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अमरीका के बोस्टन में हुए बम धमाकों के दो संदिग्धों में से एक को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान ही मार गिराया, जबकि दूसरे को जिंदा गिरफ्तार किया। यह दोनों संदिग्ध सउदी अलकायदा के वहाबी गुट के सदस्य हैं। बम बनाने की तकनीक भी इन्होंने आतंकी संगठन की पत्रिका से सीखी थी। वहीं बेंगलुरू बम धमाके के सिलसिले में पुलिस ने चेन्नई से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक प्रतिबंधित संगठन अलम्मा का सदस्य है। दोनों स्थानों पर हुए बम धमाकों में एक बात समान है, वह है दोनों स्थानों पर बम धमाकों को अंजाम जिहादी संगठनों ने दिया है।
बोस्टन में मैराथन के दौरान हुए बम धमाके के बाद से ही बोस्टन की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी रही। आरोपियांे की पहचान के लिए अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी देश की जनता से मदद की अपील की थी। इसके बाद बोस्टन पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान हमले के एक संदिग्ध तामेरलान त्सारनाऐव को मार गिराया, जबकि दूसरे संदिग्ध जोखर त्सारनाऐव को गिरफ्तार कर लिया। यह दोनों संदिग्ध भाई हैं और सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई तस्वीरों के जरिए इनकी पहचान हुई थी। यह दोनों रूस के चेचेन्या से अमरीका आए थे। प्रेशर कुकर बम बनाने की तकनीक इन्होंने अलकायदा की वेबपत्रिका 'इंस्पायर' से सीखी थी। बेंगलुरू में हुए धमाके के सिलसिले में चेन्नई पुलिस ने तीन लोगों को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तिरुनेलवेली से पीर मोहिदीन और बशीर को गिरफ्तार किया। वहीं तीसरे को मदुरै से पकड़ा। मदुरै से गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान प्रतिबंधित संगठन अलम्मा के कार्यकर्ता किचान बुखारी के रूप में हुई है। वह 1998 में कोयंबटूर में हुए बम धमाकों में भी दोषी था। बुखारी को इस मामले में 10 साल की सजा भी हुई थी।
उल्लेखनीय है कि 15 अप्रैल को बोस्टन में मैराथन के दौरान दो स्थानों पर हुए बम धमाकों में 3 लोगों की मौत और करीब 175 बुरी तरह घायल हुए थे। इसके बाद 17 अप्रैल को बेंगलुरू के मल्लेश्वरम स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के समाने हुए बम धमाके में 16 लोग घायल हुए जिनमें 11 पुलिसकर्मी और 5 आम नागरिक शामिल हैं।दिल्ली ब्यूरो
तैमूरलंग जैसा होता तामेरलान
बोस्टन (अमरीका) में मैराथन के दौरान बम धमाकों को अंजाम देने वाले तामेरलान, जिसे बोस्टन पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया, के बारे में इस्लामिक जगत में चर्चा है कि उसका नाम बर्बर आक्रांता तैमूरलंग के नाम पर है। 14वीं सदी का मंगोल आक्रांता तैमूरलंग अत्याचारी चंगेज खान का वंशज था। इस संबंध में कहा जा सकता है कि यदि तामेरलान बोस्टन पुलिस की गोली का शिकार नहीं होता तो वह भी तैमूरलंग जितना ही बर्बर हो जाता।
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