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यमुना रक्षा के लिए बीते दिनों वृन्दावन (उ.प्र.) से दिल्ली तक हुई पदयात्रा का असर दिखने लगा है। यमुना में गंदा पानी मिलने से रोकने के लिए केन्द्र सरकार तैयार हो गई है। इसके लिए यमुना के समानांतर नाला बनाया जाएगा।
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत और यमुना बचाओ आंदोलनकारियों के बीच 13 मार्च को दिल्ली में हुई बैठक में एक लिखित समझौता हुआ है। समझौते के अनुसार दिल्ली में यमुना में गिरने वाले गंदे नालों को अलग रखने के लिए यमुना के समानांतर एक नाला बनाया जाएगा, जिसका पूरा खर्च केन्द्र सरकार देगी। यह योजना ढाई महीने के अंदर तैयार कर ली जाएगी। योजना बनाने वाली समिति में यमुना रक्षक दल के भी दो प्रतिनिधि होंगे। बैठक के बाद यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जयकृष्ण दास ने कहा कि सरकार को समय दिया जा रहा है, लेकिन यदि सरकार ने वायदा पूरा नहीं किया तो यमुनाभक्त फिर से आंदोलन शुरू कर देंगे।
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