चीन की मनमानी नहीं चलेगी-मेजर जनरल (सेनि) गगनदीप बख्शी
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

चीन की मनमानी नहीं चलेगी-मेजर जनरल (सेनि) गगनदीप बख्शी

by
May 11, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 11 May 2013 14:31:38

चीन इतना चतुर है कि उसने पहले अपने पाले में पूरी तैयारी कर ली फिर भारत के अंदर घुसकर हमारी ही जमीन कब्जाना चाहता है। उसने ल्हासा तक रेल लाइन बिछा ली है, दिन में 8 रेलें वहां आती हैं। हर ट्रेन में सेना की एक पूरी पलटन बैठकर आ सकती है। एक महीने में 30-32 डिविजन आ सकती हैं। तिब्बत में हजारों किलोमीटर की तारकोल वाली सड़क ठीक सीमा तक बना ली है। 5 हवाई अड्डे बना लिए हैं। भारत ने जब 50 साल के अंतराल के बाद वहां थोड़ी ढांचागत तैयारी करनी शुरू की तो वे अड़ंगे डालने लगे हैं। उनका कहना है कि भारत ने सीमा करार करके माना था कि वहां कोई सड़क नहीं बनाएंगे, कोई ढांचा खड़ा नहीं करेंगे। ये तो सरासर भारत को धोखा देने वाली बात हुई। उसकी मनमानी नहीं चलेगी।

अभी चीनियों ने घुसपैठ इसी मकसद से की है कि जब उनके प्रधानमंत्री ली कीक्यांग भारत आएं तो यह मुद्दा जरूर उछले और वे सीमा पर हमसे अपनी मनमानी करा लें, इस पर बातचीत शुरू हो जाए। चीन जानता है कि भारत की सरकार इतनी लचर है कि 'शांति' बनाए रखने के नाम पर किसी भी हद तक झुक सकती है। चीन ग्वादर बंदरगाह तक अपना ढांचागत विकास कर रहा है। इसलिए उसे लद्दाख में चुमार में बैठे भारतीय फौजी खटकते होंगे। वह नहीं चाहता कि भारत ग्वादर पर होने वाली उसकी कोई भी गतिविधि देखे, इसलिए उसे वह इलाका अपने कब्जे में चाहिए। दौलत बेग ओल्दी में बनी हमारी हवाई पट्टी उनको चुभती है, क्योंकि उसे लगता है, इस ठिकाने से हम उनको देख सकते हैं और आगे चलकर इसका विस्तार करके उन पर हमला भी बोल सकते हैं। यहां से उनका कराकोरम-गिलगित-ग्वादर राजमार्ग हमारी पहुंच में होगा। वे गिलगित और कराकोरम के रास्ते ग्वादर तक सड़क और रेल पटरी बिछाने में लगे हैं। वहां से तेल और गैस पाइपलाइन आएगी। भारत-पाकिस्तान-चीन के इस जंक्शन की अहमियत बहुत बढ़ गई है। इसलिए वे यहां पर भारत को तंग करके मैदान खाली कराना चाहते हैं। चीन की चाल है पूरब में आगे बढ़ते रहो, पश्चिम में हमला बोलो। भारत के पश्चिमी सेक्टर में लद्दाख में युद्ध छेड़ने का चीन को यह फायदा होगा कि उसे वहां पाकिस्तान की मदद हासिल हो जाएगी। ये इतना अहम क्षेत्र है, लेकिन हमने वहां अपनी ताकत बढ़ाने को कुछ नहीं किया है। 50 साल हो गए, वहां सड़क नहीं बना पाए, 30 साल हो गए पर आधुनिक हथियार नहीं खरीदे। 'नरेगा' पर 2 लाख करोड़ खर्चने वाली सरकार इसके आधे पैसे भी हथियारों पर खर्चती तो काम हो जाता। 1962 जैसा हाल न हो, इसके लिए सेना को तैयार करने की रफ्तार सौ गुना बढ़ानी होगी।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies