Panchjanya
July 20, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

by
Apr 1, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तानएक आया, एक गया, एक बना सरदार

दिंनाक: 01 Apr 2013 12:00:42

 

 

 

मुशर्रफ लौटे, बिलावल गए, खोसो ने संभाली कुर्सी 

फिदायीनों के डर से कड़ी सुरक्षा में घिरे रहे, पर कहते रहे-मुझे किसी का डर नहीं।

 

 

पिछले दिनों पाकिस्तान में एक के बाद एक तीन दिलचस्प घटनाएं देखने में आईं। तीनों सियासी। तीनों ने मुल्क की सियासत में हलचल पैदा की। पहली घटना थी प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ का कुर्सी से विदा होना, उनकी जगह एक सेवानिवृत्त जज का अंतरिम प्रधानमंत्री बनना। दूसरी थी पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का चार साल के बाद मुल्क में वापस लौटना। और तीसरी घटना तो इन पंक्तियों के लिखते वक्त घटी, जो थी बिटुआ बिलावल का अपने पिता यानी राष्ट्रपति जरदारी से रूठकर दुबई चले जाना।

बात शुरू करते हैं मुशर्रफ के लौटने से। जिहादी तालिबानियों की फिदायीन हमलों से जान ले लेने की धमकियों के बीच मुशर्रफ ने खुद पर अपने से लादे चार साल के देश-निकाले के बाद 24 मार्च को वतन वापसी की। मुशर्रफ पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर की हत्या सहित अपने पर कई दूसरे मुकदमों में गिरफ्तारी से बचने के लिए पाकिस्तान से गुपचुप निकल लिए थे। इस बीच उन्होंने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नाम से एक सियासी तंजीम बना ली और गाहे-बगाहे पाकिस्तान लौटकर सियासी मैदान में कूदने के जुमले उछालकर अपने मुरीदों और खिलाफतियों के मन की थांह लेते रहे थे। अब 11 मई को पाकिस्तान में आम चुनाव होने की मुनादी होने के बाद उनकी सियासी चाह ने जोर मारा और इस बार वह सचमुच में मुल्क लौट आए। कराची हवाई अड्डे पर उतरते ही उनका सच से सामना हुआ, चाहने वालों की भीड़ उतनी न थी जितनी उन्होंने सोची थी। तिस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम ने उन्हें दूर-दूर रखा। जिहादी धमकियों का असर उनकी पहली रैली पर भी पड़ा, जो जिन्ना की मजार पर होनी थी, पर होने न      दी गई।

पाकिस्तान की फौज ने जहां हुकूमत से अपने पुराने जनरल के लिए कड़ी हिफाजत की मांग की है, वहीं बहुत से ऐसे भी हैं जो उनको उनके किए 'जुर्मों' के लिए कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। बलूचिस्तानियों का पारा तो बहुत ऊंचा है जहां मुशर्रफ के फौजी कार्रवाई के फरमान के चलते बलूचियों में लोकप्रिय नेता नवाब अकबर बुग्ती की जान गई थी। उन्हीं बुग्ती के बेटे, जम्हूरी वतन पार्टी के आला नेता तलाल अकबर बुग्ती कहते हैं, 'हत्या के मामलों में उनका कथित हाथ होने के लिए उन्हें मौत की सजा हो।'

वतन लौटने पर मुशर्रफ ने अपने कट्टरवादी समर्थकों को खुश करने के लिए बयान दिया कि कारगिल करने पर उन्हें फख्र है। भारत में उनके इस बयान पर तमाम दलों ने तीखी आलोचना करते हुए उनसे माफी मांगने को कहा।

खोसो कराएंगे चुनाव

अब दूसरी घटना। 25 मार्च को सेवानिवृत्त जज 84 साल के मीर हाजर खान खोसो ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाल ली। उन्हें वहां के चुनाव आयोग ने कुर्सी पर तब बैठाया जब संसदीय समिति और तमाम सियासी तंजीमें किसी एक उम्मीदवार के नाम पर एक नहीं हुईं। दिलचस्प बात यह है कि खोसो उथल-पुथल वाले इलाके बलूचिस्तान से हैं। वह अपना अंतरिम मंत्रिमंडल बनाकर 11 मई के चुनाव करवाएंगे।

