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गत 28 जनवरी को दीनदयाल शोध संस्थान, तुलसी कृषि विज्ञान केन्द्र, गनीवां (चित्रकूट) में मोती पालन इकाई का शुभारम्भ डा. एस. अय्यप्पन, सचिव, कृषि अनुसंधान, शिक्षा विभाग एवं महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा किया गया। डा. अय्यप्पन ने कृषि विज्ञान केन्द्र की विभिन्न इकाइयों का भ्रमण कर केन्द्र में चल रहे कार्यों का अवलोकन भी किया।
मोती उत्पादन इकाई का शुभारम्भ करते हुए उन्होंने कहा कि इससे कृषक तालाबों में मछली पालन के साथ-साथ मोती पालन करके अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने केन्द्र के मोती पालन के वैज्ञानिक से नानाजी देशमुख एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आकार के मोती उत्पादन की बात कही।
कृषि विज्ञान केन्द्र पहुंचने से पूर्व महानिदेशक ने ग्राम बालापुर खालसा में दीनदयाल शोध संस्थान एवं केन्द्र द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों को देखा व चर्चा की। बालापुर खालसा ग्राम में महानिदेशक का कृषकों द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव डा. भरत पाठक ने डा. अय्यप्पन को आश्वस्त किया कि राष्ट्रऋषि नानाजी के सपनों व उन्होंने ग्रामीण विकास का जो खाका तैयार किया है उसे सबके सहयोग से आगे ले जाने का कार्य जारी रहेगा। कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के क्षेत्रीय परियोजना निदेशक डा. ए.के. सिंह ने भी कृषकों को सम्बोधित किया। भ्रमण कार्यक्रम में प्रधान वैज्ञानिक डा. लाखन सिंह, डा. अतर सिंह, केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डा. छोटे सिंह, सभी वैज्ञानिक एवं क्षेत्र के 250 से अधिक कृषक एवं कृषक महिलाएं उपस्थित रहीं। प्रतिनिधि
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