स्वामी विवेकानंद के स्वप्न को साकार करने में लगा है संघ -के.सी. कन्नन, सह सरकार्यवाह, रा.स्व.संघ
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'स्वामी विवेकानंद के भारत को विश्वगुरु बनाने के स्वप्न को रा.स्व.संघ तथा समान विचार वाले संगठन पूरी तन्मयता के साथ पूरा करने के कार्य में लगे हुये हैं।' उक्त उद्गार रा.स्व.संघ के सह सरकार्यवाह श्री के.सी. कन्नन ने गत दिनों अरुणाचल प्रदेश में आयोजित प्रबुद्ध नागरिकों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुये व्यक्त किये। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अरुणाचल प्रदेश के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे। सप्ताहभर के प्रवास पर अरुणाचल प्रदेश आये श्री कन्नन ने यहां अनेक कार्यक्रमों में सहभागिता की तथा संघ के स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। पासीघाट, आलो और सीपा में जनसभाओं को संबोधित किया। पासीघाट में सम्पन्न हुये रा.स्व.संघ के तीन दिवसीय शिविर में भी वे उपस्थित रहे। शिविर के स्वयंसेवकों द्वारा पूर्ण गणवेश में हुये संचलन का भी उन्होंने अवलोकन किया।
प्रबुद्ध नागरिकों को संबोधित करते हुए श्री कन्नन ने कहा कि भारत के महान संन्यासी के विचारों का विश्वभर में प्रचार-प्रसार ही उन्हें उनके 150वें जन्मदिवस पर सच्ची श्रद्धाञ्जलि होगी। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान देशभक्त थे जिन्होंने विश्व और भारत के भाग्य को बदलने का कार्य किया था। स्वामी जी ने विशेष रूप से युवाओं को जाग्रत करने का काम किया। श्री कन्नन ने कहा कि रा.स्व.संघ स्वामी विवेकानंद के अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिये प्रतिबद्ध है।
अरुणाचल प्रदेश की डोनियो पोलो पूजा पद्धति की आस्था और संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री कन्नन ने कहा कि यह आस्थायें हमारी प्राचीन और समृद्ध संस्कृति की निशानी हैं। फिर भी इनका संरक्षण करना चाहिये और युवा पीढ़ी के बीच इसे आगे बढ़ाने के लिये प्रचार करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अनोंग परमे ने की। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद सार्द्ध शती समारोह समीति के प्रांतीय अध्यक्ष श्री नबम अतुम, वनवासी कल्याण आश्रम के उत्तर पूर्व श्रद्धा जागरण प्रमुख श्री रमेश बाबू, रा.स्व.संघ के प्रांत कार्यवाह श्री निदो सकतेर और विभाग कार्यवाह श्री तेची उमेन विशेष रूप से उपस्थित थे। सुनील मोहंती
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