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कांग्रेस ने चुनाव आयोग से प्रदेश के 'कमल' के
फूल खिले तालाब ढकवाने की मांग की
चुनाव में हार के आसार से कांग्रेस बौखलाई हुई है। उसकी छोटी सी झलक मध्यप्रदेश में देखने में आई है। कांग्रेस को इन दिनों मध्य प्रदेश के महाकौशल, मालवा और बुंदेलखंड क्षेत्र में वे तालाब दुश्मन जैसे दिखाई पड़ रहे हैं, जिनमें कमल के फूलों की बहार छाई हुई है। इससे परेशान कांग्रेस ने 28 अक्तूबर को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कमल के फूलों को ढकने की मांग उठाई थी। उसने चुनाव आयोग से कहा था कि प्रदेश में कमल के फूल वाले तालाबों को ढक देना चाहिए, क्योंकि वह भाजपा का चुनाव चिन्ह है। हालांकि चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश कांग्र्रेस की इस मांग को खारिज कर दिया है। इस बेतुकी मांग पर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता विश्वास सारंग ने इस पर कड़ा प्रहार किया और कहा कि यह कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन और खोखलापन दिखाता है। सारंग ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का चुनाव चिन्ह हाथ है इसलिए अब कांग्रेस क्या यह मांग भी करेगी कि मध्य प्रदेश में रहने वाले लोग ह्यहाथह्ण न दिखाएं, उन्हें जेब वगरैह में छिपा कर चलें?
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