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एक समय पर क्रिकेट के बारे में कहा जाता था कि मैच में किस टीम की हार होगी और किसकी जीत, इसके बारे में अंतिम समय तक कुछ नहीं कहा जा सकता। अनेक मैचों में अतिम क्षणों में फैसला बदलते देखा गया। किक्रेट के इसी रोमांच की वजह से लोगों में इसके प्रति दीवानगी देखी जाती थी। लेकिन आज इस बात के चर्चे हैं कि कौन सी टीम मैच जीतेगी और कौन सी हारेगी यह पहले से तय है। लोगों में क्रिकेट के प्रति 'मैच फिक्सिंग' की धारणा को आईपीएल मैचों ने खूब हवा दी है। अब राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा (निलंबित) भी घेरे में आ गए हैं।
10 जून को बीसीसीआई ने आईपीएल में सट्टेबाजी के आरोप में फंसे राजस्थान रॉयल्स के सह मालिक और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों से निलंबित कर दिया है। यह फैसला बीसीसीआई कार्य समिति की 10 जून को हुई आपात बैठक में किया गया। कुंद्रा को जांच पूरी होने तक निलंबित किया गया है। कुंद्रा पर अपने एक मित्र उमेश गोयनका के जरिए अपनी टीम पर सट्टा लगाने का आरोप है। हालांकि कुंद्रा के मित्र उमेश गोयनका ने एक अदालत में दावा किया कि उन्होंने पुलिस के दबाव में बयान दिया था। लेकिन कुंद्रा ने पुलिस पूछताछ में सट्टा लगाने की बात स्वीकार की थी।
वहीं 11 जून की देर शाम क्रिकेट खिलाड़ी श्रीसंत 27 दिन की पुलिस हिरासत से जमानत पर छूटे हैं। इनके साथ एक अन्य क्रिकेट खिलाड़ी अंकित चव्हाण भी जमानत पर छूटे हैं। दोनों खिलाड़ियों समेत कुल 18 लोगों को साकेत जिला न्यायालय ने जमानत दे दी। क्रिकेट खिलाड़ी अजीत चंदीला ने जमानत के लिए आवेदन नहीं किया था। इस वजह से उन्हें जमानत नहीं मिल सकी। श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को दिल्ली पुलिस ने 16 मई को 'स्पॉट फिक्सिंग' के आरोप में गिरफ्तार किया था। इन पर सट्टेबाजों के अनुसार गेंदबाजी करने का आरोप था, जिसकी एवज में इन्हें सट्टेबाजों से मोटी रकम मिली थी। श्रीसंत और अंकित चव्हाण को अभी न्यायालय ने जमानत दी है, वे निर्दोष साबित नहीं हुए हैं। देखना दिलचस्प होगा कि न्यायालय पूरे मामले पर क्या फैसला सुनाता है। पाञ्चजन्य ब्यूरो
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