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7 दिसम्बर को स्वामी विवेकानंद सार्द्घ शती वर्ष उत्सव के अंतर्गत बेंगलूरू के मल्लेश्वरम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक अनूठा विजय घोष संचलन कार्यक्रम संपन्न हुआ। उसके पहले संघ के गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने पूरे महानगर में पथ संचलन किया। मार्ग में लोगों द्वारा स्वयंसेवकों पर स्थान-स्थान पर पुष्पवर्षा की जा रही थी, साथ ही स्वयंसेवकों के जय घोष से पूरा माहौल गंुजायमान हो गया था। महानगर के हजारों-हजार लोग इस अनूठे संचलन को देखकर प्रभावित हुए। इसके बाद मलेश्वर के मैदान में एकत्रित घोषवादकों ने अपने वाद्य यंत्रों से अनूठी रचनाएं प्रस्तुत कीं, घोषवादकों में 12 वर्ष की आयु से 70 वर्ष की आयु तक के स्वयंसेवक थे।
घोष संचलन कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय शारीरिक प्रमुख श्री अनिल ओक कहा कि आज पूरा देश ही नहीं, विश्व स्वामी विवेकानन्द की सार्द्घ शती मना रहा है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर हम एक बार फिर स्वामी विवेकानन्द द्वारा किए गए कार्यों का स्मरण कर रहे हैं, जिनसे पूरे हिन्दू समाज को प्रेरणा मिलती है।
श्री ओक ने कहा कि जब 1925 में डॅा़ केशवराव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी उस समय संघ का उद्देश्य सम्पूर्ण हिन्दू समाज को संगठित करना था। आज 88 वर्ष बाद संघ उसी उद्देश्य की पूर्ति में सतत लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द और संघ का लक्ष्य एक ही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत्त मेजर जनरल सम्पत कुमार ने कहा कि हमें गर्व है कि हमने भारत जैसे महान देश में जन्म लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में अनेक प्रकार की समस्याएं हैं लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन आज हमारे देश व समाज के लिए नि:स्वार्थ रूप से काम रहे हैं, जो कि बड़ी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि देश ने अभी कुछ दिन पहले देखा कि किस प्रकार से संघ के स्वयंसेवकों ने उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा में अपने प्राणों की परवाह किए बिना तन,मन,धन से मुसीबत में फंसे लोगों की सहायता की थी। कार्यक्रम का आयोजन रा़ स्व़ संघ, बंेगलूरू महानगर समिति ने किया था। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रा़ स्व़ संघ के कर्नाटक दक्षिण प्रान्त संघचालक एम़ वेंकटराम की गरिमामय उपस्थित रही। इस अवसर रा़ स्व़ संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री के़ नरहरि, श्री वी़ वाई सोमैयाजुलू, श्री चन्द्रशेखर भण्डारी,श्री सुधीर गाडगिल, श्री एऩ तिप्पेस्वामी, प्रो़ बी़ वी ़श्रीधरस्वामी ,श्री मुकुन्द, श्री चन्द्रशेखर जागीरदार, श्री पट्टाभिराम करुनाकर, श्री के़ एस. नागराज, डॉ़ सुरेश नायक, श्री एम. गुरुप्रसाद, श्री करुनाकर राय, डॉ. जय प्रकाश सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। समापन समारोह में रा़ स्व़ संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता के़. एस. श्रीधर ने समारोह में आए सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतिनिधि
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