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दंगाइयों ने राजेश वर्मा को इसलिए मार डाला कि वह मुस्लिम दंगाइयों की करतूत और हिंसा के साथ ही साथ निहत्थे हिन्दुओं के कत्लेआम की 'लाइव फुटेज' बना रहा था। फोटोग्राफर के कैमरे में राजेश वर्मा की हत्या की पूरी कहानी है, किस मस्जिद से गोलियां चल रही थीं, गोलिया चलाने वाले दंगाई कौन थे, इन दंगाइयों को शह देने वाले नेता कौन-कौन थे, यह सब प्रमाण के तौर पर उपलब्ध हैं। टीवी चैनलों ने पत्रकार राजेश वर्मा की हत्या की पूरी परतें खोलीं ही नहीं।
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