चढ़ा रंग केसरिया
May 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

चढ़ा रंग केसरिया

by
Nov 16, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 16 Nov 2013 14:25:41

 

दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनावी शोर जोरों पर है। इन चारों राज्यों में तो अनेक राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं,किन्तु मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है। सभी दलों के दिग्गज नेता रैलियों के जरिए मतदाताओं के रूख को भांपने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा शासित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस केन्द्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाकर मतदाताओं को रिझाने में लगी है,तो भाजपा अपनी राज्य सरकारों के 10 साल के कामों को गिना रही है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की साफ-सुथरी छवि के सामने कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार माने जा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया कोई खास असर नहीं छोड़ पा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री रमन सिंह के सामने कांग्रेस का कोई नेता अपनी धाक नहीं जमा पा रहा है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अपने बड़बोले बयानों की वजह से चुनाव आयोग के निशाने पर आ चुके हैं। यह कांग्रेस के लिए ठीक संकेत नहीं है।
वहीं दिल्ली और राजस्थान में कांग्रेस अपनी सरकारों के कायोंर् की दुहाई दे रही है,जबकि भाजपा उन सरकारों की नाकामियों को चुनावी हथियार बना कर कांग्रेस पर वार कर रही है। दिल्ली में भाजपा ने वरिष्ठ नेता डॉ. हर्षवर्धन को आगे किया है। भाजपा को वे कितना फायदा पहुंचा पाते हैं, यह वक्त ही बताएगा। जबकि राजस्थान में भाजपा ने वसुंधरा राजे सिंधिया को आगे कर कांग्रेस को बहुत पहले ही कड़ी चुनौती दे दी है। वसुंधरा पिछले कई महीनों से वहां की गहलोत सरकार की कमियां और कारगुजारियां मतदाताओं का बता रही हैं। साथ ही नरेन्द्र मोदी की लहर भी कांग्रेस को झकझोर रही है। बहरहाल इन सभी राज्यों में भाजपा और कांग्रेस के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर अब तक हुए सभी सर्वेक्षणों में जन रुझान बता रहा है कि इन चारों राज्यों के चुनावी माहौल पर केसरिया रंग चढ़ चुका है। (जनता की राय बताते मीडिया सर्वेक्षण पृष्ठ 8-9 पर देखें) इसका मतलब तो यही हुआ कि इन चारों राज्यों में भाजपा की सरकारें बनने की ज्यादा संभावनाएं हैं। जाहिर है कांग्रेस चुनावी सर्वेक्षणों को लेकर डरी हुई है। यही वजह है कि कांग्रेस चुनाव पूर्व सर्वेक्षण पर रोक लगाना चाहती है।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस समय पूरे देश में कांग्रेस के प्रति लोगों में काफी गुस्सा है। इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़े तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। लोग कांग्रेस सरकार के घोटालों से तो परेशान हैं ही। बढ़ती महंगाई और रुपए की बिगड़ती सेहत से भी लोग कांग्रेस से बेहद नाराज हैं। संप्रग सरकार की  कमजोर नीतियों से आतंकवादियों और माओवादियों के बढ़ते दुस्साहस से भी आम आदमी का विश्वास संप्रग सरकार से टूट रहा है। पाकिस्तान को कड़ाई से जवाब न देना और चीन की  घुड़की के सामने सरकार के हथियार डालने से भी लोग सोनिया-मनमोहन सरकार से चिढ़े दिखते हैं।
इन चार राज्यों के चुनाव को लघु आम चुनाव माना जा रहा है,क्योंकि

