नई दिल्ली में 11वां अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सवआत्मा की भाषा बने हिन्दी
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

नई दिल्ली में 11वां अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सवआत्मा की भाषा बने हिन्दी

by
Feb 23, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 23 Feb 2013 15:21:44

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, प्रवासी दुनिया और अक्षरम् के संयुक्त तत्वावधान में गत दिनों दो दिवसीय 11वां अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। इस उत्सव का उद्घाटन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् के महासचिव श्री सुरेश गोयल ने किया। उद्घाटन सत्र में हिन्दी के समक्ष उपस्थित चुनौतियों पर गंभीर चर्चा हुई। सत्र में डा. प्रभाकर श्रोत्रिय, श्री राहुल देव, डा. अशोक चक्रधर, प्रो. हिदेआकि इशिदा, डा. श्रीनारायण 'समीर' एवं डा. विमलेश कांति वर्मा ने अपने विचार प्रकट किए। उत्सव के आयोजन का उद्देश्य हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार कर उसे व्यापकता प्रदान करना व उसकी रक्षा करना था।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सुरेश गोयल ने हिन्दी भाषा की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिन्दी भाषा को मात्र राजभाषा का दर्जा प्रदान कर देने से हिन्दी भाषा का विकास नहीं हो सकता। इसके लिए हिन्दी को आत्मा की भाषा बनाना जरूरी है। यह सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि हिन्दी केवल सरकारी फाइलों में दबकर न रह जाए।

प्रख्यात चिंतक श्री प्रभाकर श्रोत्रिय ने कहा कि हिन्दी में साहित्य के अलावा अन्य ज्ञान उपलब्ध नहीं है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि हिन्दी क्षेत्र के लोगों को दक्षिण भारत की भाषाएं सीखनी चाहिएं, ताकि भारत में भाषायी सामंजस्य स्थापित हो सके।

डा. श्रीनारायण 'समीर' ने कहा कि राष्ट्रीय  भावना की कमी हिन्दी के विकास में मुख्य बाधा है। उन्होंने लोकतांत्रिक बहुलतावाद को हिन्दी की प्रमुख शक्ति बताया।

जापान में हिन्दी भाषा के विद्वान प्रो. हिदेआकि इशिदा ने कहा कि जापान में विद्यार्थियों में हिन्दी सीखने के प्रति बहुत उत्साह है।

केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. अशोक चक्रधर ने सरकारी कामकाज में हिन्दी की स्थिति पर प्रकाश डाला।

हिन्दी की चिंताजनक स्थिति को क्रमबद्ध ढंग से प्रस्तुत करते हुए प्रख्यात पत्रकार श्री राहुल देव ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर हिन्दी तथा भारतीय भाषाओं में विद्यार्थियों को शिक्षा देने से ही इन भाषाओं का संरक्षण संभव है। उन्होंने हिन्दी भाषी समाज को जाग्रत होकर प्रयत्न करने की आवश्यकता पर बल दिया।

अमरीका से आईं लेखिका सुश्री सुदर्शना प्रियदर्शनी ने अमरीका में हिंदी की स्थिति पर चिंता प्रकट की। साथ ही ब्रिटेन की अध्यापिका श्रीमती सुलेखा चोपला ने ब्रिटेन में अपने हिन्दी शिक्षण संबंधी अनुभवों को प्रस्तुत किया। प्रतिनिधि

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Germany deported 81 Afghan

जर्मनी की तालिबान के साथ निर्वासन डील: 81 अफगान काबुल भेजे गए

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Germany deported 81 Afghan

जर्मनी की तालिबान के साथ निर्वासन डील: 81 अफगान काबुल भेजे गए

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies