हर बस्ती तक जाएगी सेवा भारती
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सेवितजनों को स्वावलम्बी बनाए सेवा
–मोहनराव भागवत, सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
सेवा भारती, दिल्ली की साधारण सभा की बैठक गत 28 अप्रैल को झंडेवालान में संपन्न हुई। इसमें कार्यकर्ताओं ने गत वर्ष के कार्यों की समीक्षा करते हुए आगामी वर्ष के कार्यक्रमों की योजना बनाई। बैठक में रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत विशेष रूप से उपस्थित रहे।
सेवा भारती, दिल्ली के अध्यक्ष श्री तरुण गुप्ता की अध्यक्षता में संम्पन्न हुई बैठक का शुभारम्भ तीन बार गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ हुआ। इसके बाद सभी ने 108 बार 'श्रीराम जय राम जय जय राम' का सस्वर जाप किया। तत्पश्चात सेवा भारती के मंत्री डा. राम कुमार ने सभी को गत वर्ष के कार्य की जानकारी देते हुए आगामी वर्ष में किए जाने वाले कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में दिल्ली की सभी सेवा बस्तियों को कार्ययुक्त करना सेवा भारती का मुख्य लक्ष्य है। जल्दी ही सेवा भारती द्वारा एक एम्बुलेंस सेवा की भी शुरुआत की जाने वाली है।
श्री मोहनराव भागवत ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि सेवा भारती के कार्यकर्ता समाज के निर्बल वर्ग के लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लगातार प्रयासरत हैं। इससे उन्हें आत्मिक शांंति मिलती है। उन्होंने कहा कि सेवा कई प्रकार की होती है। सरकारी कर्मचारी कहता है कि वह भी सेवा करता है लेकिन वह अपनी सेवा के बदले वेतन लेता है। फिर भी सुनने में आता है कि वह ठीक से अपना कार्य नहीं करता। मतांतरण के लिए भी कुछ लोग सेवा कार्य में लगे हुए हैं। परन्तु सेवा सेवितजनों को स्वावलंबी बनाने के लिए है। उनका मतांतरण करने या लाभ प्राप्त करने के लिए नहीं है।
श्री भागवत ने कहा कि मनुष्य दो प्रकार के होते हैं। साधुवृति एवं दुष्टवृति के। साधुवृति का मनुष्य शिक्षा से अन्यों को दिशा देकर उनका उत्थान करेगा, इससे लोगों का ज्ञान वर्धन करेगा। वहीं दुष्टवृति का मनुष्य शिक्षा से दूसरों को कष्ट देगा। धन से विवाद करेगा एवं समाज में उसका दुरुपयोग करेगा। शक्ति से दूसरों को दुख देगा। उन्होंने कहा कि हमें समाज को समर्थ बनाने के लिए लगातार कार्य करते रहना होगा। कोई भी निर्बल न रहे इसका ध्यान रखना होगा। भारत विश्वगुरु बने यही हमारा लक्ष्य रहे। बैठक में रा.स्व.संघ, दिल्ली के प्रांत संघचालक श्री कुलभूषण आहूजा, वरिष्ठ प्रचारक श्री प्रेमचंद गोयल, सेवा भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुंदर लक्ष्मण एवं सेवा भारती, दिल्ली के संरक्षक श्री जयनारायण खण्डेवाल विशेष रूप से उपस्थित थे। प्रतिनिधि
रा.स्व.संघ के दो वरिष्ठ प्रचारकों की स्मृति में श्रद्धाञ्जलि सभा
संघ कार्य की नींव थे
विहिप का संयुक्त राष्ट्र संघ को स्मरण पत्र
पाकिस्तान में हिन्दुओं पर लगातार हो रहे अत्याचारों व उनके मानवाधिकारों के उल्लंघन के सन्दर्भ में विश्व हिन्दू परिषद ने संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव को फिर से याद दिलाकर मदद की गुहार लगाई है। विहिप ने गत 26 अप्रैल को एक स्मरण पत्र संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून को भेजा है। |ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