इसके करीब छह महीने बाद ही लोकसभा के चुनाव होंगे। इसलिए इन चुनावों में जिस भी पार्टी का पलड़ा भारी रहेगा उसके पक्ष में पूरे देश में माहौल तो जरूर बन जाएगा। भाजपा की ओर से चुनावी कमान मुख्य रूप से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभाल रखी है,तो कांग्रेसी कमान उसके ह्ययुवराजह्ण राहुल गांधी के पास है।
नरेन्द्र मोदी के धाराप्रवाह भाषणों के सामने राहुल गांधी के लिखित भाषण कहीं नहीं टिक रहे हैं। यही कारण है कि नरेन्द्र मोदी की रैलियों में लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, तो भीड़ नहीं जुटने की वजह से राहुल की सभाओं का समय बढ़ाया जा रहा है।
स्वाभाविक है कि मीडिया उसी रैली को ज्यादा महत्व देता है,जिसमें भीड़ अधिक जुटती है। मीडिया का यह रवैया कांग्रेस को अच्छा नहीं लग रहा है। इसका सबूत है केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा समाचार चैनलों को भेजा गया वह नोटिस जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान और किसी भाषण के प्रसारण से बचा जाए। ऐसा 15 अगस्त को हुआ था।
उल्लेखनीय है कि उस दिन कई समाचार चैनलों ने लालकिले से प्रधानमंत्री के भाषण के साथ गुजरात से नरेन्द्र मोदी के भाषण को भी एक साथ प्रसारित किया था। सवाल है कि सरकार ने उसी समय मीडिया को यह नोटिस क्यों नहीं भेजा? जनता सब जानती है। आगे के कुछ पन्नों में जनता के ही मिजाज को बताने का लघु प्रयास किया गया है।    अरुण कुमार सिंह
 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन

तुर्किये को एक और झटका: स्वदेशी जागरण मंच ने आर्थिक, उड़ान प्रतिबंध और पर्यटन बहिष्कार का किया आह्वान

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग   (फाइल चित्र)

भारत के खिलाफ चीन की नई चाल! : अरुणाचल प्रदेश में बदले 27 जगहों के नाम, जानिए ड्रैगन की शरारत?

मिर्जापुर के किसान मुन्ना लाल मिश्रा का बेटा राजकुमार लंदन में बना मेयर, गांव में खुशी की लहर

पेट में बच्चा था… पर रहम नहीं आया! : दहेज में कार ना मिलने पर बेरहम हुआ नसीम, बेगम मरियम को मार-पीटकर दिया 3 तलाक

अमृतसर में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर : दिन-प्रतिदिन बढ़ रही मृतकों की संख्या, अब तक 24 की मौत

उत्तराखंड : जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में भी डेमोग्राफी चेंज, लोगों ने मुखर होकर जताया विरोध

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन

तुर्किये को एक और झटका: स्वदेशी जागरण मंच ने आर्थिक, उड़ान प्रतिबंध और पर्यटन बहिष्कार का किया आह्वान

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग   (फाइल चित्र)

भारत के खिलाफ चीन की नई चाल! : अरुणाचल प्रदेश में बदले 27 जगहों के नाम, जानिए ड्रैगन की शरारत?

मिर्जापुर के किसान मुन्ना लाल मिश्रा का बेटा राजकुमार लंदन में बना मेयर, गांव में खुशी की लहर

पेट में बच्चा था… पर रहम नहीं आया! : दहेज में कार ना मिलने पर बेरहम हुआ नसीम, बेगम मरियम को मार-पीटकर दिया 3 तलाक

अमृतसर में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर : दिन-प्रतिदिन बढ़ रही मृतकों की संख्या, अब तक 24 की मौत

उत्तराखंड : जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में भी डेमोग्राफी चेंज, लोगों ने मुखर होकर जताया विरोध

‘ऑपरेशन केलर’ बना आतंकियों का काल : पुलवामा-शोपियां में 6 खूंखार आतंकी ढेर, जानिए इनकी आतंक कुंडली

सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद, भारत सरकार का बड़ा एक्शन, तुर्किये को एक और झटका

आतंकी आमिर नजीर वानी

आतंकी आमिर नजीर वानी की मां ने कहा था सरेंडर कर दो, लेकिन वह नहीं माना, Video Viral

Donald trump want to promote Christian nationalism

आखिरकार डोनाल्ड ट्रंप ने माना- ‘नहीं कराई भारत-पाक के बीच मध्यस्थता’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies