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राष्ट्रीय सिख संगत के तत्वावधान में गत दिनों दिल्ली में गुरु तेगबहादुर की शहीदी की स्मृति में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिल्ली के गण्यमान्यजन उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य स. कुलमोहन सिंह थे तथा अध्यक्षता राष्ट्रीय सिख संगत के अध्यक्ष स. गुरचरण सिंह गिल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा नेता डा. हर्षवर्धन थे।
स. कुलमोहन सिंह ने अपने उद्बोधन में गुरु तेगबहादुर को युवाओं के लिए आदर्श बताते हुए कहा कि जबतक सूरज-चांद रहेगा गुरु तेगबहादुर की शहीदी देश-धर्म और समाज की रक्षा के लिए युवाओं में खून का संचार करती रहेगी।
स. गुरचरण सिंह गिल ने गुरु तेगबहादुर की शहीदी को हिन्दुस्थान के इतिहास का स्वर्णिम पृष्ठ बताते हुए कहा कि गुरु तेगबहादुर की शहीदी ने हिन्दुस्थान के लोगों में जिस क्रांति का संचार किया उससे प्रेरित होकर गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना कर देश-धर्म और समाज की रक्षा की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत के संगठन महामंत्री श्री अविनाश जायसवाल ने कहा कि गुरु नानकदेव ने अपने समय में उस समय के हालात को समझते हुए आह्वान किया था 'जउ तउ प्रेम खेलण का चाउ। सिरु धरि तली गली मेरी आउ। इतु मारगि पैरु धरीजै।। सिरु दीजै काणि न कीजै।।' इसे गुरु तेगबहादुर ने अपनी शहीदी देकर पूरा किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत के मुख्य संरक्षक स. चिरंजीव सिंह, सह संरक्षक श्री रमेश प्रकाश विशेष रूप से उपस्थित थे। प्रतिनिधि
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