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अबू चाचा, अबू चाचा
बंदे पकड़े गए दो;
मासूम हैं वो, पुलिस गंदी
बेचारों को छोड़ दो।
अबू चाचा, अबू चाचा
बना रहे थे वो बम;
पटाखे होंगे छोटे- मोटे
अकल पुलिस को है कम।
अबू चाचा, अबू चाचा
पास उनके थी गन;
ली होंगी खेल खेल में
साफ मेरे बच्चों का मन।
अबू चाचा, अबू चाचा
हो आए थे वो पाकिस्तान;
गये होंगे अमन सीखने
पड़ोसी को तू भाई मान।
अबू चाचा, अबू चाचा
लश्कर से था मेल-जोल;
कायदा-लश्कर तो सेवाभावी
पीटो ना बदनामी के ढोल
अबू चाचा, अबू चाचा
यह अच्छे तो कौन आतंकी?
सफेद खादी, टोपी से पूछो
जानते नहीं तुम तीन मंकी?
डा. संघनिष्ठ सचिन
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