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देहरादून में रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेश राव उपाख्य भैया जी जोशी ने गत 20 जुलाई को देहरादून में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि उत्तराखण्ड में 16-17 जून को कहर ढाने वाली आपदा राष्ट्रीय आपदा है, इसलिए उत्तराखण्ड को पुन: सुधारने व संवारने के लिए देशभर का सहयोग चाहिए। उन्होंने कहा कि राहत व पुनर्वास का कार्य जटिल है, इसलिए सबको मिलकर समन्वित रूप से योजना बना कर कार्य करना चाहिए।
सरकार्यवाह ने राहत व बचाव कार्य में सेना/अर्द्धसैनिक बलों की सराहनीय भूमिका के लिए उनकी प्रशंसा की तथा सेना के जवानों व अधिकारियों का अभार प्रकट किया। उन्होंने आपदा क्षेत्र में सेवा कार्य में जुटे विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों का भी अभिनंदन किया।
भैया जी ने बताया कि संघ द्वारा पुनर्वास की व्यापक योजना बनाई गई है। प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार के साधन उपलबध कराने, निराश्रित परिवारों का संरक्षण, अनाथ बच्चों का पालन-पोषण, विद्यार्थियों की शिक्षा तथा बालिकाओं के विवाह जैसे महत्वपूर्ण कार्य संघ अपने हाथ में लेगा, इसके साथ ही समाज का मनोबल बढ़े, इसके लिए भी कार्यक्रम चलाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि उत्तरांचल देवभूमि है, यह पुण्य क्षेत्र है, समाज में आस्था व विश्वास बना रहे, इसलिए केदारनाथ की पूजा-अर्चना शीघ्र प्रारम्भ होनी चाहिए तथा चारधाम की यात्रा पूर्ववत् प्रारम्भ हो इसके लिए शासन को दूरस्थ क्षेत्रों में आवागमन की व्यवस्था तत्काल ठीक करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि पुनर्वास की विस्तृत योजना के साथ संघ का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल चुका है। पुनर्वास सहित अनेक उपयोगी सुझाव प्रतिनिधिमंडल द्वारा मुख्यमंत्री को दिये गये। एक प्रश्न के उत्तर में सरकार्यवाह ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक है। इस समय आपदा से कैसे शीघ्रता से निपटा जाय, यह मुख्य विषय है। यह समय सरकार के कामकाज पर टिप्पणी करने का नहीं है।
उत्तराखंड में बन रहे बाधों के विषय में भैया जी ने कहा कि विशेषज्ञों की राय से ही बाधों का निर्माण होना चाहिए। लालच में पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ उचित नहीं है। सरकार्यवाह ने कहा कि उन्हें पक्का विश्वास है कि बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, केदारनाथ की पूजा-अर्चना शीघ्र प्रारम्भ होगी तथा पूर्व की भांति देश व दुनिया के लोग केदारनाथ के दर्शनों के लिए उत्तराखण्ड की यात्रा पर आने लगेंगे। पत्रकार वार्ता में पत्रकारों के अलावा संघ के अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।प्रतिनिधि
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