उत्पादन बढ़ाना है तो कर्मचारियों
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

उत्पादन बढ़ाना है तो कर्मचारियों

by
Dec 22, 2012, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्पादन बढ़ाना है तो कर्मचारियों का स्वास्थ्य सुधारें!!

दिंनाक: 22 Dec 2012 16:00:37

का स्वास्थ्य सुधारें!!

। द.बा.आंबुलकर

अपने कर्मचारियों को निरन्तर कार्यक्षम रखने हेतु तथा उन्हें अधिकाधिक परिणामकारी बनाने हेतु कई कम्पनियां निरन्तर प्रयास करती रहती हैं। यह बात अब सर्वमान्य हो गई है कि अच्छे स्वास्थ्य वाले कर्मचारी काम में अधिक लगनशील होते हैं। यही कारण है कि अनेक प्रमुख कम्पनियां अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने हेतु विशेष प्रयास करती दिखाई दे रही हैं।

मौजूदा उद्योगों के कामकाज की यह वास्तविकता बन गयी है कि सभी प्रकार के तथा सभी क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को प्रतिदिन 9-10 घंटे तक काम करना अनिवार्य-सा हो गया है। इसके अलावा बड़े महानगरों तथा बड़ी औद्योगिक इकाईयों में अधिकांश कर्मचारियों को अपने निवास से कामकाज के स्थान तक आने-जाने हेतु पहले की तुलना में यातायात के कारण अधिक समय व्यतीत करना पड़ता है। इस दौरान वाहन चलाने या सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करते समय शारीरिक एवं मानसिक रूप में काफी थकान व तनाव महसूस करना सामान्य बात हो गयी है। अपने कर्मचारियों की इस प्रतिदिन की समस्या का असरकारी हल निकालने हेतु कुछ कम्पनियों ने कामकाज के स्थान पर ही चुनिंदा खेलों से लेकर योग-व्यायाम करने की सुविधा प्रदान करने की पहल की है तथा उसके लिए विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराया है। कुछ बड़ी-कम्पनियों ने अपने कर्मचारियों में 'योग' का प्रचार-प्रसार बढ़ाने को प्राथमिकता दी है। अमरीका के 'डेलाईट' नामक 'मैंनेजमेंट कंसलटेंट कम्पनी' ने तो अपने कम्पनी के कर्मचारियों की जरूरतों को समझते हुए 'आफिस योग' की शुरुआत की है। 'आफिस योग' नामक इस पहल की विशेषता यह है कि योग का यह प्रकार कर्मचारी अपने कार्यालय में तथा कामकाज के दौरान बड़ी सहजता से कर सकते हैं। इससे प्रेरित होकर अमरीका की कुछ अन्य कम्पनियों एवं उनके कर्मचारियों ने इसी 'आफिस योग' का अनुसरण किया है।

कुछ कम्पनियां अपने कर्मचारियों का स्वास्थ्य अच्छा रखने हेतु विशेष स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन करती हैं। इन स्वास्थ्य शिविरों में कर्मचारियों को स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी देते हुए उनमें अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागृति निर्माण करने के अलावा उनके स्वास्थ्य की जांच, थकान-तनाव को कम या दूर करने हेतु विशेष रूप से शिक्षित-प्रशिक्षित किया  जाता है।

इसी संदर्भ में कार्यालयों में काम करने वालों के खान-पान का विचार करना भी बदलते परिप्रेक्ष्य में जरूरी हो गया है। अमरीका की अधिकांश कंपनियां अपने कर्मचारियों के अल्पाहार तथा भोजन की व्यवस्था स्वयं कर रही हैं। अपने कर्मचारियों को दिए जा रहे भोजन को मात्र स्वादिष्ट ही नहीं तो उनकी सेहत व स्वास्थ्य के जरूरतों की पूर्ति करने वाला बनाने हेतु उसमें बदलाव भी किए जा रहे हैं। कर्मचारियों के खान-पान एवं स्वास्थ्य का काम से सीधे-तौर से संबंध होने के कारण इन प्रयासों में कर्मचारियों के सहयोग तथा उनकी सक्रियता भी निहायत जरूरी होती है। इसलिए कई कम्पनियों ने अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य हेतु शुरू किए गए 'हेल्थ अहेड' नामक  प्रयासों में विशेष योगदान देने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत भी करना शुरु कर दिया है।

लाभ में वृद्धि

अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए पहल करने के कारण कोका कोला कम्पनी के प्रत्येक कर्मचारी ने पिछले वर्ष 500 अमरीकी डालर की बचत की है।

गैर–हाजिरी में कमी

अमरीका में किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार कर्मचारियों के खान-पान तथा उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने से अमरीका की 'जान्सन एण्ड जान्सन' नामक कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा स्वास्थ्य के कारण छुट्टी लेने में 15 प्रतिशत की कमी आयी है, जिसका लाभ कम्पनी एवं कर्मचारियों को मिला है।

कामकाजी वातावरण में सुधार

अच्छे स्वास्थ्य वाले कर्मचारी आपस में, खासकर अपने सहयोगियों से अच्छा बर्ताव एवं व्यवहार करते हैं, इसका लाभ सभी को होता है।

नौकरी बदलने के अनुपात में कमी

काम या तनाव का विपरीत परिणाम यदि कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर हो, तो उसका असर नौकरी छोड़ने तक होता है। यही कारण है कि कर्मचारियों के स्वास्थ्य में सुधार होने से उनके कम्पनी में अधिक समय तक जुड़े रहने की संभावना बढ़ जाती है।

स्पष्ट है कि बहुराष्ट्रीय कम्पनियां अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य एवं प्रशिक्षण पर अधिक ध्यान दे रही हैं। अब कई भारतीय कंपनियां भी इस ओर प्रवृत्त हो रही हैं। यह संस्थान के लिए आवश्यक भी है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies