मुआवजे के लिए धोखेबाजी
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

मुआवजे के लिए धोखेबाजी

by
Dec 28, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 28 Dec 2013 15:40:15

सपा सरकार द्वारा घोषित 5 लाख रुपये का मुआवजा पाने के लिए मुस्लिम समाज किस सीमा तक धोखेबाजी पर उतारू  है। इसके उदाहरण निरन्तर सामने आ रहे हैं। दस-दस साल से गंाव छोड़कर सऊदी अरब या गुजरात में जा बसे दो मुस्लिमों ने दंगों में अपने को दंगा पीडि़त दिखाते हुए मुआवजे के लिए दावे ठोके, जो समय रहते प्रशासन की जंाच में पकडे़ गए।
पहला मामला गांव लिसाढ़ का है। यहां काफी समय पहले रहने वाले महबूब हसन के दावे की जांच के लिए उप जिलाधिकारी,शामली व तहसीलदार 16 दिसम्बर को लिसाढ़ पहुंचे। उनके साथ ग्राम प्रधान अजीत सिंह भी थे। उपजिलाधिकारी ने अपनी जांच शुरू करते हुए हसन से उसका घर पूछा तो हसन ने एक मकान की ओर इशारा किया। उसके बाद उससे गांव के ग्राम प्रधान को बुलाने के लिए कहा गया। इस पर हसन वहां से जाकर कुछ समय बाद अकेले लौटा और बताया कि ग्राम प्रधान बाहर गए हुए हैं ,जबकि ग्राम प्रधान उपजिलाधिकारी के साथ व उसके सामने ही खड़े  थे। जांच दल ने फौरन धोखे को समझ लिया। जिसके बाद हसन से गहन पूछताछ में स्वयं ही सच्चाई उगल दी कि वह दस साल से सऊदी अरब में है। मुआवजे के लालच के चलते वह यहां आया। दूसरा मामला गांव बहावड़ी का है। यहां का निवासी अब्दुल रहमान 2003 से गुजरात में बसा हुआ है। जांच व पूछताछ के दौरान वह अपने गांव के ग्राम प्रधान का नाम तक नहीं बता सका और न ही पहचान सका। इसी प्रकार के अन्य 41 मामले भी पकड़ में आए हैं जिनकी मुआवजा राशि रोक दी गई है। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या का कारण यह है कि धोखेबाजों  व्यक्ति के विरुद्ध प्रशासन  कानूनी कार्यवाई से बचता है  क्योंकि सरकार में बैठे लोगों में उनके चाहने वालों की कमी नहीं है। मुआवजा पाने के लिए मुसलमान नित नए-नए करतब कर रहे हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि गांव कुटबा, कुटबी, मुंडमर,मोहम्मदपुर तथा काकड़ा के ऐसे 90 मामले हैं। मुस्लिम बुजुर्ग मुआवजे के पांच-पांच लाख रुपये लेकर गायब हो गए हंै,जबकि उनके बेटे-पोते और मुआवजे की आस में अभी तक राहत शिविरों में डेरा डाले हैं। इनका कहना कि ह्यअब्बाह्ण ने पैसे डकार लिए,हमें कुछ नहीं दिया।  इनमें बुजुर्ग मुस्लिमों ने अपने को परिवार का प्रमुख बताकर इस आशय का शपथपत्र देकर पांच-पांच लाख रुपये प्राप्त कर  गायब हो गए हैं। मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने इन लापता वृद्धों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने और पैसे की वापसी की  बात  कही है
 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies