सरकारें कर रही हैं किसानों का शोषण
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सरकारें कर रही हैं
किसानों का शोषण
– मुरलीधर राव
बाड़मेर में आयोजित हुई विशाल किसान पंचायत
भूमि अधिग्रहण के खिलाफ भूमिपुत्रों ने भरी हुंकार
बाड़मेर। पहले कांग्रेस अंग्रेजों को भारत से भगाने के लिए दिल्ली चलने का आव्हान करती थी, लेकिन आज कांग्रेस पार्टी वालमार्ट जैसी विदेशी कम्पनियों को भारत में लाने के लिए दिल्ली में सभाएं कर रही है। देश का धन विदेशों में भेजने की तैयारी हो रही है तथा देश के ही किसान वर्ग का शोषण किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री तथा स्वदेशी आन्दोलन के नेता श्री मुरलीधर राव ने बाड़मेर में आयोजित किसान पंचायत में ये विचार व्यक्त किये।
श्री राव ने कहा कि बाड़मेर जिला विश्व के 103 देशों से तथा जैसलमेर जिला विश्व के 112 देशों से बड़ा है, फिर भी इस पूरे क्षेत्र में एक भी विश्वविद्यालय नहीं होना यहां की जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के जलाशयों तथा गोचर भूमि को सरकारी रिकार्ड में दर्ज करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारत की 60 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है जबकि अमरीका में मात्र 2 प्रतिशत तथा फ्रांस में 6 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं। भारत में एक वर्ष मे तीन फसलें होती हैं फिर भी यहां के किसान को जमीन, बीज, पानी और बिजली के लिए सरकार से याचना करनी पड़ती है। देश हमारा है तो सरकार भी हमारे लिए ही चलनी चाहिए।
बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में आयोजित इस किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सतपाल मलिक ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ पूरे देश में संघर्ष करने की आवश्यकता है। आज बड़ी होशियारी से किसान को ठगा जा रहा है। यह विडम्बना है कि देश में सिंचाई के लिए बजट में 1100 करोड़ का प्रावधान रखा जाता है जबकि कॉमनवेल्थ खेलों के लिए 1700 करोड़ रुपये की व्यवस्था की जाती है।
मिर्जापुर के पूर्व सांसद श्री वीरेन्द्र सिंह ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज बाजार में किसान विरोधी ताकतें हावी होती जा रही हैं। पंचायत का मतलब फैसले से होता है इसलिए इस किसान पंचायत से प्रत्येक किसान भाई को किसान हित में कुछ न कुछ संकल्प लेकर जाना चाहिए।
कोलायत विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री देवी सिंह भाटी ने कहा कि देश में यूरिया तथा उपकरण थोप कर किसान तथा देश को खोखला कर दिया गया है। सरकार चारागाहों की जमीन समाप्त करने पर तुली हुई है। विदेशी कम्पनियों को सस्ती दर पर जमीन दे रही है तथा किसान वर्ग का शोषण कर रही है।
पूर्व सांसद कर्नल श्री मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों को जाग्रत करके बड़ा आन्दोलन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पशुपालन देश की संस्कृति से जुड़ा हुआ है इसे बचाने के लिए सरकारों को ध्यान देना चाहिए।
इस किसान पंचायत में पूर्व मंत्री श्री अमराराम चौधरी, पूर्व मंत्री श्री लादुराम विश्नोई, स्वदेशी जागरण मंच की केन्द्रीय कार्य समिति के सदस्य डा. रणजीत सिंह, स्वदेशी जागरण मंच के प्रदेश आन्दोलन प्रमुख श्री गोपाल सिंह भाटी, स्वदेशी जागरण मंच के प्रदेश प्रवक्ता श्री संदीप काबरा, किसान नेता श्री रामपाल जाट सहित हजारों किसान उपस्थित थे।
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