कंधमाल दंगों पर नायडू आयोग की रपट मध्य 2014 तक
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हाल ही में आयोग ने अपनी चार दिन की जांच पूरी की है
कंधमाल दंगों की जांच कर रहा न्यायाधीश नायडू आयोग वर्ष 2014 के मध्य में राज्य सरकार को अपनी रपट सौंप सकता है। हाल ही में न्यायाधीश नायडू ने अपनी चार दिन की जांच पूरी की है। आयोग ने विश्वास जताया है कि जून या जुलाई 2014 में वह राज्य सरकार को अग्रिम रपट सौंपने में सक्षम होगा। उल्लेखनीय है कि 23 अगस्त 2008 जलेसपेट स्थित स्वामी लक्ष्मणानंद और उनके सहयोगियों की उनके आश्रम में निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। इसके बाद 2008 में कंधमाल में दंगे भड़क उठे थे। दंगों में लगभग 38 लोग मारे गए थे। जबकि कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। दंगों की जांच के लिए जनवरी 2009 में न्यायाधीश एससी महापात्र की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया गया था। न्यायमूर्ति महापात्र की मृत्यु के बाद पिछले साल न्यायमूर्ति नायडू को आयोग को अध्यक्ष बनाया गया था। अभी तक आयोग ने 793 शपथपत्र प्राप्त किए हैं और उनमें से 194 की जांच की है। आयोग को अभी 79 और लोगों की जांच करनी है। जिसमें से 58 लोग सुनवाई में अनुपस्थित चल रहे हैं। न्यायमूर्ति नायडू ने बताया कि गत 7 अक्टूबर को दो लोगों प्रह्लाद प्रधान और कृष्णा प्रसाद से पूछताछ की जानी थी, लेकिन केवल प्रधान ने जांच में सहयोग किया। सोमवार को आयोग ने आठ लोगों को जांच में सहयोग देने के लिए नोटिस भेजा था।
ल्ल पंचानन अग्रवाल
नेशन फर्स्टह्ण का लोकार्पण
गत दिनों नई दिल्ली में वरिष्ठ भाजपा नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी ने ह्यनेशन फर्स्टह्ण पुस्तक का लोकार्पण किया। लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री भैया जी जोशी ने की। वक्ता के रूप में सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि हमारे संघ विचार परिवार के काम का आधार ही है राष्ट्र सर्वोपरि, नैतिकता सर्वोपरि और चरित्र सर्वोपरि। आज हजारों कार्यकर्ता इसी आधार भूमि पर खड़े होकर भारत माता की आराधना कर रहे हैं। इन्हीं हजारों कार्यकर्ताओं में से एक थे स्व. बाल आप्टे। उन्होंने यह भी कहा कि हम कोई अनैतिक कार्य करेंगे नहीं और जो ऐसा करेगा उसका विरोध करना भी हम सबका दायित्व है। श्री भैया जी जोशी ने कहा कि यह पुस्तक सभी कार्यकर्ताओं के लिए पाथेय का काम कर सकती है। भैया जी ने बाल आप्टे जी के बारे में कहा कि वे भीतर और बाहर से एक समान थे। उनकी इस विशेषता के कारण सैकड़ों कार्यकर्ता तैयार हुए जो आज विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। श्री दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि आप्टे जी के पास वैचारिक सम्पदा का भण्डार था। उसकी झलक इस पुस्तक में मिलती है। पुस्तक के बारे में डा विनय सहस्रबुद्घे ने बताया कि इसमे आप्टे जी के अंग्रेजी लेखों और भाषणों को समाहित किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ समय बाद उनके हिन्दी भाषणों और लेखों पर भी एक पुस्तक आएगी। पुस्तक का प्रकाशन प्रभात प्रकाशन,नई दिल्ली ने किया है। समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा कृष्ण गोपाल,वरिष्ठ भाजपा नेता श्री वेंकैया नायडू सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
वैदिक नदी सरस्वती पर पुस्तक
वैदिक नदी सरस्वती शोध तथा बोध नामक शीर्षक से डा. पीएस ठाकुर की किताब का विमोचन किया गया। आईएसआरओ से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डा. ठाकुर की किताब का विमोचन गुजरात सरकार के पूर्व मंत्री डा. जयनारायण व्यास ने किया। इस मौके पर कई वैज्ञानिक, विद्वान व शिक्षाविद मौजूद थे। किताब में सरस्वती नदी को लेकर किया गया पूरा शोध है। इस मौके पर डा. व्यास ने कहा सरस्वती नदी का वास्तव में अस्तित्व है, लेकिन कुछ लोग समझते हैं कि यह केवल एक कल्पना है। वर्तमान में नदी भले ही विलुप्त हो गई लेकिन वैज्ञानिक तौर पर यह साबित हो चुका है कि सरस्वती नदी का वास्तव में है।
एक ही रास्ता एकात्म मानववाद
गत दिनों नई दिल्ली में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस पर राष्ट्रीय विचार सम्मलेन का आयोजन हुआ। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष श्री नीतिन गडकरी ने कहा कि वर्तमान आर्थिक संकट का हल एकात्म मानववाद। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई का मुकाबला तब हो सकता है जब अधिकतम उत्पादन में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो। श्री गडकरी ने यह भी कहा कि कांग्रेस का समाजवादी माडल विफल हो चुका है। इसलिए हमें युवाओं के अन्दर उद्यमशीलता लानी चाहिए,न कि उनमें मुफ्तखोरी की आदत बढ़ानी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री उमा भारती ने की। उन्होंने कहा कि 2020 में सबसे प्रभावी विचार धारा एकात्ममानववाद होगी। कार्यक्रम में भाजपा प्रकोष्ठों के प्रमुख श्री महेन्द्र पाण्डेय ने भी विचार रखे। विषय की प्रस्तावना इस प्रकोष्ठ के संयोजक श्री संजय चतुर्वेदी ने रखी।
ओएलएक्स पर विज्ञापन के माध्यम से गोहत्या को बढ़ावा
गोहत्यारों के हौसले इतने बुलन्द हो चुके हैं कि अन्दाजा नहीं लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक मामला ओएलएक्स की बेवसाइट पर देखने को मिला जहां पर तमिलनाडु के वेल्लोर शहर के मो वसील ने एक विज्ञापन दिया है, जिसमें उसके द्वारा बकरीद पर मुस्लिमों को गायों को खरीदने के लिए कहा है। और उसके द्वारा अनेक गायों से जुडे़ चित्रों को भी डाला गया है। उन चित्रों में एक चित्र ऐसा भी है जिसमें एक व्यक्ति गाय को काट रहा है । इस मुस्लिम युवक के द्वारा बकायदा गायों के मूल्य भी दिए गए हैं। संपर्क के लिए मोबाइल नंवर भी है। विज्ञापन वेल्लोर से दिया गया है। सोशल साइट फेसबुक पर भी लोगों ने इस विज्ञापन की निंदा की। लोगों ने फेसगुक पर प्रतिक्रिया स्वरूप कहा कि ऐसे लोगों को तत्काल दण्ड़ देना चाहिए जो खुलेआम गोहत्या को बढावा दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद एवं अनेक हिंदू संगठन गोहत्या रोकने की मांग करते रहे हैं। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक वेबसाइट से विज्ञापन हटा लिया गया था।
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