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गत 2 अक्तूबर को चित्रकूट के आरोग्यधाम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं धरतीपुत्र लालबहादुर शास्त्री का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी। अध्यक्षता मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के अध्यक्ष श्री मोहन यादव ने की।
श्री सुरेश सोनी ने उपिस्थत कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुये कहा कि राष्ट्रऋषि नानाजी ने आरोग्यधाम की स्थापना कर प्राकृतिक एवं योग चिकित्सा के साथ-साथ आयुर्वेद को जनव्यापी बनाने के लिये दीनदयाल जी एवं गांधीजी को आदर्श बनाकर संकल्प लिया। आज यह प्रकल्प अपनी सेवाओं से क्षेत्र के लोगों को लाभ दे रहा है।
श्री सुरेश सोनी ने कहा कि गांधी जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। इस पर लोगों का ध्यान कम जाता है। गांधीजी ने ग्रामों के पुनरुत्थान के लिये बहुत बड़ा काम किया और इसी दिशा में बहुत बड़ा जनसमूह उनसे प्रेरणा लेकर इस काम पर लगा, लेकिन ऐसे लोगों का कहीं नाम नहीं आता जबकि राजनीतिक क्षेत्र से नेहरु, पटेल जैसे लोगों का नाम लोग लेते हैं। गांधी जी आर्थिक स्वावलंबन पर विशेष जोर देते थे इसीलिए उन्होने कुटीर उद्योगों की दिशा में व्यावहारिक काम प्रारम्भ करवाया। वे किसी भी काम को स्वयं कर के देखते थे तब लोगों से वैसा व्यवहार आचरण करने के लिये कहते थे। इस अवसर पर श्री मोहन यादव ने कहा भारत गांव में बसता है। इस धारणा को लेकर ग्राम के विकास पर राष्ट्ऱऋषि नानाजी ने जोर दिया। नाना जी कहते थे भारत की आत्मा गांव में बसती है और गॉव के विकास से ही राष्ट्र का विकास हो सकता है। नानाजी ने इसे प्रत्यक्ष करके दिखाया। इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन, एवं उद्यमिता विद्यपीठ की निदेशिका डा. नन्दिता पाठक भी उपस्थित रहीं।
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