पाकिस्तानी हिन्दू तीर्थयात्रियों का दिल्ली में सत्कार
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शांत हिन्दू समाज को कमजोर न समझे विश्व समुदाय
– अशोक सिंहल, संरक्षक, विहिप
हिन्दुओं की दुर्दशा पर गंभीरता से विचार जरूरी
– डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी, अध्यक्ष, जनता पार्टी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत के विभिन्न तीर्थों की यात्रा पर आए 150 हिन्दू तीर्थयात्रियों का गत 27 मई को विश्व हिन्दू परिषद ने दिल्ली में भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर समाजसेवी श्री नाहर सिंह को सम्मानित भी किया गया। श्री नाहर सिंह पाकिस्तान के पीड़ित हिन्दुओं को अपने घर में लंबे समय से शरण दिए हुए हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद् के संरक्षक श्री अशोक सिंहल ने कहा कि अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर हमले करने वाले लोग हिन्दू समाज के शांत व्यवहार को कमजोरी न समझें। जब तक विश्व के किसी भी भू-भाग पर हिन्दू असुरक्षित रहेगा या उस पर हमले होंगे विहिप चुप नहीं बैठेगी तथा उन्हें न्याय व स्वाभिमान दिलाकर रहेगी।
जनता पार्टी के अध्यक्ष डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि भारत के ऊपर आठ सौ वर्ष मुगलों व दो सौ वर्ष अंग्रेजों का साम्राज्य रहने के बावजूद आज भी भारत में 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या हिन्दू है, जबकि ईरान, इराक व मिस्र जैसे अनेक देश अपनी धार्मिक पहचान बदल चुके हैं। लेकिन भारत के जिस-जिस भाग में हिन्दू घटा, वहां देश बंटा है तथा वहां के हिन्दुओं के पास पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं रहा। चाहे कश्मीर हो, पूर्वोत्तर के राज्य हों, पाकिस्तान हो या फिर बंगलादेश। इस विषय पर हमें गंभीरता से विचार करना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दक्षिणी दिल्ली की पूर्व महापौर श्रीमती सविता गुप्ता ने की। मंच पर विहिप के संगठन महामंत्री श्री दिनेश चन्द्र भी आसीन थे। कार्यक्रम का संचालन विहिप दिल्ली के अध्यक्ष श्री स्वदेश पाल गुप्ता ने किया। इस अवसर पर विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद, श्री दीपक कुमार, संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाश, मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल सहित दिल्ली के गणमान्यजन उपस्थित थे।
राष्ट्र सेविका समिति का शिक्षा वर्ग शुरू
जमशेदपुर (झारखंड) में राष्ट्र सेविका समिति, झारखंड प्रांत का 15 दिवसीय शिक्षा वर्ग गत 20 मई को प्रारम्भ हो गया। यहां प्रांत के अलग-अलग हिस्सों की 75 सेविकाएं शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
वर्ग का शुभारम्भ भारतमाता पूजन से हुआ। इस अवसर पर राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख सुश्री पुनीता हलदेकर, प्रांत कार्यवाहिका श्रीमती शारदा गुप्ता एवं विभाग संपर्क प्रमुख श्रीमती निर्मला सिंह विशेष रूप से उपस्थित थीं। वर्ग की वर्गाधिकारी श्रीमती निभा झा हैं, जबकि वर्ग कार्यवाहिका हैं श्रीमती त्रिपुला दास।
'भारतीय शिक्षा के प्रतिमान' व्याख्यान में वक्ताओं ने कहा-
शिक्षा में हो ज्ञान और संस्कृति का संतुलन
शैक्षिक मंथन संस्थान के तत्वावधान में गत 17 मई को जयपुर (राजस्थान) में 'भारतीय शिक्षा के प्रतिमान' विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता के रूप में पुनरुत्थान ट्रस्ट, कर्णावती (गुजरात) की निदेशिका सुश्री इन्दुमती काटदरे थीं। जबकि अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष डा. विमल प्रसाद अग्रवाल ने की। मंच पर संस्थान के सचिव श्री महेन्द्र कपूर भी आसीन थे।
श्रीमती इन्दुमती ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत में शिक्षा एक संस्कार के रूप में दी जाती रही है। वह आज की भांति खरीदी व बेची नहीं जाती थी, न ही आज की भांति कभी यांत्रिक ही रही। हमें ज्ञान, संस्कृति और संस्कार तीनों का संतुलन बनाये रखना होगा।
इस अवसर पर शैक्षिक मंथन संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. जे.पी. सिंघल, शैक्षिक मंथन पत्रिका के संपादक प्रो. संतोष पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में जयपुर के गणमान्य नागरिक उपस्थित lÉä* |ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
वनवासियों की शिक्षा पर चिंतन
राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद् के तत्वावधान में गत 24 मई को उदयपुर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय चिंतन बैठक संपन्न हुई। बैठक के समापन समारोह में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के संगठन मंत्री श्री सौमय्या जुलू एवं कल्याण आश्रम के शिक्षा प्रकल्प प्रमुख श्री के. रामचंद्रैया विशेष रूप से उपस्थित थे।
बैठक में देश के 18 प्रान्तों से आए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने राज्य में शिक्षा प्रकल्प के अन्तर्गत वनवासी बन्धुओं के लिए किये जा रहे शैक्षिक उन्नयन के कार्यों की जानकारी के साथ-साथ नई योजनाओं की भी जानकारी दी।
रा.स्व.संघ के उत्तर क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डा. बजरंग लाल गुप्त ने कहा–
आचार, विचार, व्यवहार और विस्तार हैं संघ कार्य के आधार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डा. बजरंग लाल गुप्त ने कहा कि संघ कार्य की प्रगति के चार आधार हैं। वे गत दिनों मेरठ (उ.प्र.) में संघ के महानगर एकत्रीरण को संबोधित कर रहे थे। एकत्रीकरण में 94 शाखाओं के 2160 स्वयंसेवकों ने गणवेश में भाग लिया। समारोह में स्वयंसेवकों ने विभिन्न प्रकार के शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन भी किया।
डा. गुप्त ने कहा कि संघ का वैचारिक अधिष्ठान हिन्दुत्व है। आज इस विचार की ओर पूरा विश्व आकृष्ट हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों का शुुद्ध व प्रामाणिक आचरण संघ कार्य का दूसरा आधार है। उन्होंने स्वयंसेवकों के स्नेहपूर्ण, मधुर और मिठासभरे व्यवहार को संघकार्य का तीसरा आधार बताया। विस्तार को संघकार्य का चौथा आधार बताते हुए डा. गुप्त ने कहा कि संघ का संख्या बल बढ़े, नए क्षेत्रों में कार्य का विस्तार हो, इस हेतु प्रत्येक स्वयंसेवक को अपना योगदान करना होगा। अजय मित्तल
मंदिर निर्माण के लिए जाप और यज्ञ
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर करने के लिए गत दिनों गोरखपुर (उ.प्र.) में विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में विजय महामंत्र 'श्रीराम जय राम जय जय राम' का सामूहिक जाप व यज्ञ संपन्न हुआ। इसमें बड़ी संख्या में परिषद् और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में विहिप के प्रांत संगठन मंत्री श्री प्रदीप पांडेय, बजरंग दल के विभाग संयोजक श्री दुर्गेश त्रिपाठी, विहिप के महानगर कार्याध्यक्ष श्री विजय खेमका विशेष रूप से उपस्थिति थे।
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