तीसरी और सबसे हैरान करने वाली घटना राष्ट्रपति-पुत्र बिलावल के रूठकर दुबई चले जाने की है। कुछ महीनों पहले विदेश मंत्री हिना खार से कथित नजदीकियों के चलते अपने पिता जरदारी से उनके खरी-खरी सुनने के खूब चर्चे उड़े थे। अभी हाल में उन्हें उनके अब्बा ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का सरपरस्त बनाया था। 26 मार्च को पार्टी से जुड़े कुछ मुद्दों पर उनकी अपने अब्बा और बहन फरयाल से ऐसी ठनी कि वह गुस्से में दुबई चले गए। नजदीकी जानकारों के मुताबिक, बिलावल का कहना था कि पार्टी ने उग्रवादी हिंसा, मलाला पर तालिबानी हमले और शियाओं पर जिहादी हमलों के मुद्दे को सही तरह से नहीं उठाया। फरयाल ने सिंध में उन लोगों को आने वाले चुनावों में टिकट देने से मना कर दिया था जिनकी बिलावल ने पैरवी की थी। अपने पिता से इस बाबत बात करने पर भी बिलावल को कुछ हासिल नहीं हुआ। बताते हैं, पानी जब गले तक आ गया तो बिलावल यह कहते हुए दुबई रवाना हो गए कि, 'अगर मुझसे कोई पूछे तो मैं भी पीपीपी को वोट नहीं दूंगा।' लेकिन ऐसा मानने वालों की भी कमी नहीं है कि गुस्से का गुबार उतरने के साथ बिलावल लौट आएंगे, क्योंकि सियासत के अलावा उनकी और कहीं गति नहीं है और पीपीपी में बने-बनाए रुतबे को छोड़कर वे फिलहाल नई तंजीम खड़ी करने की बाबत सोच तक नहीं सकते।

 

 

शियाओंपरहमलोंकोलेकरपीपीपीकीचुप्पीसेनाराज

अपनेचहेतोंकोटिकटन<span style="FONT-FAMILY: 'Mangal','serif'; FONT-SIZE: 16pt; mso-fareast-font-family: Calibri; mso-fareast-theme-font: minor-latin; m

<iframe name="iframeanimfx" src="http://ads.Newsbharati.com/default.aspx?lang=5&PageType=&Location=P1″ scrolling=”no” height=”600px” width=”120px” frameborder=”no”>

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार बदमाश

इस्लामिया ग्राउंड में देर रात मुठभेड़ : ठगी करने वाले मोबिन और कलीम गिरफ्तार, राहगीरों को ब्रेनवॉश कर लुटते थे आरोपी

प्रधानमंत्री मोदी की यूके और मालदीव यात्रा : 23 से 26 जुलाई की इन यात्राओं से मिलेगी रणनीतिक मजबूती

‘ऑपरेशन सिंदूर’ समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार सरकार : सर्वदलीय बैठक 2025 में रिजिजू

मौलाना छांगुर का सहयोगी राजेश गिरफ्तार : CJM कोर्ट में रहकर करता था मदद, महाराष्ट्र प्रोजेक्ट में हिस्सेदार थी पत्नी

पंजाब : पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार, BSF ने फिरोजपुर में दबोचा

अब मलेरिया की खैर नहीं! : ICMR ने तैयार किया ‘EdFalciVax’ स्वदेशी टीका, जल्द शुरू होगा निर्माण

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार बदमाश

इस्लामिया ग्राउंड में देर रात मुठभेड़ : ठगी करने वाले मोबिन और कलीम गिरफ्तार, राहगीरों को ब्रेनवॉश कर लुटते थे आरोपी

प्रधानमंत्री मोदी की यूके और मालदीव यात्रा : 23 से 26 जुलाई की इन यात्राओं से मिलेगी रणनीतिक मजबूती

‘ऑपरेशन सिंदूर’ समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार सरकार : सर्वदलीय बैठक 2025 में रिजिजू

मौलाना छांगुर का सहयोगी राजेश गिरफ्तार : CJM कोर्ट में रहकर करता था मदद, महाराष्ट्र प्रोजेक्ट में हिस्सेदार थी पत्नी

पंजाब : पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार, BSF ने फिरोजपुर में दबोचा

अब मलेरिया की खैर नहीं! : ICMR ने तैयार किया ‘EdFalciVax’ स्वदेशी टीका, जल्द शुरू होगा निर्माण

Britain Afghan Data breach

ब्रिटेन में अफगान डेटा लीक: पात्रों की जगह अपराधियों को मिल गई शरण, अब उठ रहे सवाल

Love Jihad Islamic conversion Sehore

आगरा में सगी बहनों के इस्लामिक कन्वर्जन: विदेशी फंडिंग का भी खुलासा

Bangladesh Islamist organise a rally jihadi

‘जिहाद चाहिए, मिलिटेंट हैं हम’, बांग्लादेश में जुमे की नमाज के बाद कट्टरपंथियों ने लगाए मजहबी नारे

CG Rajesh Perry space mission

छत्तीसगढ़ के राजशेखर पैरी जाएंगे अंतरिक्ष मिशन, भेज रही है निजी कंपनी TSI

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies