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अब 29 के बजाय 25 दिन की हुई यात्रा
हर साल होने वाली पावन कैलास-मानसरोवर यात्रा की अवधि 29 दिन से घटाकर 25 दिन कर दी गई है। साथ ही यात्रा पर जाने वाले जत्थों की संख्या 16 से बढ़ाकर 18 की गई है। इसके अलावा हर साल 29 मई से शुरू होने वाली यात्रा इस साल 9 जून से शुरू होगी।
कुमाऊं मंडल विकास निगम (उत्तराखंड) के क्षेत्रीय प्रबंधक (पर्यटन) और मानसरोवर यात्रा के नोडल अधिकारी डीके शर्मा के अनुसार इस 250 किलोमीटर लंबी दुर्गम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए केन्द्र सरकार ने चीन सरकार से इस विषय पर बात की और तिब्बत के तकलाकोट में भारतीय तीर्थयात्रियों के पासपोर्ट और अन्य कागजात की जांच में लगने वाले समय को चार दिन से घटाकर एक दिन कर दिया गया है। इस तरह यात्रा की अवधि 29 दिन से घटाकर 25 दिन कर दी गई है।
श्री शर्मा ने कहा कि हालांकि यात्रा की अवधि में कमी की गई है, लेकिन तीर्थयात्रियों को तिब्बत में रुकने और कैलास-मानसरोवर की पूजा करने का पूरा समय मिलेगा। अल्मोड़ा और धारचूला के बीच जखोड़ी नाम का एक पड़ाव भी कम कर दिया गया है।
स्वाभाविक है कि जत्थों की संख्या बढ़ने से यात्रियों की संख्या भी बढ़ेगी। सरकार पूरी व्यवस्था करे कि यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ ही सुविधाएं-व्यवस्थाएं भी समुचित हों। प्रतिनिधि
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