भोपाल में स्वयंसेवी संस्थाओं का सेवा संगम
सेवा कार्य की मजबूती का मंत्र लिया
विश्व के सुख के लिए भारत को सुखी-सम्पन्न बनाना होगा
–सुहासराव हिरेमठ, अ.भा. सेवा प्रमुख, रा.स्व.संघ
'जब तक प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी व समाजसापेक्ष संस्कार जो उन्हें मिलजुल कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हों प्राप्त नहीं होंगे तब तक हमारे आस-पास और दुनिया में सुख की कल्पना नहीं की जा सकती। विश्व के सुख के लिए हमारा दायित्व है भारत को सुखी-संपन्न बनाना। भारत के पास सुख और संपन्नता का मंत्र है। हमें दुनिया को सुखी करने के लिए स्वयं को सक्षम और बलवान बनाने की आवश्यकता है'। उक्त उद्गार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख श्री सुहासराव हिरेमठ ने गत दिनों सेवा भारती द्वारा भोपाल (मध्य प्रदेश) में आयोजित सेवा-संगम में व्यक्त किए। संगम का आयोजन स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में हुआ। इसमें राज्य की 100 से ज्यादा स्वयंसेवी संस्थाओं ने भाग लिया तथा एक-दूसरे के कार्य को जाना। संगम के विभिन्न सत्रों में सेवा कार्य करते हुए आने वाली समस्याओं एवं उनके समाधान तथा कार्य के विस्तार पर विस्तृत चर्चा हुई।
कार्यक्रम में उपस्थित गुफा मंदिर के महंत चंद्रमास त्यागी ने सेवा-संगम जैसे आयोजनों की समाज के हित में आवश्यकता बताते हुए कहा कि समाज में जो पिछड़ापन है उसे दूर करने के लिए सहयोग की आवश्यकता है। राष्ट्रीय सेवा भारती के उपाध्यक्ष डा. अतुल गोविन्द भुस्कुटे ने कहा कि जो दुखी और पीड़ित को अपनाता है वह ही साधु कहलाता है।
सेवा संगम में सेवा भारती ने स्वामी विवेकानंद और सेवा विषय पर प्रदर्शनी भी लगाई। प्रदर्शनी का उद्घाटन श्री सुहासराव हिरेमठ, सेवा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री सुंदर लक्ष्मण, रा.स्व.संघ के क्षेत्र सेवा प्रमुख श्री गोरेलाल, सेवा भारती के अ.भा. सचिव श्री ऋषिपाल डडवाल द्वारा किया गया। सेवा संगम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। तत्पश्चात गांधी नगर के छात्रों द्वारा रामचरित मानस की चौपाइयों की संगीतमय प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डा. कमलेश, रा.स्व. संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री रामदत्त चक्रधर, प्रांत प्रचारक श्री सुहास भगत, प्रांत संघचालक श्री सतीश पिंपलेकर विशेष रूप से उपस्थित थे। हिस/भोपाल
स्वामी विवेकानंद के विचारों को गांव–गांव पहुंचाते छात्र
स्वामी विवेकानंद के विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए गत दिनों विद्या भारती, सिलिगुड़ी के पूर्व छात्र संगठन ने ग्राम सम्पर्क अभियान की शुरुआत की। स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुरू किए गए सम्पर्क अभियान के दौरान छात्र करीब 150 गांव तक सम्पर्क करेंगे। छात्रों का नेतृत्व चिकित्सक श्री अजीत और शिक्षिका सुश्री निर्मला दास कर रही हैं।
यह छात्र गांव-गांव जाकर जाति, मत-पंथ के भेद से ऊपर उठकर सभी से सम्पर्क करेंगे। सुश्री निर्मला ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि गांव-गांव में लोग स्वामीजी को श्रद्धाञ्जलि अर्पित कर रहे हैं। इनमें मुसलमान और सीमा सुरक्षा बल के जवान भी शामिल हैं। हर जगह अभियान को जबर्दस्त सफलता मिल रही है। प्रतिनिधि
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