।             
जम्मू प्रतिनिधि

केन्द्रीय कृषि मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार आये दिन भाजपा शासित राज्यांे में हुई प्रगति पर विपरीत टिप्पणी करने से नहीं चूकते। साथ ही उन्हंे अपने निर्वाचन क्षेत्र पर बड़ा गर्व रहता है।
शरद पवार हर बार यही दावा करते हैं कि उन्होंने अपने गृहनगर तथा निर्वाचन क्षेत्र बारामती का जिस तरह से विकास किया है, उस तरह का विकास किसी भी राष्ट्रीय नेता ने नहीं किया है। इस दावे के समर्थन में शरद पवार बारामती में लगी औद्योगिक इकाइयां, वस्त्र उद्योग, कृषि उद्योग, चीनी कारखाने, दूध उत्पाद और हवाई अड्डे तक का जिक्र करना नहीं भूलते हैं। इन्हीं कारणों से वे बारामती से वर्ष 1968 के विधानसभा चुनाव से लेकर पिछले लोकसभा चुनाव को जीतने का दावा करते रहे हैं।
इस बार इन सभी दावों की पोल खालते हुए महाराष्ट्र भाजपा ने खुलासा किया है कि विकास का ढोल पीटने वाले पवार के शहर से सटे 23 गांवों में वर्ष 1960 से यानी महाराष्ट्र राज्य के स्थापना वर्ष से पानी की किल्लत है, जो अभी भी जारी है। भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी के अनुसार पानी की समस्या को लेकर गांव के लोगों ने नवम्बर माह में अनशन तक किया। मजबूरन गांव के लोग पांच किलोमीटर पैदल चलकर पानी लेकर आते हैं। पवार परिवार के खोखले दावों पर तीखे प्रहार करते हुए महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के बारामती के कार्यकर्ता राजेन्द्र पाटणकर भी कहते हैं कि विकास की बात कई मायनों में तथ्यहीन है। उनके अनुसार पवार परिवार ने बारामती में केवल ऐसी औद्योगिक इकाइयां लगवाने में पहल की है जिनमें उन्हें तथा उनके परिजनों की रुचि है। बारामती के हवाई अड्डे से मात्र पवार परिवारों की ही यात्री होती है और उन्हीं के परिजन वहां से उड़ान भरते हैं। इससे उलट बारामती अभी तक रेल की मुख्य पटरी पर नहीं आ सकी। अब जब भाजपा पवार परिवार के दावों की पोल खोल रही है तो शरद पवार के भतीजे एवं राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में संवाददाताओं को यह बताते हुए राजनीतिक तरीके से रिझाने की कोशिश की है कि उन्हें पानी की समस्या से जूझ रहे किसानों से सहानुभूति तो है पर भाजपा वाले इस मुद्दे को राजनीतिक तौर पर भुना रहे हैं। वहीं शरद पवार और उनकी सांसद बेटी सुप्रिया ने इस पर चुप्पी साध रखी है। द. वा. आंबुलकर      

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

अर्थ जगत: कर्ज न बने मर्ज, लोन के दलदल में न फंस जाये आप; पढ़िये ये जरूरी लेख

जर्मनी में स्विमिंग पूल्स में महिलाओं और बच्चियों के साथ आप्रवासियों का दुर्व्यवहार : अब बाहरी लोगों पर लगी रोक

सेना में जासूसी और साइबर खतरे : कितना सुरक्षित है भारत..?

उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू : सीएम धामी ने कहा- ‘फर्जी छद्मी साधु भेष धारियों को करें बेनकाब’

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

इस्लामिक आक्रमण और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया : उपराष्ट्रपति धनखड़

Uttarakhand Illegal Madarsa

बिना पंजीकरण के नहीं चलेंगे मदरसे : उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अर्थ जगत: कर्ज न बने मर्ज, लोन के दलदल में न फंस जाये आप; पढ़िये ये जरूरी लेख

जर्मनी में स्विमिंग पूल्स में महिलाओं और बच्चियों के साथ आप्रवासियों का दुर्व्यवहार : अब बाहरी लोगों पर लगी रोक

सेना में जासूसी और साइबर खतरे : कितना सुरक्षित है भारत..?

उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू : सीएम धामी ने कहा- ‘फर्जी छद्मी साधु भेष धारियों को करें बेनकाब’

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

इस्लामिक आक्रमण और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया : उपराष्ट्रपति धनखड़

Uttarakhand Illegal Madarsa

बिना पंजीकरण के नहीं चलेंगे मदरसे : उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

देहरादून : भारतीय सेना की अग्निवीर ऑनलाइन भर्ती परीक्षा सम्पन्न

इस्लाम ने हिन्दू छात्रा को बेरहमी से पीटा : गला दबाया और जमीन पर कई बार पटका, फिर वीडियो बनवाकर किया वायरल

“45 साल के मुस्लिम युवक ने 6 वर्ष की बच्ची से किया तीसरा निकाह” : अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के खिलाफ आक्रोश

Hindu Attacked in Bangladesh: बीएनपी के हथियारबंद गुंडों ने तोड़ा मंदिर, हिंदुओं को दी देश छोड़ने की धमकी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies