मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित 60 विधानसभा सीटों की सुरक्षा रहेगी अर्द्धसैनिक बलों के हवाले
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की सीट चुरहट चुनाव तक केन्द्रीय अर्द्धसैनिकल बलों के हवाले रहेंगी। चुनाव आयोग ने आर्थिक तौर पर संवेदनशील 60 विधानसभा क्षेत्रों में केन्द्रीय सुरक्षा बल तैनात करने का फैसला किया है। इनमें अधिकांश मंत्रियों सहित सीमावर्ती जिलों की सीटें शामिल हैं।
सूत्रों की मानें तो मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि पिछले अनुभवों के आधार पर प्रदेश की 60 सीटें आर्थिक तौर पर संवेदनशील मानी गई हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों में विशेष निगरानी के इंतजाम करने के निर्देश चुनाव आयोग ने दिए हैं। इसके मद्देनजर केन्द्र सरकार से मिली केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल की 23 कंपनियों को प्राथमिकता के आधार पर संवेदनशील सीटों पर तैनात किया गया है। इसमें मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की सीटों के अलावा भिंड, लहार, ग्वालियर पूर्व, दतिया, पिछोर, बीना, रेहली, जतारा, बिजावर, पथरिया, दमोह, पवई, सतना, नागौद, रीवा, चितरंगी, सिंगरौली, बडवाह, मुडवारा, पाटन, जबलपुर केंट, बालाघाट, गोटेगांव, छिंदवाडा, हरदा, सिवनी–मालवा, सोहागुपर, भोजपुर, सिलवानी, विदिशा, सिरोंज, भोपाल उत्तर, नरेला, भोपाल दक्षिण–पश्चिम, भोपाल मध्य, गोविंदपुरा, हुजूर, सीहोर, देवास, हाटपिपल्या, हरसूद, बुरहानुपर, महेश्वर, पानसेमल, मनावर, धार, इंदौर 2, इंदौर 3, इंदौर 4, इंदौर 5, महू, महिदपुर, उज्जैन उत्तर, रतलाम सिटी, जावरा, मंदसौर, मल्हारगढ और जावद शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों का 24 घंटे पहरा शराब फैक्ट्रियों पर भी रहेगा। प्रदेश में बडवाह, नौगांव, ग्वालियर, सेतहगंज, सेजवाया, सबलपुरा बडवाह, पीलूखेडा और बोराली में डिस्टलरियां हैं। इसके अलावा पुलिस 18 विदेशी मदिरा विनिर्माणी इकाई और सात बीयर विनिर्माणी इकाइयों पर नजर रखेगी। शराब की आवाजाही को रोकने के लिए निर्वाचन कार्यालय ने एक हजार 81 नाके भी बनवाए हैं। इनमें अधिकांश उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए हैं।
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