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अपने घर-बार छोड़कर पिछले 23 सालों से कश्मीर के बाहर भारत के दूसरे शहरों में बसे कश्मीरी हिन्दुओं को घर वापसी की आस बंधी हुई है। केन्द्र सरकार ने उनकी घर वापसी के लिए बहुत बार वायदे किए और सुरक्षा-सुविधाएं देने की बात कही थी। सरकार ने एक कमरे के कुछ घर भी घाटी के कुछ हिस्सों में बनाकर कश्मीरी हिन्दुओं को लौटने के लिए कहा। सरकार के इसी वायदे पर भरोसा करके कुछ हिन्दू परिवार पुलवामा लौटे भी, लेकिन वहां उन्हें अलगाववादियों के पत्थरों से जख्मी होना पड़ा। उन पर पत्थर और कांच के टुकड़े फेंके गए। विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओं के लिए प्रधानमंत्री ने एक पुनर्वास पैकेज घोषित किया था। जिसके तहत, बताते हैं, राज्य सरकार ने कुछ जिलों में ऐसे आवास बनाए हैं। लेकिन इस घटना के बाद घाटी में बसे गिनती के हिन्दुओं में तीखा आक्रोश उपजा है। दिखाने को स्थानीय प्रशासन ने वहां पुलिस की चौकसी तो बढ़ाई है, लेकिन हालात तनावपूर्ण बने हुए हुए हैं। प्रतिनिधि
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