समाज ने कराया गरीब कन्याओं का विवाह
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समाज ने कराया गरीब कन्याओं का विवाह
स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गत 17 मार्च को दिल्ली के यमुना विहार में सेवा भारती ने आभावग्रस्त परिवारों की 15 कन्याओं का सामूहिक विवाह सम्पन्न कराया। कावड़ सेवा मन्दिर में संपन्न हुए विवाह समारोह में सभी कन्याएं दिल्ली एवं आसपास के क्षेत्रों के गरीब परिवारों की थीं। बारात का भव्य स्वागत एवं समारोह की अच्छी व्यवस्था देखकर कन्याओं के परिजन बहुत खुश थे।
सामूहिक विवाह समारोह की विशेषता यह रही कि सभी कन्याओं के वर एक साथ बारात स्थल पर पहुंचे। मार्ग में विभिन्न समाजों द्वारा भव्य द्वार बनाकर बारात का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। बारात के समारोह स्थल पर पहुंचने पर बहनों ने मंगल गीत गाकर बारातियों का स्वागत किया। उसके बाद सेवा भारती के कार्यकर्ता एवं समाजसेवियों ने वर पक्ष के लोगों को शॉल भेंट कर मिलाई की रस्म पूरी की। इसके बाद जयमाला का कार्यक्रम हुआ। साथ ही अतिथियों एवं दानदाताओं को स्वामी विवेकानन्द का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया। समारोह में बारातियों एवं वधू पक्ष के लोगों के लिए भोजन की भी अच्छी व्यवस्था थी। यहां एक हजार से अधिक लोगों ने भोजन किया।
समारोह में सेवा भारती की कार्यकर्ता श्रीमती इन्दिरा मोहन ने कहा कि समाज के सहयोग से ही इस तरह के कार्यक्रम संपन्न होते हैं। कोई गरीब कन्या धन के आभाव में विवाह से वंचित न रहे इसके लिए समाज को ऐसे कामों के लिए आगे बढ़कर योगदान करते रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेवा भारती समाज के आभावग्रस्त लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के प्रकल्पों का संचालन कर रही है। नंद नगरी के सेवाधाम में देश के दूर-दराज इलाकों के गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का प्रबंध है। इस अवसर पर सेवा भारती के कार्यकर्ता एवं समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। |
नए भारत के निर्माण का संकल्प लिया
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं सर्व साधारण सभा गत दिनों लखनऊ (उ.प्र.) में सम्पन्न हो गई। इसमें देशभर के 30 प्रान्तों से 458 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में कार्यकर्ताओं ने गत वर्ष के कार्यों का मूल्यांकन करते हुए आगामी वर्ष की कार्य योजना तैयार की। साथ ही देश के समक्ष उत्पन्न ज्वलन्त समस्याओं पर गहन विचार विमर्श कर उनके समाधान के लिए योजना तैयार की।
बैठक का शुभारम्भ सामाजिक-आर्थिक चिंतक श्री के.एन. गोविंदाचार्य एवं संसद सदस्य श्री तरुण विजय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर ग्राहक पंचायत के संरक्षक श्री अनिरुद्ध देशपांडे, अध्यक्ष श्री अरुणराव देशपांडे विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री गोविन्दाचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज भारत को दुनिया की जरूरत कम और दुनिया को भारत की जरूरत ज्यादा है। भारतीय समाज की अर्थव्यवस्था घास के मैदान सरीखी अर्थव्यवस्था है। अगर तूफान भी आए तो भी कुछ नहीं होगा क्योंकि वह विकेन्द्रित है। श्री अनिरुद्ध देशपांडे ने कहा कि हम समाज को जैसे बनाना चाहते हैं वह हमारे आचरण से प्रकट होना चाहिए। बैठक में प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से 'बजट से बजट मूल्य स्थिर रखे सरकार' प्रस्ताव पारित किया। साथ ही नए भारत के निर्माण में स्वयं की भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। |ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश के
विरोध में देशव्यापी अभियान
खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी पंूजी निवेश के विरोध में व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देशभर में अभियान चलाने का निर्णय किया है। यह आंदोलन 1 अप्रैल से 30 जून, 2013 तक चलेगा। इस दौरान सम्पर्क यात्रा कर व्यापारियों और आम जनता को जागरूक किया जाएगा।
कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि देशभर के सभी जिलों में 'संपर्क यात्रा' द्वारा व्यापारियों और आम जनता को बताया जाएगा कि किस प्रकार देश के घरेलू व्यापार को केंद्र सरकार द्वारा विदेशी कम्पनियों को सौंपे जाने की कोशिशें की जा रही हैं। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि 'कैट' संसद के दोनों सदनों की याचिका समिति को अलग से याचिका दाखिल करेगा और सभी तथ्यों एवं आंकड़ों की सच्चाई से अवगत Eò®úÉBMÉÉ*
सख्ती से लागू हो
नेहरू–लियाकत समझौता
पाकिस्तान और बंगलादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार से विहिप चिंतित
पाकिस्तान और बंगलादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार से आहत विश्व हिन्दू परिषद ने भारत सरकार से मांग की है कि वह पाकिस्तान और बंगलादेश पर 'नेहरू-लियाकत समझौता- 1950' सख्ती से लागू करने का दबाव बनाए या फिर इन देशों में हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का जिम्मा भारतीय सेना को सौंप दे।
विश्व हिन्दू परिषद की ओर से गुवाहाटी से जारी विज्ञप्ति में परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा है कि पाकिस्तान और बंगलादेश में हिन्दू समाज पर वहां के मुसलमान लगातार हमला कर रहे हैं। 1947 में हुए देश के बंटवारे के बाद पश्चिमी पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान में हिन्दुओं की संपत्ति को लूटना, महिलाओं से बलात्कार, हत्या और गांव के गांव जबरन मतांतरित हो रहे थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और लियाकत अली ने 2 अप्रैल, 1950 को दिल्ली में बैठक की। लंबी चर्चा के बाद 8 अप्रैल, 1950 को अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा का समझौता हुआ, जोकि 'नेहरू-लियाकत समझौता-1950' के नाम से जाना गया। यह समझौता हर स्थिति (युद्ध की स्थिति में भी) में दोनों देशों के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाला था। लेकिन समझौते के बाद भी पाकिस्तान और बंगलादेश में हिन्दुओं की स्थिति खराब है। दोनों देशों में हिन्दू जनसंख्या लगातार घट रही है। जबकि भारत में मुसलमान सुरक्षित हैं। इसलिए पाकिस्तान और बंगलादेश में नेहरू-लियाकत समझौता सख्ती से लागू होना चाहिए। यदि सरकार भारत या अन्य देशों में हिन्दुओं की सुरक्षा नहीं कर सकती तो वह शासन छोड़ दे।
विज्ञप्ति में डा. तोगड़िया ने यह भी कहा है कि एक तरफ जहां पाकिस्तान और बंगलादेश में हिन्दुओं पर हमले हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वोट बैंक के लालच में मुस्लिम घुसपैठियों को संरक्षण दिया जा रहा है। |ÉÊiÉÊxÉÊvÉ
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