हम साथ-साथ हैं
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

हम साथ-साथ हैं

by
Oct 26, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 26 Oct 2013 17:55:34

दिल्ली/ आनन्द विहार
सुभाषचंद अग्रवाल और महेशचंद गुप्ता दोनों मित्र पहली बार वर्ष 1980 में चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई के दौरान सीए संस्थान के पुस्तकालय में मिले थे। वर्ष 1981 में दोनों सीए बन गए और दिल्ली में एसएमसी समूह का निर्माण किया। आज देशभर में इस समूह की करीब 2500 शाखाएं हैं और एक कार्यालय दुबई में भी है। दोनों पिछले 33 वर्षों से साझे कारोबार में एक-दूसरे के सहयोग से आगे बढ़ रहे हैं। दोनों ही संयुक्त परिवार में रहते हैं। श्री महेशचंद का परिवार दिल्ली में आनंद विहार में रहता है, जबकि श्री सुभाषचंद का परिवार दूसरे कोने सरस्वती विहार में रहता है। आवास भले 25-30 किलोमीटर दूर हों, पर परिवारों की समन्वयता और सौहार्द में कोई कमी नहीं है। दूर रहकर भी हर खुशी और गम में आपस में मिल-बैठना इन परिवारों की खासियत है। कारोबार साथ, परिवार साथ तो फिर क्या बात।
पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके में रहने वाला गुप्ता परिवार आज भी संयुक्त परिवार की परम्परा को निभा रहा है। परिवार क ी तीन पीढि़यां एक ही छत के नीचे जीवन बीता रही हैं। एकल परिवार से आईं बहुओं ने भी खुद को संयुक्त परिवार में ढाल लिया है।
महेन्द्रगढ़ से आया था परिवार
आनंद विहार में रहने वाले महेशचंद गुप्ता के पूर्वज हरियाणा स्थित जिला महेन्द्रगढ़ में गांव अटेली के रहने वाले थे। परिवार में कुल 17 सदस्य हैं जिसमें सबसे छोटा सदस्य चार माह का बच्चा है। यह परिवार 70 के दशक में पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में आकर बस गया था। महेशचंद ने दक्षिण दिल्ली के दयाल सिंह कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की। इसके बाद वर्ष 1981 में सीए बन गए। वर्तमान में श्री गुप्ता एसएमसी समूह के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। इस परिवार में उनकी माता जी श्रीमती भगवती देवी 82 वर्ष की हैं। उनकी चाची श्रीमती लक्ष्मी देवी और उनका परिवार साथ रहता है। महेशचंद के परिवार में उनकी पत्नी सुषमा, बेटा हिमांशु, बहू आकांक्षा और पोता आदविक है। बेटी मीतू की शादी हो चुकी है, जो कि सिविल लाइंस इलाके में ही रहती है। इनकी दो नातिन अविशा और अनन्या हैं। चाचा के बेटे दिनेश गुप्ता, पत्नी कमलेश, उनका बेटा आदित्य, सौरव, बहू सोनल और पोती सान्वी हैं। इनकी बेटी नेहा की शादी हो चुकी है। दिनेश के छोटे भाई ओमकिशन, पत्नी मीनू और बेटी रितिका और तान्या हैं।
टीवी नहीं, साथ बैठना जरूरी
महेशचंद गुप्ता ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य रात को एक घंटे साथ जरूर बैठते हैं। यहां तक की उस समय कोई सदस्य टीवी सीरियल भी नहीं देखता है। इसी समय परिवार के महत्वपूर्ण मामलों पर भी सभी की राय ली जाती है। परिवार के सभी लोग अपने दिनभर की बातें एक-दूसरे को बताते हैं। किसी जगह से आए निमंत्रण में जाने के लिए भी इसी समय बैठकर तय कर लिया जाता है कि घर से किस सदस्य को भेजना है। इससे कहीं आने-जाने की समस्या भी नहीं रहती है और परिवार का सामाजिक मेल-मिलाप भी जारी रहता है।
त्योहारों का विशेष महत्व
महेशचंद ने बताया कि घर में राखी, दशहरा और भैयादूज का विशेष महत्व है। इस दिन परिवार की बहन-बेटियां मायके आती हैं। इस दिन परिवार के सदस्यों की संख्या काफी रहती है। घर में लगी चहल-पहल से उत्सव का महत्व और भी बढ़ जाता है।
शादी से पूर्व बताया परिवार के बारे में
श्री गुप्ता बताते हैं कि आज के समय में संयुक्त परिवारों का विघटन होता जा रहा है। ऐसे में परिवार में जुड़ने वाले नये सदस्यों को पहले ही परिवार के बारे में बता दिया जाता है। उन्होंने बताया कि बेटे और भतीजे की शादी से पूर्व परिवार से जुड़ने वाली लड़की को बता दिया गया था कि यह संयुक्त परिवार है जिसमें सभी से मिलजुल कर रहना है। उनकी सहमति होने के बाद ही बेटों की शादी तय की गई। उन्होंने बताया कि एकल परिवार से आई बहुएं आज यहां काफी खुश हैं।
शिक्षा पर विशेष ध्यान
महेशचंद बताते हैं कि परिवार में आई बहू सोनल ब्रिटेन से एमबीए की पढ़ाई कर चुकी है। इसके अलावा दूसरी बहू आकांक्षा भी सीए और सीएफए की शिक्षा प्राप्त कर चुकी है। दोनों बहुएं घर में अपना काम बेहतरी से करती हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी वे संस्कारों का पूरा पालन कर अपनी मर्यादा में रहती हैं।
एक साथ भोजन करते हैं
इस परिवार के सदस्य रात को एक साथ बैठकर भोजन करते हैं। महेशचंद बताते हैं कि सुबह के समय सभी को अपने-अपने काम पर जाने की जल्दी होती है, लेकिन रात के समय सभी एक साथ मिलकर भोजन करते हैं। कभी काम की व्यस्तता रहती है तो महिलाओं को पहले ही भोजन करने के लिए कह दिया जाता है। उन्होंने बताया कि पूरे परिवार के साथ बैठकर दिनभर की थकान एकदम से दूर हो जाती है।
बच्चों को समय देते हैं
परिवार में सबसे छोटे बच्चे आदविक को लेने के लिए सभी उत्सुक रहते हैं। महेशचंद सुबह काम पर जाने से पहले और रात को घर लौटने पर सबसे पहले उसके बारे में पूछते हैं। यदि वह जाग रहा होता है तो फिर उसे अपनी गोद में लेकर दुलारते हैं।

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

पीले दांतों से ऐसे पाएं छुटकारा

इन घरेलू उपायों की मदद से पाएं पीले दांतों से छुटकारा

कभी भीख मांगता था हिंदुओं को मुस्लिम बनाने वाला ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies