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वक्तरहतेसंभलनेकीकुदरतकीचेतावनी
केदारनाथ, चमोली, हेमकुण्डसाहबऔरदेवभूमिकेदूसरेपहाड़ीइलाकोंमेंटूटेकुदरतकेकहरऔररुदनकरतेलोगोंकीतस्वीरेंदेखकरमनमेंबार–बारबिसनूगुरंगकीकहीएकबातआरहीथी।बिसनू….दार्जिलिंगकेएकचायबागानमेंमैनेजर।रिपोर्टिंगकेसिलसिलेमेंपहाड़ोंपरकईबारजानाहुआ।उसदौरानहिमाचल, कुमाऊं–गढ़वाल, उ. बंगालकेपहाड़ोंकीकुदरतीखूबसूरतीऔरउसकोग्रहणलगानेकीकोशिशकेकईमंजरभीदिखे।ऐसेहीएकबारदार्जिलिंगजानाहुआऔरवहांबिसनूसेयूंहीचलते–चलतेमुलाकातहोगई।दार्जिलिंगमेंपहाड़कीढलानोंपरनामी–गिरामीबिल्डरोंकेबोर्डलगेथेजोपहाड़परजल्दीहीबननेवालेकिसीहोटल, रिसोर्ट, क्लब, अपार्टमेंट्सवगैरहकीमुनादीकररहेथे।ढलानपरहीएकबड़ासाकटावदिखाऔरबेलदारखुदाईकरतेदिखे।बिसनूसेपूछा, तोउसनेबताया, 'कोईनएअपार्टमेंटबनरहेहैंऔरउसकेबगलमेंएकबड़ासाहोटलबननेवालाहै।' सच, बड़ाधक्कासालगाथासुनकर।पहाड़ोंकीकुदरतीखूबसूरतीऔरवनस्पतिकोउजाड़नेकीबेशर्महरकतपरगुस्साआया।लेकिनबिसनूकागुस्साकुछज्यादातीखेपनकेसाथफूटा।उसनेकहा, 'जानेकहांसेबिल्डरआकरहमारापहाड़बर्बादकररहेहैं।इन्हेंइजाजतकौनदेताहै? क्यासरकारीबाबूपहाड़ोंपररहनेवालोंकेदर्दकोनहींसमझते? पैसेखाकरउल्टेसीधेरुक्केलिखकरइमारतेंखड़ीकरनेकालाइसेंसदेदेतेहोंगे!'
यहसोलहनहीं, तोचौदहआनेसचजरूरहोगा।पहाड़ोंपरइनदिनोंबादलोंकेफटनेसेजिसभयानकमंजरकोहमेंदेखनापड़ाहैउसकेपीछेकुदरतकेबेलगामदोहनकोदोषीठहरायाजाएतोकोईअतिशयोक्तिनहींहै।भारतकेपहाड़ोंमेंस्थितज्यादातरतीरथअबतीरथकमपर्यटनस्थलज्यादाबनादिएगएहैं।ढेरोंसुख–सुविधाओंसेलैसइनजगहोंपरलोगोंकेरेलेकेरेलेपहंुचकरवहांतमामतरहकाप्रदूषणफैलातेहैं, जहां–तहांहोटल, लॉजबनरहेहैं।नदियोंकोबंाधोंमेंबांधाजारहाहै, शहरोंकेलिएबिजलीबनानाज्यादाजरूरीहोगयाहै।समन्दरोंमेंसीमेंटकेढेलेढालकर, उनकोपाटकरजमीनकीहदेंबढ़ाईजारहीहैं।शहरोंकीआजकीजीवनचर्याहवामेंउनगैसोंकास्तरखतरनाकऊंचाईपरलेजारहीहैजोधरतीकेतापकोहवामेंघेरेरखतीहैं।पिछलेसौएकसालमेंधरतीकातापमान 1.4 डिग्रीबढ़चुकाहै।
जंगलोंकीअंधाधुंधकटाईसेमिट्टीदरदरीहोचलीहै।पहाड़ोंसेपेड़गायबकरनेसेचट्टानेंढीलीहुईंऔरभारीबारिशसेसरकतीहुईंनीचेचमोलीऔरकेदारनाथमेंतबाहीमचागईं।पहाड़कटनेसेआएदिनभूस्खलनभीदेखनेमेंआतेहैं। 1998 मेंमाल्पाऔरऊखीमठमेंमचीतबाहीलोगभूलेनहींहोंगेजिसमें 300 लोगमारेयालापताहोगएथे।जंगलोंकीबेतहाशकटाई, सड़केंबनानेकोडायनामाइटकेधमाके, इमारतें, खुदाईवगैरहपहाड़ोंकोदरदराकररहेहैं।पहाड़ोंमेंएककिलोमीटरसड़कबनानेमें 60 से 80 तकभरे–पूरेपेड़कटतेहैं, धमाकेसेचट्टानेंढीलीहोतीहैंऔर 40,000 से 80,000 क्यूबिकमीटररोडियांनिकलतीहैं।दूसरे, पहाड़ोंमेंसरकारीएजेंसियोंकेलगाएपाइनऔरयूकेलिप्टसकेपेड़आसपासकापानीसोखकरमिट्टीढीलीकररहेहैं।जंगलमेंलकड़ीकेमाफियापेड़ोंकोयूंभीसफाचटकरहीचुकेहैं।पर्यावरणविदोंकोअध्ययनोंकेआधारपरअंदेशायहहैकिअगलीआधीसदीमेंकुमाऊंकेपहाड़उजाड़होजाएंगे।
दुनियाकेबढ़तेतापसेमौसमकेचक्रमेंआयाबदलावभारतपरसबसेज्यादाअसरइसवजहसेडालरहाहैक्योंकिऔरकिसीजगहसालकेहरमहीनेऋतु–परिवर्तननहींहोता।इसीबढ़तेतापकीएकझलकइसबार 15 दिनपहलेआएमानसूननेदेदी।बढ़तातापसमन्दरोंकापानीभीगरमारहाहै।आर्कटिक, अंटार्कटिककीबर्फकीमोटीचादरेंअबपतलीहोरहीहैं, उनमेंसिकुड़नआरहीहै, लिहाजासमन्दरोंऔरमहासागरोंकाजल–स्तरबढ़रहाहै।समन्दरअपनीहदोंसेबाहरआनेकोउतावलेदिखतेहैं।दक्षिणएशियाकेकईतटवर्तीशहरोंपरसुनामीकेकहरकोसबदेखहीचुकेहैं।कैसीभयानकविनाशलीलाथी।शोधबतातेहैं, साल 2100 आते–आतेसमन्दरकास्तर 1992 केमुकाबले 8 इंचसेलेकर 6.6 फुटतकबढ़जाएगा।
लेकिनसुधकिसकोहै? '50-100 सालबादजोहोगासोहोगा, अभीतोहमठीकहैं' वालीसोचरहीतोबंटाढारतयहै।लेकिनअगरअबभीसंभलगएऔरमानलीजिए 2016 तकतापबढ़ानेवालीगैसोंकेउत्सर्जनकोजीरोपरलेआएतोभीअगले 10 सालोंतकसमन्दरकास्तरबढ़तारहनेवालाहैक्योंकिबर्फकीचादरकोफिरसेठीकहोनेमेंसमयलगेगा।समन्दरकाएकमीटरस्तरबढ़ातोभारतकरीब 14000 वर्गकिलोमीटरजमीनगंवादेगायानीकईशहरोंपरआफतमुंहबाएखड़ीहै।
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